जानें क्या हैं एड्स के लक्षण, कैसे कर सकते हैं एड्स से बचाव
1 दिसबंर को वर्ल्ड एड्स डे होता है। एड्स एक ऐसी भयंकर बीमारी है जो शरीर के लिए बहुत ही घातक होती है। इसका इलाज अभी तक नहीं मिल पाया है ऐसे में ज्यादा जरुरी है कि इस बीमारी को होने ही ना दिया जाए। इस बीमारी की सबसे बड़ी समस्या है कि रोगी के शरीर में इसके प्रभाव बहुत लंबे समय के बाद दिखते हैं और तब तक बहुत देर हो चुकी रहती है। साथ ही लोग एचआईवी टेस्ट भी जल्दी करवाते। इसके पीछे दो मुख्य कारण हैं। पहला कि लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं और दूसरा यह कि लोगों को इससे शर्म आती हैं। आपको बताते हैं क्या है इसके लक्षण औऱ कैसे कर सकते हैं इससे बचाव।
क्या है AIDS की बीमारी( What is AIDS)
AIDS का पूरा नाम Acquires Immunodeficiency disease syndrome होता है। इस बीमारी के बारे में पहली बार पता न्यूयार्क में चला था। यह रग किसी और को भी दूसरे से हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नही है कि आप उस व्यक्ति के साथ उठना बैठना बंद कर दें। यह बीमारी एचआईवी वॉयरस के कारण होती है। इसके होने से किसी भी व्यक्ति के संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। अगर HIV का टेस्ट हो और वह पॉजिटीव हो तो इसका मतलब होता है कि आपको एड्स जैसी गंभीर बीमारी है।
यह ऐसी भंयकर बीमारी है। 2015 में की गई रिसर्च के अनुसार 21 लाख लोग एचआईवी से ग्रस्त हैं। भारत एड्स के मामले में तीसरे स्थान पर आता है। इस बीमारी से लगभग 68,000 लोग मर चुके हैं। फिलहाल इसमें कुछ गिरावट आई है।
HIV AIDS के लक्षण( Symptom of HIV)
एचआईवी के लक्षण बहुत जल्दी शरीर में नहीं दिखते। जब यह धीरे धीरे बढ़ते हैं तो किसी आम बीमारी के लक्षण की तरह ही लगते हैं। यह लक्षण और भी किसी बीमारी के हो सकते हैं।
- बुखार होना
- गले में खराश होना
- शरीर पर चकत्ते
- थकान महसूस होना
- जोड़ो में दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- ग्रंथियों में सूजन
इन लक्षणों के बाद आगे आपके लक्षण और बढ़ सकते हैं। यह इस का संकेत देते हैं कि आपकी प्रतिरोधक क्षमता घट रही है। इसके साथ ही-
- वजन घटना
- बहुकालीन दस्त
- रात को पसीना आना
- त्वचा की समस्या होना
- बार बार संक्रमण होना
कैसे होता है एड्स( Causes of AIDS)
यौन संबंध बनाने से
एड्स होने का मुख्य कारण यौन असुरक्षित यौन संबंध भी होता है। अगर किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बना लिए जाएं तो उससे भी एड्स की बीमारी हो सकती है। वह व्यक्ति के वीर्य या मौखिक संबंध बनाने से भी फैल सकता है। सेक्स के दौरान होने वाले मुंह के छाले या गुदा से भी हो सकता है।
रक्त के संचरण से
कई बार रक्तदान में भी एड्स के केस निकल आए हैं। अगर किसी एड्स रोगी का ब्लड किसी सामान्य व्यक्ति को चढ़ जाए तो उससे एड्स की समस्या हो सकती है।
गर्भावस्था या स्तनपान
अगर कोई औरत एड्स से पीड़ित है तो गर्भावस्था या बच्चे को दूध पीलाने की वजह से अपने बच्चे को यह रोग दे देती है।
इंजेक्शन
नशीली दवाओं के उपयोग से अगर इंजेक्शन का इस्तेमाल करते हैं तो एचआईवी एड्स होने का खतरा होता है। जो लोग इंजेक्शन का इस्तेमाल नशा के लिए करते हैं उन्हें इस बात का पता भी नहीं चलता है।
एड्स से बचाव ( Precaution from AIDS)
- असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करना एड्स का सबसे मुख्य कारण होता है। सेक्स करने से पहले इस बात की जानकारी होनी चाहिए की दोनों पार्टनर को ऐसी कोई बीमारी तो नहीं।ॉ
- अपनी और अपने साथी के बारे में पहले जानकारी लें और एचआईवी के लिए पहले जांच करेए
- किसी भी तरह के यौन संमस्या ना हो इसलिए एसटीडी का परीक्षण भी कराएं।
- कंडोम का इस्तेमाल हर बार सेक्स के पहले करें। इसे कैसे इस्तेमाल करते हैं इस बारे में भी जानें।
- बहुत तरह के लोगों के साथ सेक्स ना करें। कई बार असीमित लोगों के साथ यौन संबंध बनाने की वजह से भी यह समस्या होती है।
- अगर एचआईवी निकल गया है तो अपने पार्टनर की जिंदगी के साथ रिस्क ना लें और उनके साथ संबंध ना बनाएं
- पहले से इस्तेमाल की गई सुई इंजेक्श से बचें।
एड्स की बीमारी में क्या खाएं( What to eat in AIDS)
फाइबर विटामिन और मिनरल्स से भरपूर सब्जियों का इस्तेमाल करें
ब्राउन चावल , आलू और रोटी खाएं जिसमें स्टार्च हो।
बिना वसा वाली मीट. मछली, अंडे और फलियों का इस्तेमाल करें
किसी भी तरह के डेयरी प्रोडक्ट इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे दूध दही।
एड्स में परहेज( What not to eat)
बिना कंडोम के यौन संबंध ना बनाए
धूम्रपान ना करें
अवैध नशीले पदार्थ का इस्तेमाल ना करें
अपनी दवाओं को निर्धारित अनुसार नहीं लेना
अपने हाथ पैर को ठीक से साफ रखना
साफ भोजन करना
AIDS का इलाज ( Medicine for AIDS)
एबेकवीर | Abacavir |
डिडेनोसिन | Didanosine |
लेमिवुडिन | Lamivudine |
टेनेफोविर | Tenofovir |
जैल्सीटाबाइन | Zalcitbine |
एमट्रीसीटाबीन | Emtricitabine |
स्टवुडिन | Stavudine |
जिडोवोडिन | Zidovudine |
यह भी पढ़ें