सावधान ये खाना आपकी आने वाली तीन पीढ़ियों को कर देगा बीमार
न्यूजडट्रेंड हेल्थ डेस्क: पिज्जा, बर्गर, नूडल्स या किसी भी तरह से जंक फूड को देखकर मुंह में पानी आ जाता है। जो लोग खासकर महिलाएं खाने की बहुत शौकीन होती हैं उनके लिए ये सब चीजें उनकी खाने में फेवरेट की लिस्ट में आती हैं। ये जानते हुए भी कि ये सेहत के लिए नुकसानदायक हैं लोग इनको खाना पसंद करते हैं और अपनी सेहत के साथ कांप्रोमाइज करते हैं, लेकिन तब क्या हो जब आपको पता लगे कि इन जंक फूड को खाने का असर सिर्फ आपके स्वास्थय पर नहीं बल्कि आपकी आने वाली पीढियों पर भी पड़ रहा है तब क्या उसके बाद भी आप ये खाना खाना पसंद करेंगे?
हाल ही में शोधकर्ताओं ने एक स्टडी की जिसमें पाया गया कि जो महिलाएं हाई फैट डाइट और जंक फूड को सेवन अपने दैनिक दिन में अधिक करती हैं तो इसका सीधा असर उनके आने वाली 3 पीढियों पर पड़ता है।
शोधकर्ताओं ने स्टडी में ये भी बताया कि जो महिलाओं जंक फूड या खाने की बुरी आदतों का शिकार होती हैं उनकी आने वाली तीन पीढ़ियों में मोटापा, डायबिटीज और शराब पीने के लत की पूरी संभावना होती है।
बता दें कि शोधकर्ताओं ने ये रिसर्च चुहिया पर की थी, जिन्हें अलग अलग तरह के खाने खिलाए गए थे। काफी दिनों तक चली इस रिसर्च के बाद उन्होंने पाया कि जिन चुहियों ने प्रग्नेंसी से पहले, प्रेग्नेंसी के दौरान और प्रेग्नेंसी के बाद खाने में हाई फैट डाइट या जंक फूड का सेवन ज्यादा किया उन चुहियों में मेटाबॉलिक संबंधी समस्याएं देखने को ज्यादा मिलीं।
यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिख के शोधकर्ताओं ने कहा कि ‘महिलाओं को ये बात समझने की जरूरत है कि उनकी खाने की आदतों से सिर्फ उनकी ही नहीं, बल्कि उनकी आने वाली 3 पीढ़ियों की सेहत प्रभावित होती है.’
चुहियों पर की गई इस स्टडी के लेखक डॉ. दरिया पैलेग रैब्सटीन ने कहा, ‘अब तक हुईं स्टडी में सिर्फ 2 पीढ़ियों की ही बात कही गई थी या फिर ये बताया गया था कि मोटोपे और डायबिटीज से उनके बच्चों पर क्या असर पड़ता है, लेकिन अब जो स्टडी हुई है, ये पहली ऐसी स्टडी है, जिसमें बताया गया है कि महिलाओं की खाने की आदत और उनका मोटापा किस तरह उनकी आने वाली 3 पीढ़ियों पर असर डालता है।‘
आपको सुनकर ये हैरानी होगी लेकिन ये बात सौ फीसदी सच है, स्टडी की एक रिपोर्ट में बताया गया कि जो महिलाएं खाने में अधिक बर्गर, पिज्जा, चिप्स, फ्रेंच फ्राइज या किसी भी तरह के जंक फूड का सेवन अधिक करती हैं तो इसका असर उनके जींस पर पड़ता है और उनके जींस में बदलाव आता है और यही बदले हुए जींस उनके बच्चों में इंहेरिट हो जाते हैं।
लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हैं कि ये सिर्फ मां पर ही डिपेंड करता हो। एक्सपर्ट का मानना है कि बच्चों कि सेहत सिर्फ मां पर ही नहीं बल्कि पिता की आदतों पर भी डिपेंड करती है।
यह स्टडी ट्रांसलेशनल साइकेट्री जर्नल में प्रकाशित हुई है, जिसमें बताया गया है कि किस तरह से एक फीमेल चूहे को प्रेग्नेंट होने से पहले, प्रेग्नेंट होने के दौरान और प्रेग्नेंट होने के बाद लगभग 9 हफ्तों तक ज्यादा फैट वाली चीजें का सेवन कराया गया।
जिसके बाद शोधकर्ताओं ने चूहे की दूसरी और तीसरी पीढ़ी में वजन, इंस्युलिन, मेटाबॉलिक रेट और ब्लड प्लाज्मा के स्तर की जांच की। जिसके बाद शोधकर्ताओं ने बताया कि प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में ही जब गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास हो रहा होता है तभी कुछ ऐसे बदलाव होते हैं, जिसका असर बच्चे के दिमाग पर पड़ता है, और यही वह वजह है बच्चे में बड़े होने के बाद ओवरईटिंग के साथ एल्कोहल और ड्रग्स की भी लत लग लगने का अंदेशा रहता है।
बता दें कि इसका मतलब ये नहीं है कि महिलाएं इस तरह का भोजन कभी कर ही नहीं सकती हैं लेकिन महिलाओं को रोजाना हाई प्रोसेस्ड फूड जिनमें भरपूर मात्रा में शुगर, नमक और फैट शामिल हो ऐसे खाने का सेवन रोजाना करने से बचना चाहिए।
शोधकर्ताओं का मानना है कि इस रिसर्च के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को अपनी सेहत और आदतों में सुधार लाने में मदद मिलेगी, ताकि उनकी आने वाली 3 पीढ़ियों की सेहत में सुधार आ सके।