धनतेरस पर इस मुहूर्त में दीपक जलाना बताया गया है सबसे शुभ, प्रसन्न होकर कुबेर करेंगे धनवर्षा
दीपावली के त्योहार में अब गिने चुने दिन ही बचे हुए हैं और इसे लेकर लोगों मे ढेर सारी उत्सुकता भी है। ऐसे में सभी लोग यह जानने को बेहद उत्सुक हैं की धनतेरस कब है और धनतेरस के दिन क्या उयर कैसे करना है, पुजा के लिए शुभ मुहरत आदि की जानकारी को लेकर हर कोई काफी उत्सुक रहता है। आपकी जानकारी के लिए हम बताते हैं कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान धन्वन्तरि का जन्म हुआ था और इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है। हम आप को आगे बताएँगे धनतेरस दिया जलाने का शुभ मुहूर्त
बताते चलें की इस बार 7 नवंबर 2018 की दिवाली के तीन दिन पहले यानी 5 नवंबर को धनतेरस का त्यौहार पड़ रहा है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन सभी लोग नए नए बर्तन, गहने, कपड़े या इस तरह की कीमती वस्तुओं की ख़रीदारी करते हैं और इस दिन से दिए जलाना आरंभ हो जाता है।
क्या है धनतेरस की कथा
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें की धनतेरस का पर्व मनाने के पीछे एक बहुत ही प्राचीन कथा जिसमे देव और असुरों के बीच हुए समुद्र मंथन का वर्णन किया है। माना जाता है की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को समुद्र मंथन के समय भगवान धनवंतरी प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन को धन त्रयोदशी कहा जाता है। धन और वैभव देने वाली इस त्रयोदशी का विशेष महत्व माना गया है और इसी दिन ‘धनतेरस’ मनाया जाता है। कई जघों पर इसे ‘धनवंतरि त्रयोदशी’ के नाम से भी जाना जाता है।
धनतेरस पर ख़रीदारी करने के साथ ही साथ धन की देवी माँ लक्ष्मी, कुबेर और भगवान धनवंतरि की पूजा भी की जाती है और आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे की किस समय धनतेरस पर दीपक जलाना शुभ है और शस्त्रानुसार क्या है दीपक जलाने का शुभ मुहूर्त।
धनतेरस दिया जलाने का शुभ मुहूर्त
धन तेरस की पूजा शुभ मुहूर्त में करनी चाहिए और ऐसे में आपको बता दें की इस दिन सबसे पहले तेरह दीपक जला कर तिजोरी में कुबेर का पूजन करना चाहिए क्योंकी हुमे धन सम्पदा का सुख कुबेर देवता से ही मिलता है और ऐसे में इनका ध्यान करते हुए उन्हें फूल चढाएं। इसके बाद धूप, दीप, नैवेद्य से पूजन करें। इस दिन स्थिर लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व है।
धन तेरस दिया जलाने का शुभ मुहूर्त मुहूर्त शाम 6.05 बजे से 8.01 बजे तक है। इस शुभ मुहूर्त की पूरी अवधि: 1 घंटा 55 मिनट तक रहेगी। इस दौरान प्रदोष काल: सूर्यास्त के बाद शाम 5.29 से रात 8.07 बजे तक लगेगा, माना जाता है की यम दीपदान और लक्ष्मी पूजन इसी मुहूर्त में करना चाहिए।
इसके अलावा बता दें की वृषभ काल: शाम 6:05 बजे से रात 8:01 बजे तक रहेगा और इसके अलावा त्रयोदशी तिथि आरंभ: 5 नवंबर को सुबह 01:24 बजे रहेगी और रात्रि 11.46 बजे तक समाप्त हो जाएगी।
बताते चलें की धनतेरस के दिन कुबेर देवता और धन्वन्तरी देव की पुजा की जाती है साथ ही साथ माता लक्ष्मी तथा भगवान गणेश की भी पुजा होती है। इस दिन मां लक्ष्मी और गणेश जी की भी पूजा होती है। ज्योतिष के अनुसार धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी जीवन में ढेर सारी सफलता और समृद्धि लेकर आती है। धनतेरस दिया जलाने का शुभ मुहूर्त पर आप दीपक जलाकर धन के देवता कुबेर देव को प्रसन्न कर सकते हैं
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