एक ऐसी जगह जहां की हवा है सबसे शुद्ध, यहीं करेगा घर बसाने का मन
राजधानी दिल्ली सिर्फ बढ़ते अपराध ही नहीं बल्कि बढ़ते प्रदूषण के कारण भी बदनाम हो रही है। इस शहर की हवा की गुणवत्ती इतनी खराब है कि यहां पर रहने वाले लोगों के सिर्फ सांस भर ले लेने से कई तरह की बीमारी हो जा रही है। दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण से लोगों अस्थमा, सीओपीडी( क्रॉनिक ऑब्सट्रिक्टव पलमोनरी डिजीज) और लंग कैंसर जैसी बीमारी हो जा रही है। कई लोगों को दिल की परेशानी भी हो रही है। इस लिस्ट में कोलकाता का नाम भी शामिल हो रहा है। कोलकाता में भी हवा प्रदूषित हो रही है। ऐसे में क्या आप सोच सकते हैं कोई ऐसी जगह जहां प्रदूषण का नामों निशान ना हो।
फिनलैंड की हवा है सबसे शुद्ध
ऐसी ही एक बेहतरीन खबसूरत और प्रदूषण मुक्त जगह है जहां की हवा में सिर्फ ताजगी है और किसी भी तरह की कोई गंदगी नही है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने पाया है कि यूरोपिय देशों वाली एक जगह हैं फिनलैंड और इस हवा में प्रदूषण का नामों निशान नही है। पूरी धरती में सिर्फ फिनलैंड ही एक ऐसा शहर है जहां किसी भी तरह का प्रदूषण नही है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि स देश में साफ सफाई का बहुत ही ख्याल रखा जाता है और यहां गाड़ियों की कंडीशन भी बहुत बेहतर है। जिन फैक्ट्रियों और इंडस्ट्री से कोई भी देश या शहर गंदा होता है वह भी इस देश से काफी दूर पर स्थित हैं। सही वजह है कि यहां कि हवा भी एकदम साफ है।
WHO की है रिपोर्ट
WHO ने अपनी रिपोर्ट में पाया है कि फिनलैंड सबस प्रदूषण मुक्त जगह है। यहां प्रति क्यूबिक मीटर में लगभग 6 माइक्रोग्राम्स बारिक कण ही पाए जाते हैं जो दुनियाभर में दर्ज किए गए प्रदूषण के कणों में सबसे कम है। फिनलैंड के बाद नाम आता है स्वीडन, कनाडा, नार्वे और आइसलैंड का। इन जगहों पर भी हवा की गुणवत्ता बहुत अच्छी है।
फिनलैंड मे भी सबसे प्योर हवा मिलेगी मुओनियो में जहां पीएम 2.5 के सिर्फ माइक्रोग्राम्स कण पाए जाते हैं। वहीं अगर इसकी तुलना दिल्ली से करें यहां पीएम 2.5 339 के करीब तक जा चुके है। इसके साथ ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि दिल्ली में किस हद तक क प्रदूषण है।
दिल्ली में है सांस लेना मुश्किल
दिल्ली में आम दिनों में ही प्रदूषण बहुत ज्यादा रहता है और दीवाली के बाद से यह और भी ज्यादा बढ़ जाता है। यहां एक दिन के हवा की गुणवत्ता करीब 22 सिगरेट के धूएं की जितनी होती है। पहले अस्पताल में वह मरीज आते थे जिन्होंने सिगरेट पीकर अपने लंग बर्बाद कर लिए रहते थे, लेकिन अब ऐसे मरीज भी आने लगे हैं जिन्होंने कभी सिगरेट को हाथ भी नहीं लगाया, लेकिन प्रदूषण से उन्हें बीमारी हो गई।
ये है प्रदूषण का गुण
दिल्ली एनसीएर के कई इलाकों में हवा की क्वालिटी औऱ भी ज्यादा गिरती जा रही है। दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण पंजाब और हरियाणा में चलाई जाने वाली पराली है। इसकी हवा की दिशा पंजाब हरियाणा से दिल्ली की ओर जाती है जिससे दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। सारकार इसके लिए कृत्रिम बारिश भी करवा रही है जिससे यहां के हवा की गुणवत्ता सुधारी जा सके।
यह भी पढ़ें
- मेथी के हैं हरतअंगेज फायदें, इन बीमारियों को कर सकता है दूर
- सेहत बनाने का है जुनून, तो इन चीजों को अपनी डाइट में जरूर करें शामिल