जानें कैसे होता है यूरिन इंफ्केशन, क्या हैं इससे बचने के उपाय
यूरिन इंफेक्शन ( urine infection ) एक ऐसी बीमारी जो ज्यादातर महिलाओं को होती है, ऐसा नहीं है कि ये परेशानी पुरूषों मे नहीं होती लेकिन एक रिसर्च के अनुसार महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन होने की संभावना ज्यादा होती है।अगर इस इंफेक्शन को आपने सीरियसली नहीं लिया तो ये एक गंभीर बीमारी बन सकती है।हम आपको यूरिन इंफेक्शन क्या होता है, कैसे होता है और इससे बचने के उपाय बताएंगे और कुछ ऐसी बातें जिनको आप ध्यान में रखें तो आप इस तरह के इंफेक्शन से बच सकते हैं।
कैसे होता है यूरिन इंफेक्शन ( Urine Infection )-
यूरिन इंफेक्शन जिसे यूटीआई भी कहते हैं, यह संक्रमण पेशाब से संबंधित अंगों में होता है, यूरीन इन्फेक्शन का होना आजकल एक आम समस्या बन गयी है और ये अक्सर तेज़ मिर्च मसालों, का सेवन, अधिक शराब पीने से, दूषित पानी पीने और इसके साथ ही इसका एक मुख्य कारण काफी देर तक यूरिन (पेशाब) को रोके रखना होता है, काफी ज्यादा समय तक अगर आप यूरिन को रोककर रखते हैं तो उसमें कुछ बैक्टीरिया उत्पन्न हो जाते हैं और यह बैक्टीरिया पेशाब से सम्बंधित अंगों में चले जाते है और वहाँ संक्रमण हो जाता है।
ये एक गंभीर बीमारी है, अगर आप इसका सही वक्त पर इलाज नहीं करते हैं तो ये सीधे आपकी किडनी पर असर डालता है। ऐसा स्थिति में शरीर पर उपस्थित हानिकारक पदार्थ शरीर में घुलने लगते हैं।जिस वजह से किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती है और इंफेक्शन की वजह से इसमें सूजन आ जाती है।यूरिन इंफेक्शम ब्लड के जरिए बॉडी के अन्य भागों पर भी पहुंच जाता है और उन्हें भी डैमेज कर सकता है।
गंदे वाशरूम का इस्तेमाल करने से और ईनर वियरों की गंदगी की वजह से भी ये इंफेक्शन हो सकता है।
शुगर के रोगियों को ये इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है।
महिलाओं को पीरियड्स और प्रेगनेंसी के वक्त भी ये इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है।
यूरिन इंफेक्शन के लक्षण (urine infection symptoms )–
यूरिन इंफेक्शन जैसी गंभीर बीमारी आपके शरीर को कई ऐसी बीमारियों के मुंह में ढ़केलती हैं जो शायद आपको ताउम्र परेशान कर सकती हैं, ऐसे में जरूरी है कि आप इस बीमारी को होने से पहले ही इसके लक्षणों को जान लें और समय रहते इसका इलाज करा लें।
पेशाब करते समय जलन या दर्द होना।
बार बार पेशाब आना।
पेशाब का रंग गहरा होना।
पेशाब में से अधिक बदबू आना ।
गुप्त अंगो में खाज खुजली होना।
कमर से नीचे वाले हिस्से में दर्द होना
यूरीन में ब्लड आना।
बुखार आना या ठंड लगना।
कमजोरी और थकान होना।
पेशाब का रुक रुक के होना।
पेशाब को रोक ना पाना।
अगर आपको इनमें से यूरिन इंफैक्शन के कोई भी लक्षण दिखाई देता है तो आपको तुरंत चिकित्सक के पास जाकर जांच करवानी चाहिए।
बच्चों को भी होता है यूरिन इंफैक्शन ( urine infection in child )-
यूरिन इंफैक्शन एक ऐसी बीमारी है , जो किसी भी उम्र में हो सकती है.बच्चों मे यह संक्रण होना काफी आसान होता हैं क्योंकि उनको इस बारे में कोई जानकारी नहीं होती है जिसके चलते वो इस समस्या को समझ नहीं पाते हैं, ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बच्चों की आदतों पर ध्यान रखें।साथ ही उसको साफ-सफाई के बारे में अच्छे से समझाएं।यदि आपका बच्चा काफी छोटा है तो जब भी आप उसका नैपी बदलें तो उसकी सफाई अच्छे से करें, साथ ही ज्यादा देर तक उनको गंदी नैपी ना पहनाए रखें।इस प्रकार ऐसी छोटी छोटी बातों को ध्यान में रख कर आप अपने बच्चे को इस तरह के रोगों से दूर रख सकते हैं।
यूरिन इंफेक्शन से बचने के आर्युवेदिक और घरेलू उपाय (Ayurvedic treatment of urine infection )
