प्रधानमंत्री ने खुद ऑनलाइन लिखकर देशवासियों को दिया नोटबंदी के बारे में ये सन्देश !
प्रधानमंत्री इस समय देश से काले धन को पूरी तरह ख़त्म करने की राह पर चल रहे हैं, इसके लिए आये दिन वह कुछ ना कुछ करते रहते हैं। अभी उन्होंने लोगों ने अपील की है कि नकदी लेन-देन ना करें। उन्होंने लिंक्डइन पर एक लेख पोस्ट किया हुआ है। इसमें उन्होंने लिखा है, 21वीं सदी के भारत में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है, यह देश के विकास को धीमा करता है और यह देश के लोगों के सपनों को तोड़ देता है।
अर्थव्यवस्था में ज्यादा नकदी काले धन और भ्रष्टाचार का कारण:
उन्होंने नोटबंदी को ध्यान में रखते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था में बहुत ज्यादा मात्रा में नकदी का होना ही भ्रष्टाचार और काले धन का कारण हैं। इसलिए मैं सभी देशवासियों से अनुरोध करता हूँ, खासतौर से देश के युवाओं से कि लेन-देन के लिए कोई दूसरा रास्ता अपनाएँ, और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने आगे कहा है कि इससे एक नए भारत की शुरुआता होगी, जहाँ किसी भी तरह का भ्रष्टाचार और काला धन नहीं होगा। आज हम जिस दौर में हैं वहाँ मोबाइल बैंकिंग और मोबाइल वालेट का इस्तेमाल शुरू हो चुका है।
तकनीकि लायी हमारे जीवन में तेजी और सुधार:
आज के समय में चाहे खाने का ऑर्डर देना हो या कोई चीज खरीदनी एवं बेचनी हो या आपको टैक्सी बूक करना हो, सबकुछ आज आप अपने मोबाइल से एक जगह बैठकर ही कर सकते हैं। उन्होंने कहा है कि तकनीकि, हमारे जीवन में तेजी और सुधार लायी है। विपक्ष के लाख विरोध के बाद भी मोदी ने क्रेडिट कार्ड और अन्य नकदीविहीन विकल्पों के चित्र नेट पर पोस्ट किये हैं।
आज का ज्यादातर युवा इस्तेमाल करता है नकदविहीन विकल्प:
उन्होंने आगे कहा कि मुझे पता है आपमें से ज्यादातर लोग पहले से ही मोबाइल वालेट और अन्य डिजीटल नकदीविहीन तरीकों का प्रयोग करते होंगे, मैं आपसे उम्मीद करता हूँ कि आप इसे और लोगों को भी बताएँगे। पहले के मुकाबले नकदीविहीन भुगतान में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। आज के समय में हमारे व्यापारी भाइयों के साथ-साथ अन्य लोगों के लिए एक मौका है कि वो खुद को तकनीकि से जोड़ सकें।
लोग नोटबंदी से हैं बहुत खुश:
उन्होंने कहा कि जब से नोटबंदी हुई तो काफी लोगों को असुविधा हुई है, लेकिन इससे भविष्य में देश को ही फायदा होगा तो थोड़े दिन के कष्ट को सह लें। मैं ये देखकर आश्चर्यचकित भी हुआ हूँ कि कई लोग दुःख के बाद भी काफी खुश हैं। मैं पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, गोवा और पंजाब गया। वहाँ के ग्रामीण इलाकों में रहने वालों से जब मैंने पूछा की क्या देश से भ्रष्टाचार ख़त्म कर देना चाहिए? क्या सबको उनका हक़ मिलना चाहिए? तो सबका जवाब हाँ में था।