तुलसी (Basil) में ये हैं सारे औषधीय गुण, 100 से ज़्यादा बिमारियों को करता है ख़त्म
Basil in Hindi – तुलसी को अंग्रेजी में Basil कहा जाता है. भारत में तुलसी (basil in Hindi) के पौधे का बहुत महत्व है। इसका महत्व सिर्फ पौराणिक नहीं बल्कि स्वास्थ्य के नजरिए से भी बहुत ज्यादा है। घर में पूजी जाने वाली तुलसी इंसान के अंदर पनप रही बीमारी को भी खत्म करती है। तुलसी में 26 तरह के खनिज पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बहुत लाभकारी है।
इतना ही नहीं आयुर्वेद में इस्तेमाल होने वाली लगभग सारी दवाईं में तुलसी (basil in Hindi) का इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी के पत्ते के इस्तेमाल से बड़ी से बड़ी बीमारी को खत्म किया जा सकता है और इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होते। आज आपको बताएंगे तुलसी के उपयोग और फायदों के बारे में।
तुलसी के फायदे (Benefit of Basil in hindi)
तुलसी का हमारे जीवन मैं बहुत महत्व हैं। तुलसी को हमारे समाज में बहुत दर्जा दिया जाता हैं। तुलसी की पूजा भगवान के समान की जाती हैं। कहा जाता हैं जिस घर में तुलसी का वास होता हैं उस घेर म कोई भी बुरी शक्ति नहीं आती हैं। जहाँ तुसली की पूजा घर के लिए सुख शांति के लिए की जाती हैं, वही इसका सेहत के लिए भी बहुत महत्व हैं। तुलसी के बीजो का प्रयोग सेहत के लिए बहुत हितकारी होता हैं। तो आज हम इस लेख में तुलसी के बीजो के महत्व के बारे में बात करेंगे।
सर्दी जुकाम
- तुलसी के फायदे सर्दी जुकाम में असरदार होते हैं. तुलसी के पत्ते (Basil Leaves in hindi) में बहुत सारे ऐसे गुण होते हैं जो शरीर से सर्दी जुकाम ही नहीं बल्कि डेंगु जैसी बीमारियों के संक्रमण को भी रोकते हैं। अगर आपके परिवार में किसी को बहुत तेज बुखार हो तो तुलसी की पत्ती को दालचीनी के पाउडर के साथ पानी में उबालें और इसमें गुड़ और दूध मिलाकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े को मरीज को दें। कुछ वक्त में बुखार कम हो जाएगा।
- सामान्य बुखार भी है और इससे परेशानी हो रही हो तो तुलसी की पत्ती, अदरक, काली मिर्च को पानी में डालकर उबाल लें और काढ़ा बनाकर पीने से भी आराम मिलता है। आप चाहें तो स्वाद के लिए हल्की चीनी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- सिर दर्द की शिकायत हो तो तुलसी के रस में कपूर मिलाकर सिर पर मलने से सिरदर्द में आराम मिलता है।
- आपको नींद में कमी लग रही हो या रात भर जागते रहते हों तो तुलसी के पत्ते को जरी सी अजवायन के साथ किसी कपड़े में रखकर पोटली बनाकर रख लें और उसे तकिए के नीचे रखकर सोने से अच्छी और जल्दी नींद आती है।
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मानसिक अशांति
- तुलसी के फायदे दिमाग की शांति बनाए रखने में लाभकारी हैं. अगर मानसिक अशांति से परेशान हों तो उसमें भी तुलसी (Basil in Hindi) के पत्ते से फायदा मिलता है। तुलसी का रस या तेल नाक में डालने से या सूंघने से गर्म माथा ठंडा होता है। पीसी हुई काली मिर्च को एक चम्मच शुद्ध घी में एक चम्मच चीनी मिलाकर सुबह शाम माथे पर लगाने से दिमाग ठंडा रहता है और मानसिक शांति भी महसूस होती है। इतना ही नहीं इससे आपकी याद्दाश्त भी अच्छी होती है।
- अगर आपको आंखों की समस्या हो रही हो तो तुलसी के पत्तों की दो बूंद आंख में डालने से आंख का पीलापन दूर होता है। अगर आंख लाल हो या रतौंधी की समस्या हो तो इसमें भी आराम मिलता है। तुलसी के रस को आंख में लगाने से किसी भी तरह की इनफेक्शन खत्म हो जाता है।
- तुलसी का पत्ता लगभग हर तरह की बीमारी में लाभदायक है।इससे पेट के कीड़े, हिचकी, भूख नहीं लगना, ब्लड कोलेस्ट्रॉल, गैस, दस्त, कमर दर्द, दिल की सारी समस्याओं से आराम मिलता है।
- अगर आपको बहुंत खांसी आ रही हो तो तुलसी के पत्ती को काली मिर्च के साथ पानी में खूब देर तक उबालें और इसे कफ सीरप की तरह तीन चम्मच हर रोज पीएं। कुछ समय में आपकी खांसी गायब हो जाएगी।
खुजली करे दूर
