सबको हंसाने वाले कादर खान अब चलने और बोलने को हैं मोहताज, इस वजह से छोड़ी थी एक्टिंग
बॉलीवुड में में बहुत से सितारों के अभिनय की तारीफें होती हैं और उन्हीं में से एक हैं कादर खान जिन्होंने ना सिर्फ एक्टिंग से ही नहीं बल्कि अपने लिखे डायलॉग्स से भी सबके दिलों पर राज किया. आज भले ही उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी हो लेकिन उन्होंने जितनी फिल्मों में काम किया है वो ही उनकी लोकप्रियता के लिए काफी थी. गुजरे जमाने के एक्टर, विलेन, कॉमेडियन और राइटर कादर खान इस साल अपना 81वां जन्मदिन मना रहे हैं और उन्हें आज लोग उनकी फिल्मों के जरिए याद करते हैं. सबको हंसाने वाले कादर खान अब चलने और बोलने को हैं मोहताज, एक समय ऐसा था जब उनकी कंडीशन कुछ ऐसी हो गई थी कि वो किसी को पहचान भी नहीं पाते थे लेकिन अब वो सबको पहचानते हैं.
सबको हंसाने वाले कादर खान अब चलने और बोलने को हैं मोहताज
11 दिसंबर, 1937 को काबुल, अफगानिस्तान में जन्में कादर खान ने अपने 43 साल के फिल्मी करियर में लगभग 300 फिल्मो में काम किया और करीब 250 फिल्मों में संवाद लिखे. अब उनकी बढ़ती उम्र की वजह से वो बोलने और चलने के मोहताज हैं और उऩकी देखरेख उनकी बहुएं करती हैं. कादर खान का बचपन बहुत ही गरीबी में बीता है और उनकी मां ने बोला था कि बेटा अगर गरीबी मिटाना चाहते हो तो खूब पढ़ाई करो. इसके बाद कादर खान ने खूब पढ़ाई की और बीटेक करने के बाद मुंबई में स्थित एमएच सैबू सिद्दिकी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में सिविल इंजीनियर के प्रोफेसर बन गए. यहां एक एनुअल फंक्शन में चीफ गेस्ट थे दिलीप कुमार और उन्होंने स्टेज पर कादर खान को एक ड्रामा करते देखा और उन्हें अपनी दो फिल्मों का ऑफर दे दिया. इसके बाद कादर खान ने लगातार 30 सुपरहिट फिल्मों में काम किया वो भी एक रिकॉर्ड है जिसे कोई भी नहीं तोड़ पाया.
बेटे की वजह से छोड़ा था विलेन का किरदार
शुरुआती दौर में कादर खान विलेन का किरदार निभाते थे लेकिन एक बार उनका बेटा स्कूल में लड़ाई करके आया. जब कादर खान ने पूछा लड़ाई क्यों की तब उसने बताया कि स्कूल में सभी उसके पापा को बुरा आदमी कहते हैं तभी से उन्होंने ठान ली कि अब हास्य किरदार निभाएंगे. इसके बाद उन्होंने डेविड धवन की कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया खासकर उनमें गोविंदा के पिता बनकर पर्दे पर आए. 80 और 90 के दशक में कादर खान ने सबसे ज्यादा फिल्मों में काम किया. जब कादर खान के बेटे से पूछा गया कि कादर खान अब फिल्मों में क्यो नहीं आते तो उन्होंने बताया, ”उनका इंडस्ट्री से मोहभंग हो गया है. इंडस्ट्री का महौल बहुत बदल चुका है और दोस्ती यारी सब खत्म हो गई है. अब लोग सिर्फ अपने काम से काम रखते हैं और उनके कुछ चाहने वालों ने उन्हें काम के लिए कहा भी लेकिन वे अपनी बात पर डटे हैं कि अब वो फिल्मों में काम नहीं करेंगे.
कादर की ये ख्वाहिश रह गई अधूरी
12 साल पहले कादर खान ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो अमिताभ बच्चन, जया प्रदा और अमरीश पुरी को लेकर एक फिल्म बनाना चाहते थे जिसका नाम उन्होंने ‘जाहिल’ सोचा था लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. फिल्म कूली के दौरान अमिताभ बच्चन का एक्सीडेंट हो गया और वो महीनों तक अस्पताल में रहे जब वो ठीक हुए तो दूसरे प्रोजेक्ट्स में बिजी हो गए और फिर राजनीति में भी चले गए तो उनकी वो फिल्म बंद हो गई.