खुलासा : नोटबंदी से टूटी अंडरवर्ल्ड की कमर, अपराध के ग्राफ में कई गुना गिरावट!
कुछ समय पहले तक देश में अपराध का स्तर इतना बढ़ गया था कि, शरीफ लोगों का जीना मुहाल हो गया था। आये दिन यहाँ-वहाँ खून, लूट-मार, अपहरण की घटनाएँ सुनने को मिलती रहती थी। लेकिन नोटबंदी के बाद से सब कुछ थमा हुआ है। नोटबंदी के बाद से देश में नकदी की बहुत समस्या बनी हुई है। नोटों की कमी की वजह से आम आदमी परेशान है, लेकिन 500 और 1000 के नोट बंद हो जाने से सबसे बड़ा नुकसान हुआ है, अपराधियों को। नोटबंदी के बाद से अंडरवर्ल्ड की कमर पूरी तरह से टूट चुकी है।
अपराधियों के लिए नोटबंदी सबसे ज्यादा नुकसानदायक:
कैश की कमी की वजह से अपराधियों ने अपना काम बंद कर दिया है, इसी वजह से आम आदमी चैन से जीवन भी जी रहा है। नोटबंदी के बाद से बाजार से 500 और 1000 के नकली नोट भी किसी काम के नहीं रहे। अब आप तो जानते ही हैं कि अपराध जगत का सारा का सारा काम जाली नोटों की वजह से चलता था, ऐसे में नोटबंदी उनके लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक साबित हुई है।
भारत का भगौड़ा डॉन दाऊद इब्राहीम भी है नोटबंदी से परेशान:
आपको तो पता ही होगा, भारत का भगौड़ा डॉन दाऊद इब्राहीम पाकिस्तान में छुपा हुआ है और वही से पाकिस्तान सरकार की मदद से वह जाली नोटों का धंधा करता था। लेकिन जब से नोटबंदी हुई है उसे भी कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करे। ऐसा लगता है जैसे प्रधानमंत्री के एक कदम ने सभी अपराधियों को बेरोजगार कर दिया है। दाऊद और इसके जैसे कई अंडरवर्ल्ड के डॉन, माफिया अपना काम नहीं कर पा रहे हैं।
चोरी, डकैती, अपहरण और लूट की घटनाओं में कमी:
एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय बाजार में पिछले 17-18 दिनों से कैश की कमी चल रही है, इस वजह से हवाला का कारोबार भी प्रभावित हुआ है। हथियारों की अवैध बिक्री में भी भारी कमी देखने को मिली है और साथ ही साथ चोरी, डकैती, अपहरण और लूट जैसी घटनाओं में भी काफी गिरावट हुई है। प्रधानमंत्री ने तो सिर्फ काला धन और जाली नोटों के धंधे को रोकने के लिए यह कदम उठाया था, लेकिन उसके साथ ही कई और समस्याएँ कम होती दिख रही हैं।