अब बच्चों को मिल जाएगा भारी स्कूल बैग से निजात, सरकार ने बनाए नए नियम
न्यूज़ट्रेंड वेब डेस्क: आजकल के दौर पर बच्चों पर पढ़ाई का भार बहुत ज्यादा बढ़ गया है, आजकल के बढ़ते हुए कंपटीशन के दौर में हर पेरेंट्स यही चाहते हैं कि उनका बच्चा हर क्षेत्र में अच्छा हो जिससे आगे उसके भविष्य में उसको किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़ा। खैर पेरेंट्स की तरफ से सोचें तो वो ये सब अपने बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए करते हैं लेकिन उनकी इन इच्छाओं के सामने आज के बच्चों का बचपन छिनता जा रहा है।
पहले के समय में छुट्टियों का मतलब होता था कि नानी के घर जाना और मौज-मस्ती करना लेकिन आज के समय में छुट्टियां होने पर बच्चों को समर वैकेशन कैंप में दाखिला दिला दिया जाता है जहां वो किसी नई चीज ते बारे में सीखते हैं, हालांकि ये उनके लिए अच्छा भी हैं लेकिन क्या आपको नहीं लगता इस जिंदगी की रेस में आगे निकलने के लिए बचपन को कहीं खोते जा रहे हैं।
बात करें स्कूलों की तो बच्चों को एक साथ कई सारी शिक्षा देनें के लिए वो कई अलग-अलग तरह के सब्जेक्ट और एक्टिविटीज को बच्चों के कोर्स में जोड़ देते हैं और पेरेंट्स भी ज्यादा कोर्सों की संख्या देखकर अपने बच्चे का दाखिला उस स्कूल में करा देते हैं. लेकिन कभी आपने उन बच्चों के बैग को उठाकर के देखा है, उन मासूमों के दिमाग के साथ उनके कंधें भी आगे बढ़ने की होड़ का भार उठा रहे हैं।
बात अगर बच्चों के भारी भरकम स्कूल बैग की करें तो ये सवाल काफी लंबे समय से उठता आया है कि क्या बच्चों को इतने भारी बैग को लेकर स्कूल जाना उनकी सेहत के लिए हानिकारक नहीं हैं, लेकिन ये बात हमेशा उठती थी और एक कोने में पड़ी रह जाती थी क्योंकि कोई भी उस ढर्रे को बदलने की कोशिश नहीं कर रहा था, लेकिन अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने बच्चों को इस भार से मुक्ति दिलाने का इरादा बना लिया है।
मंत्रालय ने पहली क्लास से 10वीं क्लास तक के लिए छात्रों के लिए स्कूल के बैग का एक वजन निर्धारित कर दिया है। इसके साथ ही मंत्रालय ने स्कूल द्वारा बच्चों को दिए जाने वाले होमवर्क के लिए भी नियम बना दिए हैं।
बता दें कि इतने भारी बैग का भार उठाने का असर बच्चों की सेहत पर भी पड़ रहा था, जिससे बच्चों की कमर पर बुरा असर पड़ रहा था। बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए सरकार ने नए नियम बनाए हैं और स्कूलों के लिएन नई गाइडलाइन जारी कर दी है।
HRD मिनिस्ट्री ने सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को कहा है कि अब बच्चों के बैग का वजन वही होगा जो मिनिस्ट्री की ओर से तय किया जाएगा. गाइनलाइन में कक्षाओं के मुताबिक बच्चों के स्कूल बैग का वजन निर्धारित कर दिया गया है.
जानिए कितना होगा बच्चों के बैग का वजन
Class | Weight Of School Bag |
1st-2nd Class | 1.5 Kg |
3rd-4th Class | 2-3 Kg |
6th-7th Class | 4 Kg |
8th-9th Class | 4.5 Kg |
10th Class | 5 Kg |
होमवर्क पर भी बना नियम
रिपोर्ट के अनुसार मंत्रालय ने पहली और दूसरी क्लास में पढ़ने वाले बच्चों को होमवर्क देने से मना कर दिया है, इसके साथ ही ये भी निर्देश दिए गए हैं कि बच्चों को केवल लैंगवेज और मैथ ही पढ़ाया जाएगा।
तीसरी से पांचवी क्लास के बच्चों को लैंगवेज, ईवीएस और मैथ एनसीआरटी के स्लैबस से ही पढ़ाया जाए।
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