आतंकवाद का प्रचार करने वालों की राह का रोड़ा बने गूगल, ट्वीटर और फेसबूक, उठाया क्रांतिकारी कदम!
आपने अक्सर देखा होगा कि आजकल जितने भी सोशल मीडिया के मंच हैं, उनका आतंकवादी कुछ ज्यादा ही उपयोग करने लगे हैं। आतंकवादी संगठन इन्ही के मध्यम से अपनी भर्ती की जानकारी भी जगजाहिर करते हैं, ताकि जो लोग इनसे जुड़ना चाहें वो जुड़ सकें। जब कभी भी ये आतंकवादी अपने कोई नए वीडियो बनाते हैं, तो उसे यू-ट्यूब पर भी अपलोड कर देते हैं, इससे इन्हें दहशत को बढ़ाने में मदद मिलती है। ट्वीटर, फेसबूक और यू-ट्यूब पर इनका आवागमन भी ज्यादा बढ़ गया है।
आतंकी नहीं कर सकेंगे अपना प्रचार:
आतंकवादियों की सक्रियता को बढ़ते हुए देखकर गूगल, ट्वीटर और फेसबूक ने एक बड़ा निर्णय लिया है, जिसके चलते अब आतंवादी संगठन अपने आतंक का प्रचार अब और नहीं कर सकेंगे। इन सभी कंपनियों ने मिलकर एक योजना बनायी है कि अब से यह आतंक से जुड़ी हुई किसी भी सामग्री को अपने मंच पर जगह नहीं देंगे। इसके बाद से अगर कोई भी आतंक की सामग्री इन मंचो पर डाली जाती है तो तुरंत की ये सभी कंपनियाँ उसे मिटा देंगी।
कंपनियाँ बनी आतंक के राह का रोड़ा:
उदाहरण के लिए अगर कोई आतंकवादी आतंक से जुदा हुआ कोई वीडियो यू-ट्यूब पर अपलोड करता है तो उसे तुरंत ही यू-ट्यूब के डाटाबेस से मिटा दिया जायेगा। ऐसा ही अन्य कंपनियाँ ट्वीटर और फेसबूक भी करेंगी। इससे आतंकवाद ओ बढ़ावा देने वालों पर लगाम लग सकेगी। वो लोग अपने आतंक का प्रचार ज्यादा नहीं कर सकेंगे।
व्यक्तिगत स्वतंत्रता का रखा जायेगा पूरा ख़याल:
आपको बता दें इस पूरी प्रक्रिया में उपयोगकर्ता के व्यक्तिगत पहचान का पूरा ख़याल रखा जायेगा और उसे सार्वजनिक नहीं किया जायेगा। इस प्रक्रिया के दौरन मानवाधिकार के सभी नियमों का भी कड़ाई से पालन किया जायेगा। ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया जायेगा जो मानव अधिकार के दायरे में आता हो।
ISIS के आतंकी करते हैं सबसे ज्यादा उपयोग:
आपको बता दें कि इन कंपनियों ने पिछले एक साल के अपने सारे डाटाबेस की जब छानबीन शुरू की तो, उन्होंने पाया कि उनके मंच का उपयोग आतंकवादी अपने सहयोगियों की भर्ती, हत्याकांड के वीडियो और अपना प्रचार करने के लिए कर रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा उपयोग इस समय ISIS के आतंकी कर रहे हैं। यह आतंकी संगठन आये दिन अपने प्रचार के लिए इन्ही सभी मंचों का उपयोग कर रहा है। यह सब देखने के बाद ही इन सभी कंपनियों ने आतंकियों पर लगाम लगाने के लिए, मिलकर ये कदम उठाने के निर्णय लिया है।