समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन की पार्टी की तैयारियां कर उनके छोटे भाई शिवपाल बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जी हां, शिवपाल ने अपने बड़े भाई के जन्मदिन के मौके पर पार्टी रखी थी, लेकिन पार्टी में मुलायम सिंह ही नहीं आए, जिसके बाद शिवपाल के चेहरे पर एक अजीब मायूसी देखने को मिली। समाजवादी पार्टी में हो रही अपनी उपेक्षा के बाद शिवपाल ने समाजवादी प्रगतिशील पार्टी (लोहिया) का गठन किया, जिसके बाद से ही यादव परिवार उनसे खफा खफा नजर आ रही है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
यादव परिवार के मुखिया मुलायम सिंह यादव के जन्मदिवस को यादगार बनाने के लिए शिवपाल की नवोदित पार्टी ने सैफई में तगड़ा बंदोबस्त कर रखा था, लेकिन नेताजी के आने की वजह से माहौल मायूसी भरा हो गया। हालांकि, मुलायम सिंह यादव के इस फैसले से अखिलेश खेमे में काफी खुशियां दिखाई दी, लेकिन शिवपाल ने इसका जिम्मेदार भी अखिलेश को करार दिया। शिवपाल ने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को इसके लिए कसूरवार नहीं ठहराया, लेकिन अखिलेश पर जमकर बरसते हुए नजर आए।
मुलायम सिंह ने तोड़ा छोटे भाई का दिल
यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान से यादव परिवार में जमकर ड्रामा चला था, जिसके बाद अखिलेश को पार्टी की कमान थमा दी गई और फिर इससे शिवपाल चाचा बहुत ही ज्यादा नाराज हुए। बाद में खबर आई थी कि शिवपाल और अखिलेश के बीच सबकुछ सुलझ गया है, लेकिन फिर बाद में मामला तेज़ी से बढ़ गया तो शिवपाल ने नई पार्टी बना ली। ऐसे में मुलामय सिंह यादव के जन्मदिन को खास बनाने के लिए शिवपाल ने पार्टी रखी थी, लेकिन मुलायम सिंह नहीं आए तो इससे उनका दिल टूट गया। मुलायम सिंह यादव के नहीं आने पर शिवपाल ने मीडिया से बात करते हुए अखिलेश पर निशाना साधा।
शिवपाल ने कहा कि जिन लोगों ने कभी भी जमीनी तौर पर पार्टी के लिए कोई काम नही किया वे आज बड़े-बड़े पदो पर विराजमान है, लेकिन मेरे बड़े भाई का आशीर्वाद मेरे साथ हमेशा है। भले ही आज वह पार्टी में नहीं आए, लेकिन उनका आशीर्वाद हमारे साथ है और हमें इस बात की बेहद खुशी है। सपा सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव रात को आनन फानन में मुलायम सिंह को सैफई जाने से रोकने के लिए उनसे मिलने पहुंचे थे।