
प्रधानमंत्री मोदी का एक और क्रान्तिकारी कदम, बीजेपी MP और MLA भी नहीं छिपा पाएंगे काला धन!
जैसा कि आपको याद होगा भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता में आते ही एक बात कही थी, “ना खाऊंगा..ना खाने दूंगा”। इसका मतलब यह है कि ना ही खुद भ्रष्टाचार के लिप्त होऊंगा ना किसी और को भ्रष्टाचार करने दूंगा। उन्होंने जैसा कहा वैसा किया भी। आते ही अपने सांसदों को दिल्ली में उपस्थित रहने के लिए कहा। पहले सांसद कामचोरी में माहिर थे, वो संसद में जाते ही नहीं थे और अपने क्षेत्र में ही रहते थे। इस चलन को इन्होने पूरी तरह से बदल दिया।
देशहित में लोगों का विरोध भी सहा:
कुछ दिन पहले इन्होने काले धन और जाली नोटों पर अंकुश लगाने के लिए विमुद्रीकरण कर दिया और 500 और 1000 के पुराने नोटों को चलन से बंद कर दिया। इस वजह से कई लोग उनके विरोधी भी बन गए। लेकिन देशहित में उन्हें लोगों का विरोधी हो जाना ज्यादा अच्छा लगा। अभी मिली तजा जानकारी के अनुसार इन्होने बीजेपी के सभी सांसदों और विधयाकों से कहा है कि वह अपने बैंक खाते की 9 नवम्बर से लेकर 31 दिसंबर तक की सारी जानकारी पार्टी अध्यक्ष अमित साह को दे दें।
आज संसद में किया बड़ा ऐलान:
यह सब जानकारी देने की तिथि 1 जनवरी 2017 निर्धारित की गयी है। यह आज शीतकालीन सत्र की मीटिंग के लिए संसद में आये हुए थे और यहाँ पर यह घोषणा कर दी कि पार्टी के सभी सांसदों और विधायकों को अपने बैंक खाते के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी। इस कदम से विरोधी दल के मुँह निश्चित तौर पर बंद हो जायेंगे। जो लोग बीजेपी के ऊपर इल्जाम लगा रहे थे कि सबसे ज्यादा काला धन बीजेपी के नेताओं के पास ही है, उनके मुँह भी बंद हो जायेंगे।
प्रधानमंत्री पक्षपात पर भरोसा नहीं करते:
आपको बता दें, प्रधानमंत्री ने यह फैसला निष्पक्षता को ध्यान में रखकर लिया है। प्रधानमंत्री पक्षपात में भरोसा नहीं करते हैं। उनका मानना है कि जो भी दोषी हो उसे सजा मिलनी चाहिए, इसमें अपने लोग भी हों तो उन्हें भी सजा मिलनी चाहिए। इसीलिए उन्होंने यह कदम उठाया है, ताकि अगर उनकी खुद की पार्टी का कोई नेता इस जालसाजी में पकड़ा जाता है तो उसे भी दंड दिया जायेगा।
देखिए वीडियो –
https://www.youtube.com/watch?v=3nzjlZGby5g