राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर अब एग्जिट पोल आ गया है, जिसको लेकर सियासी तिकड़मबाजी शुरू हो कि इससे पहले ही कांग्रेस में गुटबाजी देखने को मिल रही है। एग्जिट पोल के मुताबिक, सूबे में कांग्रेस वापसी करती हुई नजर आ रही है, जिसकी वजह से अब पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर चर्चा तेज़ हो चुकी है। कांग्रेस पार्टी ने सूबे में अपने सीएम उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है, जिसकी वजह से अब पार्टी इस पर तेज़ हो गई है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
एग्जिट पोल के मुताबिक, सूबे में भले ही कांग्रेस वापसी करती नजर आ रही है, लेकिन अभी नतीज़े आने बाकी है। पर कांग्रेस में अब कौन बनेगा सीएम इसकी चर्चा तेज़ हो चुकी है। इतना ही नहीं, राजस्थान कांग्रेस दो खेमे में बट चुकी है, जिसमें एक तरफ सचिन है तो दूसरी तरफ अशोक गहलोत। सूत्रों के मुताबिक, सचिन और अशोक के लोग अपने अपने नेता को मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश में लग गए। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो कांग्रेस के लिए यह मुश्किल है कि सूबे का मुख्यमंत्री किसे बनाए, क्योंकि दोनों ही नेताओं की लोकप्रियता कम नहीं है।
दो गुटो में तब्दील हुई कांग्रेस
नतीजे भले ही 11 दिसंबर को आएंगे, लेकिन एग्जिट पोल से कांग्रेस का उत्साह पहले के मुकाबले ज्यादा बढ़ गया है। अब राजस्थान कांग्रेस में यह बड़ा सवाल है कि आखिर कौन बनेगा मुख्यमंत्री, जिसके लिए पार्टी दो गुटो में तब्दील हो गई है। एक गुट अशोक गहलोत अपना सीएम बनना चाह रहा है तो वहीं दूसरा गुट सचिन पायलट को अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहता है। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, इस रस्साकसी में कांग्रेस के कुछ नेता तो ज़रूर नाराज होंगे, क्योंकि सचिन और अशोक दोनों ही मजबूत दावेदार हैं।
बताते चलें कि एग्जिट पोल के मुताबिक, सूबे की 200 विधानसभा की सीट में से कांग्रेस के खाते में 119 से 141 सीटें जाती दिख रही हैं, तो वहीं बीजेपी 55 से 72 सीटो पर सिमटती हुई नजर आ रही है। याद दिला दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पास 163 सीटे आई थी, लेकिन अब कांग्रेस जबरदस्त वापसी करती हुई नजर आ रही है। और इस बार एग्जिट पोल में बीजेपी की हालत पूरी तरह से पस्त नजर आ रही है।