क्यों बिल्ली का रास्ता काटना माना जाता है बूरा, क्या वाकई बिल्लियां होती हैं अशुभ
न्यूजट्रेंड वेब डेस्कः आप बिल्लियों को एक पालतु जानवर मानते हैं? आप में से बहुत कम लोग होंगे जो बिल्ली को पेट(Pet) की तरह रखते होंगे। ज्यादातर लोग अपने घर में कुत्ते को पालतू रखते हैं क्योंकि वो बहुत ही वफादार और प्यारे होते हैं, लेकिन लोग बिल्लियों को पालतू नहीं मानते। आपने अक्सर बड़े बुजर्गों के मुंह से सुना होगा कि बिल्ली रास्ता काट दे तो उस रास्ते से नहीं जान चाहिए। ऐसा कुत्ते या किसी और जानवर के लिए क्यों नहीं कहा गया? क्या वाकई बिल्लियां अपशगुनी और मनहूस होती हैं या फिर ये पुराने जमाने में फैलाया गया भ्रम है जिसे लोग आज भी मानते हैं। जानिए क्यों बिल्ली का रास्ता काटना माना जाता है बूरा
इस वजह से बिल्ली का रास्ता काटना मानते हैं बुरा
बहुत पहले के समय से ही बिल्लियों को चुड़ैल और डायन का रुप बताया गया है। ऐसा कहने के पीछे ये वजह हो सकती है कि अंधेरे में भी उनकी आंखे चमकती हैं और वो किसी डायन की तरह दिखती हैं। बिल्ली के अंदर जल्दी डर देखने को भी नहीं मिलता और उनकी चालाकियों के किस्से तो बहुत ही पुराने हैं। मिश्र या कहें इजिप्ट की प्राचीन कहानियों में इस बात का खुलासा हुआ है कि पहले रानियां बिल्लियों को ही अपने साथ रखती थीं और वो उन्हें अपनी एक अच्छी सहेली समझा करती थी। बावजूद इसके की कभी भी बिल्लियों की तरफ से किसी भी किस्से में वफादारी की बात नहीं कही गई।
बिल्लियां डायन का रुप होती हैं
बिल्लियों ने कभी वफादारी नहीं दिखाई शायद इसी वजह से उन्हं डायन कहा गया है, लेकिन इसका शुभ अशुभ से कोई लेना-देना नहीं है। पहले के जमाने में लोग ऐसा मानते थे कि बिल्लियां शैतानी ताकतों को पहचानती हैं क्योंकि वो खुद भी बूरी होती हैं। ये सच नहीं है। बिल्लियों और कुत्तों दोनों में सिक्स सेंस होता है जो किसी भी होने वाली अनहोनी को पहचान लेता है और वो अजीब हरकतें करने लगते हैं। इस वजह से बिल्लियों को चुड़ैल या डायन का रुप माना जाता था।
बिल्ली की मौत से लगता है पाप
आपने पहले की कहानियों में ये बातें पढ़ी होंगी की बिल्ली की मौत अशुभ मानी जाती है और जिसके हाथों बिल्ली मरी हो उसे बिल्ली के बराबर वजन सोने की बिल्ली दान करनी पड़ती है। एक लिहाज से किसी के भी हाथों किसी भी जानवर का मरना खराब है, लेकिन ये तथ्य सिर्फ बिल्ली तक ही रखा गया। ये दान ब्राहम्णों को होता था इसलिए ये उनके द्वारा कढ़ी हुई कहानी हो सकती हैं।
बिल्ली का रास्ता काटना
जैसा कि पहले भी ये बात कही गई है कि बिल्ली के रास्ते काटने पर लोग अपना रास्ता बदल देते हैं। ये पूरी तरह से बेबुनियाद मालूम होता है। इसके पीछे भी ये बात हो सकती है कि मिश्रके लोग बिल्लियों को पास रखते थे और मरने के बाद वो उनके साथ दफनाई जाती थीं। जिससे लोग बिल्ली को मौत का एक संकेत समझने लगे। इसके बाद से ये धारणा बनने लगी की अगर आप कहीं से जा रहे हों और बिल्ली रास्ता काट जाए तो इसका मतलब आपके साथ कुछ गलत होने वाला है।
बिल्लियो से लोग अपनापन महसूस नहीं करते शायद इस वजह से उसे अशुभ और मनहूस बता कर उसे पालते नहीं या उसे देखते ही हट जाते हैं। बिल्लियों की आंखे चमकती हैं और वो अंधेरे से नहीं डरतीं शायद ये भी एक वजह है कि लोगों को बिल्ली एक रहस्यमई जानवर लगती है। आप बिल्ली को एक जानवर के तौर पर पसंद करें या ना करें, लेकिन उनका शुभ अशुभ से कोई लेना देना नहीं है। बिल्ली का रास्ता काटना से शुभ या अशभु का कोई लेना देना नहीं है
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