फेसबुक ने उठाया बड़ा कदम, 6 महीने में 1.5 अरब अकाउंट्स कर दिए डिलीट
सोशल मीडिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय औऱ इस्तेमाल किए जाने वाले फेसबुक ने करीब 1.5 अरब अकाउंट डिलीट कर दिए हैं। फेसबुक ने कम्यूनिटी स्टैंडर्ड रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में अप्रैल से लेकर सिंतबर 2018 तक कंपनी ने 1.5 अरब फेसबुक अकाउंट डिलीट किए हैं। कंपनी ने इस रिपोर्ट में फेक न्यूज, हेट स्पीच, स्पैम और टेररिस्ट प्रोपगंडा की बात की है। 2018 के दूसरे महीने में फेसबुक ने 800 मिलियन अकाउंट हटाए थे। तीसरा महीने में 754 मिलियन पेक अकाउंट्स हटाए गए हैं।
फेसबुक ने हटाए फर्जी अकाउंट
फेसबुक का कहना है कि फेक यानी फर्जी अकाउंट के 99.6 फिसदी की पहचान की है। इन फेक यूजर्स को हटा दिया गया है बावजूद इसके फेसबुक पर फर्जी अकाउंट्स अभी भी खत्म नही हुए हैं। फेसबुक का अंदाजा है कि 2018 की दूसरी और तीसरे महीने में मंथली यूजर्स में से 3-4 फिसदी फेक अकाउंट हो सकते हैं। फेसबुक ने कहा कि हटाए गए अकाउंट्स में से ज्यादातर व्यवसायिक रुप से प्रेरित स्पैम अटैक हैं।
बता दें कि फर्जी मामला सामने आने के बाद फेसबुक पहले से और ज्यादा सतर्क हो रहा है। फेसबुक अब एक ऐसी स्वतंत्र संस्था बनाने जा रहा है जिससे सोशल नेटवर्किंग साइट पर नजर रखी जाएगी और कुछ चीजें हटा भी दी जाएगीं। इस बात की घोषणा तब हुई है जब नफरत फैलाने वाले पोस्ट तुरंत हटाने की बात सामने आई है।
क्या कहा मार्क जुकरबर्ग ने
फेसबुक के मालिक और मुख्य कार्यकारी सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि मेरा यह मानना है कि हमें बोलने की आजादी और सुरक्षा के बारे में कई फैसले खुद से नहीं करना चाहिए। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंल सॉफ्टवेयर या यूजर की ओर से रिपोर्ट किए गए पोस्ट की अंदर तक जांच करते है, जिसकी क्षमता बढ़ाई जा रही है।
जुकरबर्ग ने साथ ही यह कहा कि आने वाले साल में एक स्वतंत्र संस्था बनाई जाएगी जो एक तरह से ऊपरी अदालत की तरह काम करेगा। यह सोशल मीडिया द्वारा आपत्तिजनक पोस्ट या कंटेंट हटाने के फैसले की अपील पर विचार करेगा। यह कुछ इस तरह से होगा कि फेसबुक के नियमों का पालन करते हुए आप स्वतंत्र रुप से अपने विचार रख पाएंगे।
फेसबुक पर पोस्ट करने से पहले बरतें सावधानी
फेसबुक निर्माता ने कहा कि हमने अपनी नेटवर्किंग साइट से नफरत फैलाने वाले भाषण, डराने धमकाने वाले और आतंकवाद के कंटेंट को हटाने पर काम कर रहे हैं। इससे लोगों को आवाज उठाने का मौका मिलेगा।साथ ही वह सुरक्षित भी महसूस कर सकेंगे। बता दें कि पहले की तुलना में अब फेसबुक अपने .यूजर्स और उनके कंटेंट पर कड़ी नजर रखने लगा है। साथ ही किसी भी तरह के भड़काऊ या विचलित कर देने वाले कंटेंट को फेसबुक तुरंत खारिज कर देता है।
दरअसल फेसबुक पर फेक अकाउंट्स, फर्जी खबर, प्रोपगेंडा को लेकर लगातार इसकी आलोचना हो रही है। न्यू यॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट में कहा था कि फेसबुक फेक न्यूज और अमेरिका में हुए चुनाव में रुस की दखलअंदाजी को पकड़ने और इससे निपटने में असमर्थ रहा है। हालांकि इस दावे पर कंपनी ने अच्छा खासा जवाब देते हुए एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें उन्होंने फर्जी अकाउंट्स हटाने के आंकड़े दिए है।
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