महंगाई एक बार फिर से आम जनता की कमर तोड़ने के लिए तैयार हो चुकी है। जी हां, देश के कुछ राज्यों में बिजली की कीमतें महंगी होने वाली है, जिससे अब बिजली का ज्यादा प्रयोग करना आपके जेब पर गहरा असर डाल सकता है। इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने तो इसके लिए बिजली कंपनियों को पूरी छूट दे दी है। मतलब साफ है कि बिजली का दाम कितना बढ़ेगा, यह पूरी तरह से कंपनियों के हाथों में है, लेकिन इसका नुकसान आम जनता को उठाना पड़ेगा। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
देश में कोयले से संचालित पॉवर स्टेशनों के सामने बड़ी चुनौती आन पड़ी है, जिसकी वजह से बिजली के दाम बढ़ाए जाने के अलावा कंपनी और सरकार के पास कोई अन्य विकल्प नहीं है। इस चुनौती से निपटने के लिए गुजरात सरकार ने पहल करते हुए प्रदेश में टाटा, अडानी और एस्सार पावर कंपनियों को बिजली के दाम बढ़ाने के लिए छूट दे दी है, जिसकी वजह से अब गुजरात में जल्दी ही बिजली के दाम बढ़ जाएंगे, जिससे आम जनता की जेब एक बार फिर से ढीली होगी।
गुजरात के अलावा इन राज्यों में भी बढ़ेंगे बिजली के दाम
गुजरात ही नहीं महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा जैसे राज्यों के पास भी बिजली के बिल बढ़ाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है, ऐसे में आम जनता के जेब पर बड़ा असर पड़ने वाला है। दरअसल, इस बार यह चुनौती विदेशी कोयले की वजह से आन पड़ी है। बता दें कि आंतरिक दबाव के चलते इंडोनेशिया ने निर्यात होने वाले कोयले की कीमत में लगातार इजाफा किया है। इतना ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयले की कीमत में जारी गिरावट की वजह से इंडोनेशिया के कोयला खदानों के ठप पड़ जाने का खतरा खड़ा था, जिसकी वजह से मूल्य में इजाफा करके बेचा गया।
बताते चलें कि टाटा, अडानी और एस्सार पावर कंपनियों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) का सहारा है और एसबीआई ने उच्च स्तरीय समिति को बताया कि यह सभी कंपनियां घाटे में चल रही है, जिसकी वजह से आर्थिक संकट आन पड़ सकता है। इसलिए 2010 के तहत कोल माइनिंग और प्राइसिंग फॉर्मूले में बदलाव के आधार पर राज्य सरकार इन कंपनियों को बिजली के बिल बढ़ाने का आदेश दे चुकी हैं, जिससे यह कंपनियां आर्थिक संकट से उबर सके।