क्या आपने कभी सोचा है कि पेन के ढक्कन के ऊपर छेद क्यों होता है, जानिए ये ख़ास वजह
न्यूज़ट्रेंड वेब डेस्क: हम आपको अपनी एक रिपोर्ट में बता चुके हैं कि हमारे साथ कई ऐसी चीजें होती हैं जिनको हम रोज देखते हैं लेकिन उन पर ध्यान नहीं देते या ध्यान देकर भी उसे नजरअंदाज कर देते हैं क्योंकि हम उन बातों को इतना जरूरी नहीं समझते हैं। हमने आपको अखबार में चार रंग के डॉट होने के मतलब बताया था और अब हम आपको फिर से एक ऐसी ही चीज का मतलब बताने जा रहे हैं जिसे आप हर समय या कह दें कि पूरी जिंदगी उसको अपने पास रखते हैं।
दरअसल हम बात कर रहे हैं, पैन के कैप की। बचपन में स्कूल से लेकर कॉलेज फिर नौकरी हर जगह पर पेन आपके साथ होता है, और अपनी पूरी लाइफ में आपने अलग-अलग तरह के पैनों का यूज किया होगा, पेन चाहे जैसा हो लेकिन कभी आपने ध्यान दिया है कि पेन के कैप पर एक छेद होता है, आप सोचते होंगे कि यह पेन को एक यूनिक लुक देने के लिए इसको डिजाइन किया गया होगा लेकिन ऐसा डिजाइन हर कंपनी अपने पैन के ढ़क्कन पर दें ऐसा जरूरी नहीं है, तो जरूर इस छेद का कोई ना कोई मतलब होगा।
कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि पेन के ढ़क्कन में छेद इसलिए दिया जाता है ताकि पेन के निब की इंक ना सूखे लेकिन ये बात गले उतरती नहीं हैं अगर उसमें हवा जाएगी तो पेन की इंक तो सूखेगी ना की उसे बचाएगी। तो फिर शायद यह वह कारण नहीं है, जिस वजह से यह छेद पेन के कैप में या निचले हिस्से में दिया जाता है।
वहीं एक अवधारणा यह भी है कि यह छेद पेन को बंद करते और खोलते समय एयर के दबाव को एक समान रूप से बनाए रखने के लिए होता है। लेकिन यह बात सिर्फ उन पेन के साथ ही है जिसमें ढक्कन को प्रेस करके बंद किया जाता है ना कि उसमें जिसमें ढक्कन को घुमा कर के बंद किया जाता है।
तो चलिए अब आपको बताते हैं कि आखिर इस पेन के ढ़क्कन पर छेद होने का सही मतलब क्या होता है। अमूमन ये सबकी आदत होती है कि पेन से काम करते वक्त उसको मुंह में डालते हैं, बड़े तो इस बात को ध्यान में रखते हैं कि पेन का ढक्कन मुंह में ना जाए लेकिन बात की जाए छोटे बच्चों की तो वो उन्हें इस बात का ध्यान नहीं रहता है और गलती से अगर पेन का ढ़क्कन बच्चे के मुंह में चला जाए तो यह सांस लेने वाली नली में फंस जाएगा जिससे बच्चा सांस नहीं ले पाएगा और बच्चे के लिए यह काफी घातक साबित हो सकती है।
यही बात सोचकर के पेन के निर्माताओं ने इसके ढक्कन में एक छेद रखा, ताकि अगर कोई बच्चा कभी गलती से पेन के ढ़क्कन को निगल भी जाता है तो ढ़क्कन में छेद होने की वजह से उसको सांस लेने में आसानी होगी और खतरा कुछ हद तक कम हो जाएगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक US में हर साल पेन के ढक्कन को निगलने की वजह से लगभग 100 बच्चों की मौत हो जाती है। इसीलिए सुरक्षा नियमों के तहत बॉलपेन के ढक्कन में छेद बनाना अनिवार्य कर दिया गया जिससे किसी अनहोनी की स्थिति में किसी को बचाने के लिए थोड़ा समय मिल जाए