अपना कॉलर हमेशा उठाकर क्यों खेलते थे अजहर? जानिए
उन्हें कलाई का जादूगर कहा जाता है, उनके लेग ग्लांस का जवाब नहीं. उन्होंने भारतीय टीम को फील्डिंग के मायने सिखाए, उनकी कप्तानी में भारत को भारत में हराना किसी के बस की बात नहीं थी. इस स्टाइलिश बल्लेबाज का नाम है मोहम्मद अजहरूद्दीन, जिन्होंने अपने पहले तीन टेस्ट मैचों में तीन सेंचुरी जड़कर पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था.
मोहम्मद अजहरूद्दीन को न सिर्फ उनकी बेहतरीन बैटिंग के लिए बल्कि उनके स्टाइल के लिए भी जाना जाता है, खासकर उनका अपनी टी-शर्ट और शर्ट के कॉलर को ऊपर करके रखना. ये स्टाइल बाद में अजहरूद्दीन की पहचान बन गया.
इस स्टाइल पर अजहर खुद भी इस कदर फिदा हुए कि क्रिकेट मैदान से दूर होने के बाद भी उन्होंने इसी स्टाइल को अपनाए रखा. अजहर से जुड़ी एक और खास बात उनकी पहचान बन गई थी और वह थी उनका सफेद हेलमेट पहनकर क्रिकेट खेलना. जब ज्यादातर खिलाड़ी ब्लैक और ब्लू हेलमेट में नजर आते थे तो सफेद हेलमेट में खेलने वाले अजहर एक अलग ही अंदाज में दिखते थे. आइए जानें आखिर क्या है वजह अजहर के टीशर्ट का कॉलर ऊपर करके खेलने और सफेद हेलमेट पहनने की वजह.
अजहर का कॉलर ऊपर करके खेलना उनकी पहचान बन गया |
कॉलर ऊपर करके क्यों रखते हैं अजहरः
इस बात का खुलासा खुद अजहर ने हाल ही में एक रेडियो चैनल पर किया. अजहरूद्दीन ने फीवर 104 एफएम के एक कार्यक्रम में उनके कॉलर ऊपर करके खेलने की वजह का खुलासा किया. अजहर ने बताया कि पॉइंट पर फील्डिंग करते समय उनके गर्दन की त्वचा पर पड़ने वाली सूरज की तेज रोशनी से उन्हें काफी परेशानी होती थी. इसलिए इससे बचने के लिए ही उन्होंने अपनी कॉलर को ऊपर रखना शुरू कर दिया जोकि धीरे-धीरे उनकी आदत बन गई.
सफेद हेलमेट पहनकर इसलिए खेलते थे अजहरः
साथ ही अजहर ने सफेद हेलमेट पहनकर खेलने की भी वजह बताई. उन्होंने कहा कि मुझे सफेद रंग पसंद था इसलिए मैंने टेस्ट मैचों के दौरान सफेद हेलमेट का खूब प्रयोग किया. उन्होंने बताया कि उस समय नीले रंग के हेलमेट पहनने की बाध्यता भी नहीं थी इसलिए भी वह सफेद हेलमेट पहनकर खेलें.
मैच फिक्सिंग विवाद की वजह से अजहर 100 टेस्ट मैच खेलने का सम्मान हासिल करने से चूक गए. उन्होंने 99 टेस्ट मैच खेले और 22 सेंचुरी की मदद से 6216 रन बनाए. हाल ही में उनके जीवन पर बनी फिल्म ‘अजहर’ रिलीज हुई है, जिसमें लीड रोल इमरान हाशमी ने निभाया है.