सरकारी नौकरी की बात की जाए तो ज़्यादातर युवा बैंक की नौकरी की तरफ काफी ज्यादा आकर्षित होते हैं और इसके अलावा अगर किसी अन्य तरफ युवाओं का रुझान जाता है तो वो है रेलवे। हालांकि की आज भी युवाओं का काफी बड़ा समूह है जो प्रशासनिक परीक्षा की तैयारी कर रहा और उसमे नौकरी पाने के लिए जी जान लगाए हुए है। खैर आज हम आपको रेलवे से जुड़ी भर्ती के संबंध में बताते जा रहे हैं जिसे जानने के बाद उन सभी युवाओं को काफी राहत मिलेगी जिन्होने अभी हाल ही में ग्रुप D की रिक्तियों के लिए आवेदन किया था।
असल में आपकी जानकारी के लिए बताते चलें की रेलवे की तरफ से अब ग्रुप डी के लिए आवेदन करने वाले लाखों अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है क्योंकि अभी हाल ही में रेलवे ने ग्रुप डी की कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट की तिथि जारी कर दी थी जो की 12 से 14 दिसंबर के बीच होनी तय है। मगर इसकी वजह से उन अभ्यर्थियों के लिए यह समस्या आ गयी जिन्होने ग्रुप सी के तहत असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्नीशियन के पदों पर आवेदन किया हुआ था क्योंकि उनकी द्वीय चरण की परीक्षा 12 दिसंबर को होनी पहले से ही तय थी और ऐसे में यह नई तारीख उनके सामने बड़ी मुश्किल खड़ी कर के रही दी।
परीक्षा तिथि टकराने से छात्रों में थी दुविधा
बताते चलें की एक ही समय में दो दो परीक्षा की तिथि पद जाने की वजह से ऊन सभी उम्मीदवारों मीन दुविधा की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी। असल में असल में जिन छात्रों के असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्नीशियन पद के लिए जीती चरण की परीक्षा देनी थी उसी दिन ग्रुप डी की परीक्षा भी पड़ गई। बता दें कि ऐसे में 12 दिसंबर को 12 दिसंबर को बहुत सारे अभ्यर्थि फॉर्म भरने के बावजूद परीक्षा देने से वंचित रह जाते हैं। इस स्थिति को देख कर अभ्यरती काफी नाराज हुए और तिथि तो बदलने की मांग भी की जिसे देखते हुए रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड ने अभ्यर्थियों के आग्रह पर विचार किया और परीक्षा तिथि में बदलाव करने का फैसला लिया।
ग्रुप डी की परीक्षा 12 से 14 दिसंबर के बीच
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आरआरबी की प्रतियोगी परीक्षाओं में लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं और रेलवे की ग्रुप डी और ग्रुप सी की परीक्षा तकरीबन सभी युवाओं के बीच काफी चर्चित हैं, ऐसे में जिस तरह से से दोनों ही मुख्य परीक्षाओं की तिथियां आपस मे टकरा रही तजि उसमे रेलवे ने बदलाव कर दिया है जिसके बाद छात्र अब एएलपी और टेक्नीशियन के सेकेंड फेज का एग्जाम 12 की बजाय 24 दिसंबर को दे सकेंगे जबकि रेलवे द्वारा पहले से तय तिथि 12 दिसंबर थी। हालांकि रेलवे ने अभ्यर्थियों के भविष्य को ध्यान के रखते हुए तारीख को बदलकर काफी राहत दी है।
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