तेलंगाना में बनीं बीजेपी की सरकार तो बदल जाएगा हैदराबाद का नामः सीएम योगी
सीएम योगी का एक के बाद एक शहरों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है। इस कड़ी में अब हैदराबाद का नाम भी जुड़ गया है। यूपी के सीएम योगी ने कहा है कि अगर हैदराबाद में बीजेपी की सरकार बनी तो हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर कर दिया जाएगा। हैदराबाद की एक रैली में उन्होंने यह बात कही। बता दें कि पीछले महीने ही बीजेपी के गोशमाला से विधायक राजा सिंह ने भी इस बात का दावा किया था कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनीं तो हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर कर दिया जाएगा।
हैदराबाद हो जाएगा भाग्यनगर
उनका कहना था कि हैदराबाद का बहुत साल पहले नाम भाग्यनगर ही था। यह नाम तब बदला जब 1590 में कुली कुतुब साहब हैदराबाद आए और भाग्यनगर का नाम बदलकर हैदराबाद कर दिया। उस वक्त हिंदुओं पर हमला किया गया था, मंदिरों में तोड़ फोड़ हुई थी। अब इसे वापस बदलकर भाग्यनगर कर देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में हमारी सरकार बनती है तो पहला काम इस काम का विकास करना है और दूसरा काम इस शहर का नाम बदलना है। यहां तक की सिंकदराबाद और करीमनगर का नाम भी बदल दिया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले भी सीएम नाम की अदला बदली कर चुके हैं। इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया जा चुका है और साथ ही फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या हो चुका है और तीसरा नाम हैदराबाद का है। हालांकि वहां बीजेपी की सरकार नही है। ऐसे में सीएम योगी का कहना है कि सत्ता में आते ही सबसे पहले इसका नाम बदला जाएगा। इससे पहले रेलवे स्टेशन के नाम भी बदले जा चुके हैं। इसमें मुगलसराय स्टेशन का नाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय कर दिया गया है। बता दें क तेलंगाना में 7 दिसंबर को चुनाव होंगे और 11 दिसंबर को परिणाम सामने आएंगे।
सीएम योगी का बयान
बता दें कि सीएम योगी ने इससे पहले यह भी कहा था कि अगर तेंलगाना में बीजेपी की सरकार आई तो असुद्दीन ओवैसी को तेलंगाना छोड़कर भागना पड़ेगा ठीक वैसे ही जैस निजाम को हैदराबाद छोड़कर भागना पड़ा था। उनके इस बयान पर असुद्दीन ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा था कि उनके भारत उनके पिता का मुल्क भी है और कोई उन्हें यहां से नहीं निकाल सकता। ओवैसी न कहा कि यूपी के सीएम योगी इतिहास को पूरी तरह नहीं जानते। उन्हें लगता है कि निजाम भागे थ, जबकि ऐसा नहीं हुआ था।उन्हें राजप्रमुख बनाया गया था औऱ जब चीन के साथ युद्ध हुआ था तो उन्होंने भारत को गोल्ड का प्रस्ताव भी दिया था। उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह की धमकी से नहीं डरते।
बता दें कि के चंड्रशेखर राउ की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिती और ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस ए इत्तहद उल मुसल्मीन इस चुनाव में एक साथ उतर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने इस चुनाव में अकेले भिड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस चंद्रबाबू नायडु की टीडीपी के साथ गठबंधन कर चुनाव में उतरगी। यह चुनाव 119 सीटों के लिए 7 दिसंबर को होंगे और 11 दिसंबर को 5 राज्यों का परिणाम सामने होंगे।
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