भारत के इन 3 खूबसूरत शहरों के नाम भी बदल दिए गए, जानिए अहम खबर
आज के समय भारत का नाम दुनिया के टॉप देशों में लिया जाने लगा है. ऐसा इसलिए क्योंकि फिल्म हो या फिर खेल, पर्यटक स्थल हों या फिर पॉलिटिक्स आज भारत दुनिया के बड़े देशों से कम नहीं है. मगर कई सौ सालों तक भारत अलग-अलग लोगों के अधीन रहा है. यहां कभी अलग-अलग मुल्क के लोग शासन करते थे तो कभी अंग्रेजों ने यहां डेरा जमाया. इसके बाद इन शासकों ने शहरों के नामों से छेड़छाड़ की और यहां तक की यहां की फेमस चीजों को भी बदलने की कोशिश की. मगर जैसा कि आपने सुना है कि इतिहास हमेशा अपने आपको दोहराता है वैसा ही हुआ और हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने राज्य के एक लोकप्रिय शहर का नाम बदल दिया और यह अपने आप में एक ऐतिहासिक फैसला है. भारत के इन 3 खूबसूरत शहरों के नाम भी बदल दिए गए, इन राज्यों के नामों को आपको अच्छे जान लेना चाहिए.
भारत के इन 3 खूबसूरत शहरों के नाम भी बदल दिए गए
वैसे तो देश के कई शहरों के नाम बदले गए. जिसमें कोलकाता से कलकत्ता है और कौनपुर से कानपुर है. उसी तरह इन शहरों के बदले नाम को ज्यादा अचंभित होकर नहीं देखा गया लेकिन ये सवाल भारत के इतिहास से जुड़ गए जो आने वाली पीढ़ियों को पढ़ना पड़ेगा.
1. इलाहाबाद से प्रयागराज
कई सौ साल पहले अकबर ने जिस शहर का नाम प्रयागराज से इलाहाबाद रखा था उसका नाम अब बदल फिर से प्रयागराज रख दिया गया है. यहां पर गंगा यमुना और सरस्वती ये तीनों नदियां मिलती हैं और ये हिंदू धर्म का तीर्थ स्थल माना जाता है. इस शहर का नाम उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार योगी आदित्यनाथ ने रखा है और इस फैसले के बाद हिंदू धर्म के बहुत से लोग खुश हैं.
2. गुडगांव से गुरुग्राम
हरियाणा के अहम शहर गुडगांव का नाम अब गुरुग्राम कर दिया गया है. इतिहास के अनुसार गुडगांव पहले गुरुग्राम के नाम से फेमस था लेकिन भारत पर राज करने वाले विदेशी आक्रमणकारियों ने इस शहर का नाम बदलकर गुडगांव कर दिया था. मगर अब कई सालों के बाद इस शहर का नाम फिर से गुरुग्राम रख दिया गया है.
3. पंजीम से पणजी
गोवा की राजधानी इस समय पणजी है लेकिन क्या आप जानते हैं कि कभी इस शहर का नाम पहले पंजीम हुआ करता था. दो सौ साल भारत पर अंग्रेजों के शासन के बीच इन पुर्तगालियों ने गोवा पर करीब चार सौ साल राज किया और तब उन्होंने यहां की राजधानी पंजीम ही रखी थी. मगर ये राज्य आजाद होने के बाद तुरंत इसका नाम पणजी रख दिया गया.
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