पैसे का लेन-देन करते हैं तो रखें इन दिनों का ख़याल, इन दिनों लेन-देन से फँस सकता है आपका पैसा!
पैसा एक ऐसी चीज है, जिसकी हर किसी को जरुरत होती है। आज के समय में बिना पैसे के कोई भी काम होना संभव नहीं है। किसी भी इंसान की हालत हर समय एक जैसी नहीं होती है। कुछ समय ऐसे होते हैं, जब उसे पैसे का लेन-देन करना पड़ता है, अर्थात उसे उधार लेना पड़ता है। ज्योतिषशास्त्रियों के अनुसार कुछ ऐसे ग्रह-नक्षत्र होते हैं, जिनमे पैसे का लेन-देन करना बहुत ही नुकसानदायक होता है। कुछ दिन ऐसे होते हैं, जिन दिनों में पैसे का लेन-देन करने से पैसे को वापस मिलने की सम्भावना ख़त्म हो जाती है। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाइये। आज हम आपको ऐसे ही दिनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिस दिन पैसे का लेन-देन भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
इन दिनों नहीं करना चाहिए पैसे का लेन-देन:
*- मंगलवार एक ऐसा दिन है, जिस दिन भूलकर भी कर्ज नहीं लेना चाहिए। इस दिन कर्ज लेने वालों को धनहानि का सामना करना पड़ता है। मंगलवार को जो लोग कर्ज लेते हैं, उन्हें जीवन में आर्थिक अभावों से गुजरना पड़ता है। इस दिन जो धन उधार लिया जाता है, वह दिन दुना रात चौगुना बढ़ता जाता है। यह दिन लिया गया कर्ज चुकाने वालों के किये बहुत ही शुभ माना जाता है।
*- ऐसा कहा जाता है कि बुधवार का दिन राजकुमार बुध का दिन है। इन्ही के शुभ और अशुभ प्रभाव से व्यापार और धन पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है। इस दिन किसी को भूलकर भी कर्ज नहीं देना चाहिए। जो लोग इस दिन किसी को कर्ज देते हैं, उनका कभी भी कल्याण नहीं होता है।
*- शनिवार एक अच्छा दिन होता है कर्ज लेने वालों के लिए, जो लोग इस दिन कर्ज लेते हैं उनका कर्ज जल्दी ही चुकता हो जाता है।
*- रविवार के दिन भी कर्ज नहीं लेना चाहिए। यह दिन सप्ताह का पहला दिन होता है। यह दिन ऋणहर्ता भगवन सूर्य का दिन होता है। इस दिन जो लोग पैसे का लेन-देन करते हैं, उसे बहुत की अशुभ माना जाता है। इस दिन लिए गए कर्ज को चुकाने में बहुत सारी समस्याएँ आती हैं।
*- सूर्य की राशी परिवर्तन के समय, अर्थात संक्रांति के समय में भी पैसे के लेन-देन से बचना चाहिए। यह समय भी शास्त्रों के अनुसार पैसे के लेन-देन के लिए उचित नहीं होता है।
*- हस्त नक्षत्र में भूलकर भी किसी से कर्ज नहीं लेना चाहिए। लेकिन अगर आपने किसी से कर्ज लिया हुआ है, तो यह कर्ज चुकाने का बहुत ही अच्छा समय होता है।
*- ऐसा कहा जाता है कि वृद्धि योग में जो भी कार्य किया जाता है, उसमे बढ़ोत्तरी होती है। अगर इस योग में आप किसी से कर्ज लेते हैं तो वह प्रतिदिन बढ़ता ही जाता है, जबकि इसके उलट किसी से लिया गया कर्ज चुकाते हैं तो आपके धन में बढ़ोत्तरी होती है।