जानिये आखिर क्यों रामास्वामी ने नरेन्द्र मोदी को उन के सामने ही मौत का सौदागर कहा था.. देखें वीडियो!
आज हमारे बीच देश के वरिष्ठ पत्रकार और महान राजनीतिक विचारक चो रामास्वामी नहीं रहे। इनकी मौत देश के लिए एक भारी छति है। रामास्वामी बहुत ही सुलझे हुए और गजब की हिम्मत वाले व्यक्ति थे। आज अचानक से इनकी मौत हो गयी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करके इनकी मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। दो दिन पहले “अम्मा” जयललिता की मौत और अभी रामास्वामी की मौत दे देश को बहुत नुकसान हुआ है।
रामास्वामी ने कहा था मोदी को मौत का सौदागर:
एक बार जनवरी 2008 में चेन्नई में एक सभा आयोजित की गयी थी, जिसमे बोलने के लिए रामास्वामी को बुलाया गया था। इस सभा में उस समय के गुजरात के मुख्यमंत्री और वर्तमान समय के प्रधानमंत्री मोदी भी उपस्थित थे। रामास्वामी ने अपने भाषण के दौरन भरी सभा में नरेन्द्र मोदी को “मौत का सौदागर कह दिया। यह सुनकर मोदी को गुस्सा नहीं आया बल्कि वह यह सुनकर जोर से हँसने लगे। आज उनकी मौत के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उस सभा का एक वीडियो अपने ट्वीटर हैंडल पर शेयर किया है।
इसी का फायदा हुआ था मोदी को 2007 के गुजरात चुनाव में:
दरअसल आप कोई गलत मतलब निकालें, इसलिए मैं पहले ही बता देता हूँ कि रामास्वामी ने नरेन्द्र मोदी को “मौत का सौदागर” व्यंग में कहा था। हुआ ये कि 2007 गुजरात के चुनाव के दौरान मौत का सौदागर वाली बात की वजह से ही नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस की पूरी बाजी को उल्टा कर दिया था। उस समय कांग्रेस की सोनिया गाँधी ने उनके ऊपर यह टिप्पड़ी की थी कि “नरेन्द्र मोदी मौत के सौदागर” हैं। इसी बात से नरेन्द्र मोदी को सहानुभूति मिली थी और वह गुजरात चुनाव में विजयी हुए थे।
रामास्वामी और मोदी थे बहुत अच्छे दोस्त:
इसी बात को लेकर रामास्वामी ने भारी सभा में उनके ऊपर व्यंग कसते हुए कहा था कि नरेन्द्र मोदी गरीबी, आतंकवाद और भ्रष्टाचार के मौत के सौदागर हैं। इस घटना को पुरे 9 साल गुजर गए हैं। आपको बता दें नरेन्द्र मोदी और रामास्वामी बहुत अच्छे दोस्त भी थे। आज रामास्वामी की मौत पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनको भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए यह वीडियो एक बार फिर से शेयर किया है।
आप वीडियो में देख सकते हैं कि किस तरह से रामास्वामी पूरी भीड़ के बीच में नेरन्द्र मोदी को “मौत का सौदागर” कहते हैं और नरेन्द्र मोदी जोर-जोर से ठहाके लगाते हैं।
Cho Ramaswamy was insightful, frank & brilliant. Pained by his demise. Condolences to his family & countless readers of Thuglak.
— Narendra Modi (@narendramodi) 7 December 2016