प्रकाश पर्व के दिन सिखों को सरकार का बड़ा तोहफा, करतारपुर कॉरिडोर बनाने का एलान
23 नंवबर का दिन यानी कार्तिक पूर्णिमा। यह पूर्णिमा सिख धर्म में बहुत खास मानी जाती है। इस दिन सिखों के पहले गुरु गुरुनानक देव जी का जन्म हुआ था। सहसे खास बात यह है कि यह साल प्रकाश पर्व सिखों के लिए और भी खास हो गया है। इसकी वजह यह है कि पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के लिए स्पेशल कॉरिडोर बनाए जाने का एलान कर दिया गया है। यह बात जानतक सिखों में विशेष उत्साह है।
काम आई सिद्धू की झप्पी
बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू का मानना है कि पाकिस्तान सेना प्रमुख के गले लगने के कारण ही यह कार्य संभव हो पाया है। बता दें कि इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में सिद्धू के पाकिस्तान जाने और पाक आर्मी प्रमुख बाजवा के गले मिलने पर उनकी बहुत आलोचना की गई थी। अब सिद्धू बता रहे हैं कि जादू की झप्पी काम कर गई है। स्पेशल कॉरीडोर बनाए जाने के बाद भारत सरकार के एलान के बाद सिद्धू इसे अपने एक जीत की तरह देख रहे हैं।
शपथ समारोह में जाने पर था विवाद
सिद्धू ने कहा कि यह पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल कमर बाजवा के गले मिलने का नतीजा है। हमारा नारा है बुरे दिन जाने वाले हैं। जब सिद्धू इस समारोह में शामिल हुए थे उसके बाद से ही करतारपुर साहिब को लेकर चर्चा शुरु हो गई थी। उस वक्त सिद्धू के पाकिस्तान जाने पर विवाद हुआ था। पाक से लौटने के बाद सिद्धू ने दावा किया था कि इस दौरे के दौरान ही पाक सेना प्रमुख ने उनसे कहा था कि पाक सरकार करतारपुर साहिब कॉरोडोर के लिए रास्ता खोल सकती हैं।
2019 तक पूरा हो जाएगा काम
गौरतलब है कि पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन के बाद पाक से कुछ बदलाव की उम्मीद की जा रही थी। अब पाक की तरफ से भी यह पहल हुई है। पीएम इमरान खान ने कहा है कि इस महीने के अंत से ही वह कॉरिडोर बनाने की शुरुआत कर देंगे। उम्मीद की जा रही है कि 2019 तक यह काम पूरा हो जाएगा। पाक सरकार ने भारत सरकार के फैसले का स्वागत किया है।
केंद्र सरकार के एलान के बाद सबसे ज्यादा खुशी नवजोत सिंह सिद्धू को है। उन्होंने ट्वीट कर मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा कि इस फैसले से दोनों देशों के बीच शांति का संदेश जाएगा। भारत पाक दोनों सरकारों ने एलान या है कि वह गुरुनानत के जीवन में करतारपुर के गुरुद्वारा जाने क लिए कॉरिडोरे बनाएगी।भारत सरकार का कहना है कि पंजाब के गुरुदासपुर से लेकर अंतरराषट्रीय सीमा तक मोदी सरकार एक स्पेशल कॉरिडोर बनवाएग। इससे करतारपुर साहिब जाने वह सिख श्रद्धालुओं को काफी फायदा होगा।
क्यों खास है करतारपुर
करतारपुर को लेकर सिखों में अलग प्रेम इसलिए है क्योंकि उनके प्रथम गुरु गुरुनानक ने करतारपुर को बसाया था। उन्होंने अपने जीवन के अंतिम पल यहीं गुजारे थे। कार्तिक पूर्णिमा के दिन उनका जन्म हुआ था और इसलिए इसे प्रकाश पर्व के रुप में मनाते हैं।पाकिस्तान से बंटवारे में वह हिस्सा पाक को मिल गया। यह भारत पाकिस्तान सीमा से चार किमो की दूरी पर है। यहां पर एक गुरुदावार है जिसे करतारपुर साहिब कहते हैं।
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