पंजाब की इस बेटी के घर पर किया मां लक्ष्मी ने प्रवेश, रातों-रात बनी करोड़पति
न्यूज़ट्रेंड वेब डेस्क: दीवाली का त्यौहार बीत चुका है, इस त्यौहार में हर किसी ने मा लक्ष्मी को प्रसन्न करे के भरपूर प्रयास किए, लेकिन पंजाब के एक परिवार में मां लक्ष्मी ने साक्षात ही अवतार ले लिया। अब आपको लग रहा होगा कि ये क्या बात कर रही है भला इस कलयुग में कैसे ईश्वर का जन्म हो सकता है, लेकिन ये बात बिल्कुल सच है।
पंजाब के इस परिवार पर लक्ष्मी मां की ऐसी कृपा बरसी की वो परिवार रातोंरात करोड़पति बन गया, तो चलिए अब आपको बताते हैं क्या है इस गरीब परिवार के रातोंरात अमीर बनने की कहानी।
ये है पूरा मामला
पंजाब के बठिंडा जिले के गांव गुलाबगढ़ का जहां पर एक गरीब परिवार की बेटी ने लॉटरी जीति और वह रातों-रात अमीर बन गई। और उस लड़की का नाम है लखविंदर। लखविंदर के पिता परमजीत सिंह होमगार्ड हैं और उनकी कमाई से घर का खर्चा बामुश्किल ही चल पाता है। लखविंदर की उम्र १७ साल है और वो क्लास १२वीं की पढ़ाई कर रही हैं. लखविंदर के तीन भाई-बहन और भी हैं। लखविंदर का एक बड़ा भाई, एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है। और पूरे घर में कमाने वाला सिर्फ एक ही व्यक्ति है।
लखविंदर से जब एक इंटरव्यू में लाटरी जीतने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि किस तरह से अचानक ही उनके मन में ख्याल आया और उन्होंने मजे-मजे में लाटरी जीत ली। लखविंदर ने बताया कि, दीवाली के एक दिन पहले उनके पास फोन आया कि वह वह इस साल की दिवाली बंपर की विजेता बनी हैं.
लखविंदर के अनुसार, जैसे ही उन्होंने यह बात सुनी उनकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. पूरा परिवार यह बात सुनकर ख़ुशी मनाने में जुट गया।
कैसे खरीदी थी लॉटरी
लखविंदर ने बताया कि दीवाली से पहले वो अपनी मां के साथ बाजार गई थी जहां पर उनको एक दुकान में भीड़ दिखाई दी तब उनको पता लगा कि वहां पर लाटरी मिल रही है, लखविंदर ने अपनी मां से कहा कि उनको भी लॉटरी लेनी है और यह मजह २०० रूपए की बात है और लखविंदर ने मजे-मजे में लाटरी की टिकट खरीद ली। और दीवाली के एक दिन पहले उनके पास फोन आया की वो ढेड करोड की लाटरी जीत गई हैं।
लखविंदर ने बताया कि वो इस ऱाशि से सबसे पहले एक घर खरीदेंगी और बाकी पैसा वो अपनी पढ़ाई और अपने भाई-बहनों की पढ़ाई पर लगाएंगी, उनका कहना है कि वह इस लॉटरी के पैसों से अपनी मां के लिए ज़रूर कुछ करना चाहेंगी क्योंकि उनकी मां ने बहुत आर्थिक मुश्किलों का सामना किया है।
पंजाब के इस परिवार के साथ जो हुआ उसे देखकर तो यही लगता है कि इसे ही भगवान का करिश्मा कहते हैं और ये भी कि दानें-दानें पर लिखा है खाने वाले का नाम, लखविंदर के पिता पिछले 12 सालों से लॉटरी का टिकट खरीद रहे हैं लेकिन आज तक उनकी कोई लॉटरी नहीं लगी और उनकी बेटी की किस्मत इतनी अच्छी थी की मजे-मजे में लिए लॉटरी के टिकट ने उन्हें करोड़पति बना दिया है।
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