राम मंदिर के मुद्दे पर सामने आई करणी सेना, प्रधान ने कहा- राम लला टेंट में हैं…..
2019 के लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और जिस मुद्दे पर सरकार सबसे ज्यादा घेरे जा रही है वह है राम मंदिर का मुद्दा। अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर बीजेपी पर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। इस मुद्दे पर अब करणी सेना भी सामने आ गई है। यह वही करणी सेना है जिसने संजय लीला भंसाली कि फिल्म पद्मावत के लिए जमकर प्रदर्शन किया था।अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की मांग को लेकर करणी सेना के प्रधान संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी अपने दलबल के साथ अयोध्या पहुंचे हैं।
टेंट में हैं राम लला
करणी सेना के प्रधान ने कहा कि हम राम के वंशज हैं, क्योंकि वह क्षत्रिय थे। कालवी ने कहा कि न्यायालय अनुमति दे तो हम राम का भव्य मंदिर बनाएंगे। इस मांग को लेकर तीन महीने पहले न्यायालय में अर्जी भी दे रखी है। लोकेंद्र सिंह कालवी पहले अयोध्या पहुंचे तो उन्होंने रामलला के दर्शन किए और महाराणा प्रताप की कसम खाते हुए कहा कि अब रामलला का दर्शन तभी करने आएंगे जब भव्य मंदिर बनेगा तब वही आखिरी दर्शन होगा। कालवी ने कहा कि हम लोग ठाठ से जिंदगी गुजार रहे हैं और राम लला आज भी टेंट में हैं। अब भगवान भी ठाठ में होंगे तभी दर्शन होगा।
करणी सेना बनाना चाहती है मंदिर
बता दें कि इन दिनों राम मंदिर का मुद्दा बीजेपी की गले की फांस बन चुका है।विरोधियों और समर्थकों दोनों ने इस मंदिर को बीजेपी के लिए बड़ा मुद्दा बना लिया है।करणी सेना के प्रधान ने लोकेंद्र सिंह कालवी ने देर से आने के लए सरयू में स्नान कर प्रायश्चित किया। उन्होंने कहा कि जब एससी मामला सुप्रीम कोर्ट में पेंडिगं था और उस पर सरकार अध्यादेश ला सकती है तो राम जन्म भूमि के लिए क्यों नहीं।
लोकवी ने कहा कि राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण यह मामला हल नहीं हो पा रहा है। करणी सेना को सभी लोगों ने मिलकर फिल्म पद्मावत मामले में समर्थन दिया था, उससे भी बड़ा समर्थन लोग दें तो भव्य राम मंदिर का निर्माण हो सकता है। बता दें कि पद्मावत फिल्म की रिलीज को टालने को लेकर करणी सेना सामने आई थी और उनके जबरदस्त विरोध प्रदर्शन के बाद 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हुई थी।
योगी ने किया एलान
बता दें कि यूपी के सीएम योगी ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने अयोध्या में प्रभु श्री राम की भव्य मूर्ति बनाने का एलान कर दिया है। उन्होंने अपने अयोध्या दौरे के दौरान कहा था कि एक पूजनीय मूर्ति मंदिर के अंदर होगी, लेकिन एक दर्शनीय मूर्ति भी होगी जो अयोध्या की पहचान बनेगी। सीएम ने कहा कि इसके लिए सर्वे किया जा रहा है और जल्द ही सबकुछ तय किया जाएगा।
वहीं राम मंदिर के मुद्दे पर विपक्ष का कहना है कि बीजेपी जानबूझकर राम मंदिर का मुद्द् चुनाव तक टाल रही है ताकी उसे वोट मिल सके। दरअसल राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई एक बार फिर टल चुकी है औऱ मंदिर की तारीख अभी तक तय नहीं हो पाई है। फिलहाल इस मुद्दे पर राजनेताओं के बयान सामने आ रहे हैं, लेकिन करणी सेना के इस मुद्दे पर जुड़ने से कोई बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
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