”इन हाथों ने हथियार छोड़े हैं, चलाना नहीं भूले”, सनी देओल के जोश से भरपूर डायलॉग्स
न्यूज़ट्रेन्ड बॉलीवुड डेस्क- बॉलीवुड में कुछ ऐसे सितारे हैं जिनकी दमदार आवाज से सिनेमाघर गूंज उठता है. उन्हीं में से एक हैं सनी देओल, वे आज 62 साल के हो गए हैं लेकिन फिर भी फिल्मों में उनका दम किसी नौजवान से कम नहीं है. आज भी वे विलेन के सामने दहाड़ दें तो खड़े-खड़े उसकी पैंट गीली हो सकती है. सनी देओल अपने समय के दमदार एक्टर रहे हैं जिन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में और डायलॉग्स दिए हैं. सनी देओल ने अपनी फिल्मों में ऐसे-ऐसे किरदार किए हैं जो देशभक्ति और देश के प्रति जिम्मेदारी का एहसास करवाती हैं और उन फिल्मों में बोला गया उनका डायलॉग तो सबसे अलग है. सनी देओल के जोश से भरपूर डायलॉग्स, जिन्हें सुनने वाला देश के बारे में एक बार तो जरूर सोचने लगता है.
सनी देओल के जोश से भरपूर डायलॉग्स
19 अक्टूबर, 1958 को लुधियाना में सनी देओल का जन्म हुआ था. इनके पिता धर्मेंद्र बॉलीवुड के आयरन मैन कहलाए जाते हैं. सनी देओल के छोटे भाई बॉबी देओल बॉलीवुड के सफल अभिनेता हैं. सनी देओल के बड़े बेटे करण देओल भी जल्दी ही फिल्मों में डेब्यु कर सकते हैं. सनी देओल अपने फैंस के बीच अपनी दमदार आवाज में बोले गए डायलॉग्स और फिल्मों में अपनी दमदार पर्सनैलिटी के लिए बहुत लोकप्रिय हैं. अब चलिए सुनाते हैं आपको उनके कुछ दमदार डायलॉग्स.
1. चिल्लाओ मत, नहीं तो ये केस यहीं रफा दफा कर दूंगा…न तारीख, न सुनवाई, सीधा इंसाफ, वो भी ताबड़तोड़ (दामिनी)
2. मैदान में खुले शेर का सामना करोगे, तुम्हारे मर्द होने की गलतफहमी दूर हो जाएगी (दामिनी)
3. तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख…तारीख पर तारीख…तारीख मिलती रही है, लेकिन इंसाफ नहीं मिला, माई लॉर्ड इंसाफ नहीं मिला…मिली है तो सिर्फ यह तारीख (दामिनी)
4. जब ये ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है, तो आदमी उठता नहीं…उठ जाता है (दामिनी)
5. पत्थरों की दुनिया में देवता बनना तो बहुत आसान है, इंसान बनना बहुत मुश्किल (जिद्दी)
6. इन हाथों ने हथियार छोड़े हैं, चलाना नहीं भूले (जीत)
7. एक प्रेम कथा: हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद था, जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेगा (गदर- एक प्रेम कथा)
8. मैं अपने बीबी बच्चों के लिए सर झुका सकता हूं, तो मैं सबके सर काट भी सकता हूं (गदर- एक प्रेम कथा)
9. पिंजरे में आकर शेर भी कुत्ता बन जाता है (घातक)
10. जाकर दुम हिलाना उनके सामने…तलवे चाटना..बोटियां फेकेंगे बोटियां…(घायल)
11. ये मजदूर का हाथ है, लोहा पिघलाकर उसका आकार बदल देता है (घायल)
12. मर्द बनने का इतना ही शौक है, तो कुत्तों का सहारा लेना छोड़ दें (घातक)
13. जिंदगी का दूसरा नाम प्रॉब्लम है (बॉर्डर)
14. ईंट और पत्थर जवाब देने के लिए नहीं होते, घर बनाने के लिए होते हैं (नरसिम्हा)
15. गुंडे और गुंदागर्दी यहीं से जन्म लेते हैं, जिसे आप पुलिस स्टेशन कहते हैं (कहर)
16.कुत्ते को इज्जत दी जाए तो उसे पिछली सीट पर बिठाया जाता है। पर कूड़े को बोरी में डालकर डिक्की में पटका जाता है (त्रिदेव)
17.वक्त और मौत का कोई तालमेल नहीं होता (जिद्दी)
18. नेता, साधू, माफिया… गम की तरह चिपके हुए हैं हमारे देश के शरीर से (ज़ोर)