‘राफेल डील’ का नाम तो आपने सुना ही होगा? जी हां, राफेल डील पिछले कुछ समय से राजनीतिक मुद्दा बना हुआ है। विपक्ष बात पे बात राफेल डील की बात करता था, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जहां एक तरफ मोदी सरकार को बड़ी राहत मिली है, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई। विपक्ष ने राफेल डील को चुनावी माहौल में बड़ा मुद्दा बनाया, लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
सुप्रीम कोर्ट ने राफेल डील पर फैसला सुनाते हुए कहा कि कीमत का पता लगाना हमारा काम नहीं है। यह डील पूरी तरह से प्रक्रिया में हुई है। हमारे पास मौजूद सबूतो के आधार पर इस डील में कोई भी कमी नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि अब इस मामले को पूरी तरह से खारिज किया जाता है, क्योंकि इसमें कोई सुनवाई नहीं हो सकती है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के अनुसार इस डील में कोई भी घोटाला नहीं हुआ है और भारत सरकार के अनुसार इस डील से देश को फायदा हुआ है। मतलब साफ है कि सुप्रीम कोर्ट ने राफेल डील पर मोदी सरकार को क्लीन चीट दे दी है।
राफेल डील में कोई संदेह नहीं
राफेल डील पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डील पर कोई संदेह नहीं है, क्योंकि विमान हमारे देश की जरुरत है। साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा कि सरकार पर हम यह दबाव नहीं बन सकते हैं कि वे कितनी विमान खरीदे या कितनी नहीं। सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि हमने सौदे की पूरी प्रक्रिया पढ़ी है, लेकिन विमान की कीमत देखना हमारा काम नहीं है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने राफेल सौदे की जांच को लेकर सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है।
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सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद से राहुल गांधी को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि राहुल ने चुनावी प्रचार में अपनी कोई रैली नहीं छोड़ी थी, जिसमें उन्होंने राफेल का जिक्र नहीं किया है। ऐसे में अब सरकार कांग्रेस पार्टी को इस मुद्दे पर चुनाव में घेरती हुई नजर आएगी। इतना ही नहीं, राफेल के नाम पर जो सरकार पर दाग लगे थे, वे अब पूरी तरह से साफ हो गया है, क्योंकि कोर्ट ने कहा कि यह हमारा काम नहीं है, नेशनल सुरक्षा के लिए सरकार फैसला लेने के लिए आजाद है।