अगर आपको खुजली की समस्या हो तो तुलसी (Basil In Hindi) के रस में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर खुजली वाले स्थान पर लगाने से खुजली ठीक होती है। बदहजमी की समस्या में भी तुलसी जबरदस्त लाभ पहुंचाती है। तुलसी और काली मिर्च में थोड़ा सा सेंधा नमक और अदरक का रस डालकर लेने से गैस और बदहजमी की सारी समस्या दूर होती है।
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अगर सांस से बदबू आ रही हो तो तुलसी के पत्ते को चबा लें। अगर आपको कहीं चोट लग गई हो तो तुलसी के पत्ते को फिटकरी के साथ मिलाकर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है। तुलसी एक प्राकृतिक दवा है जिससे किसी भी तरह के साइड इफेक्ट्स नहीं होते। ये बाहरी घाव के साथ साथ मानसिक तनाव को दूर करने के काम आता है।
तुलसी का बीज (basil Seed in hindi)
तुलसी (Basil in hindi) के बीज को सब्जा बीज (Sabja Beej) या तुकमलंगा बीज (Tukmalanga Beej) के नाम से भी जानते हैं। आपको बता दें कि यह घर में उगाए जाने वाले तुलसी के बजाए एक दूसरे प्रकार के तुलसी के पौधे में पाए जाते हैं और ये बीज काले होते हैं। अब आपको बताते हैं कि तुलसी के बीज के क्या फायदे होते हैं।
अगर आपको शारीरिक कमजोरी महसूस हो रही हो तो सोते समय तुलसी के बीज गर्म दूध लें। कमजोरी दूर हो जाएगी। तुलसी की पत्तियों को दही के साथ शहद डालकर खाने से शक्ति मिलती है।हालांकि इस खाने से 2 घंटे पहले और खाने के दो घंटे बाद तक कुछ ना खाएं पीएं।
बीज के फायदे (Benefit of basil seeds in hindi)
- महिलाओं को अक्सर पीरियड्स की समस्याओं से दो चार होना पड़ता है। तुलसी के पत्ते को गर्म पानी में उबाल कर शहद के साथ कई दिन खाएं। इससे इम्यून सिस्टम अच्छा होता है। साथ ही उन दिनों में भी आपको आराम महसूस होगा। तुलसी के बीज को पानी में उबालकर पीने से पीरियड्स समय पर आते हैं और कोई तकलीफ नहीं होती।
- शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित करता हैं जिससे हाई बीपी या हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। यह बीज शरीर में लिपिड स्तर को भी बढ़ाता है और दिल को मजबूत बनाता है।
- तुलसी (Basil in Hindi) के बीज में कलौरी की मात्रा कम होती है और इससे झूठी भूख खत्म होती है। इसे वजन कम करने में इस्तेमाल किया जाता है। इसके सेवन से पेट ज्यादा देर तक भरा रहता है और आपके तैलीय खाने की संभावना को भी कम करता है।
- इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर के किसी भी हिस्से में आई सूजन को खत्म करते हैं। इसके इस्तेमाल से सूजन के साथ साथ डायरिया में भी आराम मिलता है। साथ ही आपकी पाचन क्षमता को भी ठीक करता है।
तुलसी के बीज के नुकसान (Disadvantage of Basil seeds in hindi)
तुलसी के बीज कई चीजों में आराम देते हैं, हालांकि इनके सेवन से शरीर को नुकसान भी पहुंचता है। आपको बताते हैं कि तुलसी के बीज से शरीर को कैसे नुकसान पहुंचता है।
- गर्भवती महिलाओं को तुलसी के बीज का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे शरीर में हॉर्मोन के स्तर पर प्रभाव पड़ता है, जैसे एस्ट्रोजन। गर्भवती महिलाओं में मासिक धर्म को उत्तेजित कर सकता है जिससे भविष्य में बच्चे के लिए दिक्कत पैदा हो सकती है।
- जिन लोगों को थॉयरिड की समस्या हो या किसी और हॉर्मोनल समस्या से पीड़ित होते हैं उन्हें बिना डॉक्टर से पे इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- पानी और बीज की मात्रा सही ना होने की वजह से बच्चों और बुजुर्गों को थॉयराइड की समस्या हो सकती है। इन लोगों को बीज का सेवन नहीं करना चाहिए।
तुलसी के पौष्टिक तत्व (Basil Nutritional Value in Hindi)
तुलसी में बहुत से पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। तुलसी के सेवन करने से बहुत सी बीमारियां जड़ से खत्म हो जाती हैं। नीचे हम चाट में 100 ग्राम तुलसी के पौष्टिक मूल्य बता रहे हैं –
पोषक तत्व | मात्रा | आरडीए पर्सेंटेज |
प्रोटीन | 3.2 g | 6% |
फैट | 5.4 g | – |
कोलेस्ट्रॉल | 0 mg | 0% |
