धोनी को आउट करना साहसी फैसला, तो क्या अब खत्म हो गया माही का टी-20 करियर?
ऑस्ट्रलिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले टी-20 मुकाबले के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो चुका है। जी हां, भारतीय चयनकर्ताओं ने इस टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों के नाम की घोषणा कर दी है, जिसके बाद से ही क्रिकेट जगत में तूफान मच गया है। भारतीय चयनकर्ताओं ने इंडियन क्रिकेट टीम के सर्वकालीन बल्लेबाजों में से एक धोनी को इस टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। ऐसे में अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या धोनी अब टी-20 करियर खत्म हो चुका है या फिर नए खिलाड़ियों को मौका देने के लिए ऐसा किया गया है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर इसके पीछे की वजह क्या है?
स्पोर्टस विशेषज्ञों की माने तो भारतीय चयनकर्ताओं ने महेंद्र सिंह धोनी को बाहर का रास्ता दिखाकर एक साहसी निर्णय लिया है, जिसे हर किसी को स्वागत करना चाहिए। तो वहीं दूसरी तरफ जब चयनकर्ताओं से धोनी को बाहर निकालने के पीछे की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हम नये विकेटकीपर की तलाश कर रहे हैं, ताकि भविष्य में उसे ढाल सके। हालांकि, धोनी के बाहर होने के पीछे की वजह उनका खराब प्रदर्शन माना जा रहा है, जिसे धोनी आने वाले दिनों में बरकरार कर सकते हैं।
बताते चलें कि हाल ही में धोनी ने चार पारियों में 19.25 की औसत से 77 रन बनाए। इस साल वह 10 पारियों में 28.12 की औसत से ही रन बना सके हैं और इंग्लैंड में वह 20 वनडे में एक भी शतक नहीं लगा सके, जिसकी वजह से उनकी प्रदर्शन लगातार खराब होती जा रही है। भारत के पूर्व कप्तान और तूफानी बल्लेबाज के नाम से जाने वाले धोनी को मैच फिनीशर कहा जाता है, लेकिन पिछले कुछ मैच में वे इस उम्मीद पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं। इसके उलट उनकी विकेटकीपिंग की बात की जाए तो उस पर कोई सवाल नहीं उठा सकता है। मतलब साफ है कि खराब बल्लेबाजी की वजह से ही धोनी को आउट किया गया है।
भारतीय चयनकर्ताओं ने यह उम्मीद जताते हुए कहा कि धोनी अपने एक दमदार पारी से फिर से टी-20 में जबरदस्त वापसी रखने की क्षमता रखते हैं। हालांकि, इससे यह साफ नहीं होता है कि धोनी का टी-20 करियर अब खत्म हो चुका है, बल्कि आगे धोनी को अन्य टूर्नामेंट में खेलते हुए देखा जा सकता है। साथ ही आपको यह भी बता दें कि धोनी का शानदार टी -20 करियर है. उन्होंने 93 मैचों 127 की स्ट्राइक रेट से 1487 रन बनाए हैं, ऐसे में धोनी की वापसी को लेकर उनके फैन्स काफी आश्वस्त हैं।