नोटबंदीः विरोधियों के भारत बंद के ऐलान का जनता कर रही है जबरदस्त विरोध
नई दिल्ली – जब मोदी सरकार द्वारा देश में भ्रष्टाचार और कालाधन के खिलाफ नोटबंदी का फैसला लिया गया है इस फैसले का विरोधी और विपक्षी पार्टियां जमकर विरोध कर रही है और इसे घोटाला बता रही है। अरविन्द केजरीवाल ने तो इस फैसले को आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला बताया बता डाला। नोटबंदी पर केजरीवाल और ममता बनर्जी के रुख और विरोध को देखकर समर्थन के बजाय जनता में उनके प्रति आक्रोश दिख रहा है। गौरतलब है कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, टीएमसी सियासी पार्टियां नोटबंदी के फैसले को वापस कराने का भरपूर प्रयास कर रही है। Opposition announced India called off.
विरोधियों द्वारा सारे हथकंडे अपना लेने के बावजूद भी सरकार अपने फैसले पर कायम है। इसी क्रम में विरोधी पार्टियों ने एकजुट होकर 28 नवंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। लेकिन जनता विरोधियों का साथ देने के बजाय इस ऐलान का जबरदस्त विरोध कर रही है। भारत बंद के ऐलान पर लोग कह रहे हैं कि जिस किसी दुकानदार ने 28 नवंबर को दुकान बंद रखी, उनसे वो कभी कोई खरीदारी नहीं करेंगे।
देखिए किस प्रकार ट्विटर पर भारत बंद के ऐलान का लोग कर रहे हैं विरोध –
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी वेबसाइट और एप्प पर सर्वे किया गया, जिसमें 5 लाख लोगों ने हिस्सा लिया। जिसमें से 90 फीसदी लोगों ने मोदी सरकार के नोटबंदी फैसले का समर्थन किया।
बता दें कि आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नोटबंदी का विरोध आम आदमी नहीं बल्कि वे लोग रहे हैं, जिन्होंने संविधान का दुरुपयोग करके देश को भ्रष्टाचार में डूबो दिया। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा देश का आम आदमी नोटबंदी के साथ है। नोटबंदी को लेकर उन्हें संसद के अंदर और बाहर घेर रहे लामबंद विपक्षी दलों को निशाने पर लेते हुए मोदी ने कहा कि इसका विरोध इसलिए नहीं हो रहा है यह बिना तैयारी के लाया गया दरअसल विरोध इसलिए है कि तैयारी का समय नहीं दिया गया।