गूगल मैप में अयोध्या की जगह लिखा था – ‘मंदिर यहीं बनेगा’, तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल
सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है जहां कोई भी व्यक्ति कुछ अलग करे और एक सेलिब्रिटी की तरह फेमस हो सकता है. यहां पर कुछ डांसर बन गए तो कुछ वीडियो बना-बना कर करोड़पति बन गए लेकिन सही मायनों में ये सोशल मीडिया अच्छा भी है और बुरा भी है. पिछले दिनों यहां एक गूगल मैप की तस्वीर वायरल हो रही थी, जिसमें लिखा था ‘मंदिर यहीं बनेगा’. इसपर कुछ लोगों को प्रतिक्रियाएं मजाक वाली तो कुछ लोगों की सीरियल वाली आईं, ऐसा इसलिए क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा ये एक संवेदनशील मुद्दा है जो हर हिंदू भारतीय के लिए बहुत ही ज्यादा अहम है. गूगल मैप में अयोध्या की जगह लिखा था – ‘मंदिर यहीं बनेगा’, अब ये तस्वीर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई और फिर गूगल को उठाना पड़ा ये अहम कदम.
गूगल मैप में अयोध्या की जगह लिखा था – ‘मंदिर यहीं बनेगा’
शनिवार को सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स एक तस्वीर देखकर हैरान रह गए जब उन्होंने अपने टाइमलाइन पर गूगल मैप का एक स्क्रीनशॉट देखा. उसमें अयोध्या की जगह लिखा कि मंदिर यहीं बनेगा. इसके बाद लोगों ने तुरंत अपने मोबाइल के मैप वाले ऐप को ओपेन किया और ऐसा कुछ देखने लगे और उन्हें गूगर मैप पर सर्च करने पर यही तस्वीर मिली.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर यहीं बनेगा मार्कर अयोध्या विवादित राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद वाली जगह पर लगाया गया था, हालांकि बाद में गूगल को इस मैप से ये लिखा हुआ हटाना पड़ा. विवादित स्थान पर राम मंदिर बनाने के लिए राइट विंग संगठनों के लोग कई सालों से ‘मंदिर यहीं बनेगा’ का राग अलाप रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने यूजर्स द्वारा किए गए एडिट को इसका जिम्मेदार ठहराया है. इस इश्यू को फिक्स करने की बात कही है लेकिन इससे पहले राम जन्मभूमि को सर्च करने पर यही लोकेशन आता था. आपको बता दें कि राम जन्म भूमि से जुड़ा केस फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में ठहरा हुआ है और वहां से कोई साफतौर पर फैसला आ नहीं पा रहे. अब इसकी सुनवाई अगले साल की तय की गई है, हालांकि इसपर फैसला तो कई सालों से आ रहा है लेकिन कोई ऐसा जज नहीं आ पाया जो राम जन्म भूमि पर सही फैसला ले सके.
क्या है ये मामला ?
अयोध्या में राम जन्म भूमि का विवाद कई दशकों से चला आ रहा है. अयोध्या विवाद एक राजनीति, ऐतिहासिक और सामाजिक धार्मिक विवाद बन गया है जो 90 के दशक में सबसे ज्यादा उभरकर सामने आया. इस विवाद का अहम मुद्दा राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद की स्थिति से जुड़ा है. ये विवाद इस बात पर है कि क्या हिंदू मंदिर को ध्वस्त करके बाबर ने वहां मस्जिद बनाया था या फिर मंदिर को मस्जिद में बदला गया था. अब हिंदू धर्म के लोग चाहते हैं कि वहां से मस्जिद हटे और राम मंदिर बनाया जाए. सुप्रीम कोर्ट में ये मामला आने के बाद कोई भी जज ये फैसला नहीं ले पा रही क्योंकि मस्जिद हटाकर मंदिर कैसे बनाया जाए और अयोध्या राम की नगरी है तो मंदिर बनना भी चाहिए. ये दोनों ही बाते सही हैं लेकिन देखते हैं आगे कौन से और जज आते हैं और क्या फैसला होता है.