चुनावी महौल में राम मंदिर का मुद्दा पूरी तरह से गरमा गया है। जहां एक तरफ सत्ताधारी पार्टी इस मुद्दे पर अपना बचाव करती हुई नजर आ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष सरकार को घेरती हुई नजर आ रही है। पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में जहां एक तरफ इशारो ही इशारों में बीजेपी यह कह चुकी है कि राम मंदिर जल्दी ही बनेगा, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी को राम मंदिर सिर्फ चुनावी माहौल में ही नजर आता है। जी हां, राम मंदिर पर सिसायत का रंग जमकर चढ़ता नजर आ रहा है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
राम मंदिर को लेकर जहां हर कोई यही जानना चाहता है कि आखिर अयोध्या में राम मंदिर कब बनेगा तो वहीं दूसरी तरफ सरकार और विपक्ष में जमकर खींचतान देखने को मिल रही है। इसी सिलसिले में मध्यप्रदेश से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है। जी हां, दिग्विजय सिंह ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर बड़ा हमला बोला। दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी को सिर्फ राम मंदिर चुनावी महौल में ही याद आता है, क्योंकि हर बार राम के नाम पर वोट लेने की बीजेपी की पुरानी झूठी आदत है, जिसे जनता अब पूरी तरह से समझ चुकी है।
विवादित स्थल पर ही राम मंदिर क्यों?
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी राम मंदिर बनाना चाहते हैं, वो ठीक है, लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर विवादित स्थल पर ही राम मंदिर क्यों बनाना चाहते हैं। इसका जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने खुद कहा कि बीजेपी राम मंदिर के सहारे वोट मांगना चाहती है। इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर विवादित स्थल पर ही राम मंदिर बनाना है तो फिर कोर्ट का आदेश मानने में ही सबकी भलाई है।
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार हर मोर्चे पर असफल रही है, बीजेपी और उसकी सरकार मुख्यत: मोदी जी फेल हुए है, जोकि जनता के साथ सिर्फ धोखा ही है। याद दिला दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 4 नवंबर को कहा था कि राम मंदिर के इंतजार में अब ज्यादा समय नहीं लगेगा, क्योंकि जल्दी ही अयोध्या भूमि में राम मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। बहरहाल, मामला चाहे जो कुछ भी क्यों न हो, लेकिन विपक्ष और सरकार में खींचतान लगातर देखने को मिलेगी।