कार्बोहाइड्रेट | 2.7 g | 1% |
इलेक्ट्रोलाइट्स | ||
---|---|---|
सोडियम | 4.0 mg | 0% |
पोटैशियम | 295 mg | 5% |
विटामिन्स | ||
विटामिन ए | 5276 IU | 106% |
विटामिन सी | 18 mg | 30% |
विटामिन ई | 0.8 mg | 4% |
विटामिन के | 415 µg | 518% |
फोलेट्स | 68 µg | 17% |
मिनरल्स | ||
आयरन | 3.2 mg | 18% |
कैल्शियम | 177 mg | 18% |
मैग्नीशियम | 64 mg | 16% |
जिंक | 0.8 mg | 5% |
मैंगनीज | 1.1 mg | 57% |
फॉस्फोरस | 56 mg | 6% |
लिपिड | ||
कोलेस्ट्रॉल | 0 g | 0% |
कैफीन | 0 g | 0% |
तुलसी के पत्ती खाने के फायदे (Basil Leaves Benefits in Hindi)
अभी आपने तुलसी के फायदे (basil in hindi) के बारे में सुना, लेकिन अब आपको बताते हैं कि तुलसी खाने के क्या फायदे होते हैं।
बांझपन
अगर आप पीरियड्स या मासिक धर्म के दिनों में तुलसी के बीजों का काढ़ा बनाकर पीती हैं तो आपको गर्भधारण करने में होने वाली समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। तुलसी खाने से बांझपन दूर होता है औऱ गर्भ स्वस्थ बनता है।
प्रदर या ल्यूकोरिया
ल्यूकोरिया एक बीमारी है जो अक्सर औरतों को हो जाती हैं। इसे आयुर्वे में श्वेत प्रदर कहते हैं। आम भाषा में इसे सफेद पानी जाना कहते हैं। ये अक्सर उन महिलाओं को होता है जो ज्यादा सुख चैन की जिदंगी जीती हैं और शारीरिक गतिविधी कम करती हैं। ये गुप्तांगों की अस्व्छता, खून की कमी, हार्ड सैक्स करने की वजह से भी होता है। ये अविवाहित महिलाओं को भी हो सकती है। इस बीमारी का भी तुलसी से सही इलाज होता है। तुलसी के पत्ते में शहद मिश्री पीस कर मिला पीने से श्वेत और रक्त दोनों प्रदर में आराम मिलता है।
सिर दर्द
अक्सर आपने सिर दर्द की शिकायत पर लोगों से तुलसी (basil) की चाय पीने की बात सुनी होगी। तुलसी को चाय में बना कर या नींबू के रस में मिलाकर खाने से सिर दर्द में आराम मिलता है।
चेचक से बचाव
चेचक एक बहुत ही गंभीर बीमारी है जिसे लोग माता आना भी कहते हैं। अगर किसी को अड़ोस पड़ोस में चेचक हुआ हो तो घर के सदस्यों को तुलसी के पत्ते खा लेने चाहिए। इससे मलेरिया का बुखार भी नहीं होता।
स्वपनदोष
पुरुषों में ये होना आम बात है। इस दूर करने के लिए तुलसी की जड़ के बारीक चूर्ण को ताजा पानी में पिसकर पी लें। स्वपनदष से मुक्ति मिल जाएगी।वीर्यदोष में भी तुलसी के पत्ती के इस्तेमाल से फायदा मिलता है।इससे वीर्य की मात्रा बढ़ती है और पतलापन दूर होता है।
तुलसी के फायदे त्वचा के लिए (Basil Leaves Benefits For Skin in Hindi)
- तुलसी सिर्फ बीमारियों को दूर नहीं करता बल्कि आपकी खूबसूरती निखारने के काम भी आता है। आपने कई तरह के ब्यूटी प्रोडेक्टस में तुलसी होने की बात देखी होगी। तुलसी में कई ऐसे गुण होते हैं जिनसे चेहरे के दाग धब्बे ठीक हो जाते हैं। तुलसी का पेस्ट लगाने से कील मुहांसे खत्म होते हैं और चेहरा साफ होता है। अगर आपके पास तुलसी ना हो तो आप तुलसी (Basil in Hindi) के प्रोडक्ट भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- चर्मरोग को ठीक करने भी तुलसी का बड़ा काम होता है।तुलसी के पत्ते को घिस कर लगाएं। अगर चेहरे पर मुंहासे और झाइयां हो तो तुलसी के पत्ते को पीस को पीसकर मक्खन के साथ चेहरे पर लगा लें। अगर चेहरे या शरीर पर कहीं फोड़ा हो तो तुलसी के पत्ते को पीस कर फोड़े वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है।
- तुलसी में आयरन और एंटीऑक्सीडेंट के साथ विटामिन K होता है जिसके इस्तेमाल से बालों को मजबूती मिलती है। यह सिर की त्वचा में रक्त परिसंचरण और बालों को मजबूत करने के लिए आवश्यक होता है।
- तुलसी के फायदे (basil in hindi) चेहरे के मुहांसों को ठीक करने में फायदेमंद साबित होते हैं। आपको बता दें कि विषैले पदार्थ ही मुहासों के कारण होते हैं। तुलसी के पत्ते खाने से शरीर के विषैले पदार्थ बाहर आ जाते है और मुहांसे ठीक होने लग जाते हैं। आप मुहांसों पर तुलसी का पेस्ट भी लगा सकते हैं।
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