आगामी लोकसभा चुनाव में अब 6 महीने से भी कम का समय बचा हुआ है, जिसकी वजह से कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गज नेता आमने सामने आ चुके हैं। दोनों ही पार्टियों के बीच जुबानी जंग की रफ्तार बुलेट ट्रेन की तरह तेज़ होती दिखाई दे रही है। जी हां, लोकसभा चुनाव आने तक यह स्पीड किस मोड़ मुड़ेगी या फिर किस तरह की दुर्घटनाएं होती है, ये तो वक्त ही बताएगा। जुबानी जंग के मैदान में इस बार भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी कूद पड़े हैं। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
मशहूर अर्थशास्त्री और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक बार फिर से पीएम मोदी की सरकार पर बड़ा हमला बोला है। जी हां, मनमोहन सिंह बीजेपी की सरकार को लगातार घेरते हुए नज़र आते हैं, जिसकी वजह से उन्होंने एक बार फिर से पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह आर्थिक मुद्दों को लेकर हमेशा से ही सरकार को घेरते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने पीएम मोदी पर भरोसा तोड़ने का आरोप लगाया है। मनमोहन सिंह ने ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने बीजेपी सरकार ने मतदाताओं का भरोसा तोड़ा है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि मोदी की सरकार से भारत की परिकल्पना को खतरा है और उनकी बातों और वादों से मतदाताओं का भरोसा उठ गया है। इसके साथ ही डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा यह भी कहा कि उनकी (मोदी) अगुवाई वाली सरकार व्यापक सांप्रदायिक हिंसा, मॉब लिंचिंग और गौ-रक्षण के आगे ज्यादातर चुप ही रहती है या फिर उसके सामने झुक गई। इस दौरान मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि यह सरकार आर्थिक मामलों में पूरी तरह से विफल रही है। आर्थिक मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए पूर्व पीएम ने कहा कि जीएसटी आर्थिक के लिए आपदा साबित हो रही है, जोकि किसी से छिपा हुआ नहीं है।
कालेधन का मुद्दा उठाते हुए भी मनमोहन सिंह ने कहा कि चुनाव के समय बीजेपी ने वादा किया था कि कथित तौर पर विदेशों में जमा कालाधन वह भारत लाएंगे, लेकिन सरकार अभी तक इस मसले में कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। ऐसे में यह सरकार सिर्फ जनता के भरोसे को तोड़ने का काम कर रही है और कुछ नहीं। इस दौरान सिंह ने पेट्रोल औऱ डीजल की बढ़ती कीमतो पर बीजेपी को खोखली वादा करने वाली सरकार ठहरा दिया। साथ ही मनमोहन ने मोदी सरकार को अक्खड़ फैसले लेने वाली सरकार भी ठहरायाय़