सबसे पहले तो चिकित्सक को दिखाना चाहिए और इसका उपचार कराना चाहिए, लेकिन इसके अलावा कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं जिनका अगर आप ध्यान रखेंगे तो आप इस तरह के होने वाले किसी भी यूरिन इंफेक्शन से बच सकते हैं।
यूरिन इंफेक्शन से बचने के घरेलू उपाय ( home remedies urine infection )
1.पानी का सेवन- पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करने से इस तरह से संक्रमण से आप बच सकते हैं, क्योंकि यूरीन इंफैक्शन की एक मुख्य वजह यूरीन को काफी देर तक रोक कर रखने से हैं, और यदि आप पानी ज्यागा में पिएंगे तो आपको इस परेशानी की सामना नहीं करना पड़ेगा।डॉक्टर भी ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह देते हैं।ताकि पेशाब के जरिये बैक्टीरिया बाहर निकाल जाए।
2.सफाई का विशेष ध्यान- इस तरह के इंफेक्शन से बचने के लिए जरूरी है कि आप साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, जिसमें सबसे जरूरी है वाशरूम यदि आप पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करती हैं तो ध्यान रखें की वहां पर सफाई हो और ऐसे पब्लिक टॉयलेट के इस्तेमाल से बचें जहां पर बहुत ज्यादा गंदगी हो।
3.कपड़ों की सफाई- यूरीन संक्रमण से बचने के लिए अपने ईनर वियर्स की सफाई का विशेष ध्यान रखें, इन्हें अच्छे से धुलें और कुछ-कुछ समय में गर्म पानी में भिगों कर इनको साफ करें।इसके साथ ही ज्यादा टाइट जींस पहनने से बचें, क्योंकि ज्यादा टाइट कपड़े पहनने से नमी बनी रहती है जिसकी वजह से इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
4.खान-पान- खाने में बहुत ज्यादा तेल-मिर्ची का सेवन करने से बचें साथ ही अपने खाने में बटर मिल्क को शामिल करें , बटर मिल्क बैक्टीरिया को ब्लैडर में से बाहर निकलता है और जिससे पेशाब की जलन से छुटकारा मिलता है।
5.लहसुन- खाने में लहसुन का सेवन करें, लहसुन में कई ऐसे तत्व होते हैं जो बैक्टीरिया को समाप्त करते हैं। ऐसे में अगर आप अपने भोजन में लहसुन को शामिल करेंगी तो आपको ये इंफेक्शन होने की चासेंस कम हो जाते हैं।साथ ही ज्लद आराम भी मिलता है।
6.क्रैनबेरी फल- इस संक्रमण से बचने का एक बेहतर प्राकृतिक उपाय है क्रैनबेरी फल, हालांकि ये फल थोड़ा महंगा होता है और आसानी से नहीं मिलता है लेकिन इसमें पाए जाने वाली एंटीबॉयोटिक तत्व इस तरह के संक्रमण से बचाता है।यदि आपको इंफेक्शन हो भी गया है तो इस फल के जूस के सेवन से आपको 3-4 दिन में आराम मिल जाएगा।
7.गर्म पानी से सिकाई- इस इंफैक्श की वजह से ब्लैडर में दर्द होता है ऐसे में आप कांच की बोतल में गर्म पानी या ब्लादर से सिकाईं करेंगे तो आपको इस दर्द से आराम मिलेगा।
8.सेब का सिरका- सेब के सिरके में कई ऐसे गुण होते हैं जो इस इंफेक्शन को कम करते हैं साथ ही यह यूरीन इन्फ़ैकशन को कम करने में और गुप्त अंगो की समस्या के इलाज के लिए काफी उपयोगी होता है।
9.अनानास- अनानास भी इस तरह के इंफैक्शन में काफी फायदेमंद होता है, अनानास में ब्रोमेलाइन नाम का एक एंजाइम होता है, जो इस तरह के इंफैक्शन से राहत दिलाता है। यदि आप अनानास का सेवन अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेंगे तो आपको इससे आराम तो मिलेगा ही साथ ही भविष्य में भी ऐसा इंफैक्शन नहीं होगा।
बेकिंग सोडा, जौं का पानी, इचीनेशिया, आंवला और इलायची देगा यूरिन इन्फेक्शन में राहत
10.बेकिंग सोडा – एक ग्लास पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर पीने से भी काफी फायदा मिलता है।इसके सेवन से पेशाब में जलन और दर्द से भी राहत मिलती है।
11.जौं का पानी- यूरीन इंफेक्शन होने पर आप जौ के पानी का सेवन भी कर सकते हैं, इसके साथ ही आप नारियल के पानी का भी सेवन कर सकते हैं।नारियल पानी आपके पेट को ठंडा करता है तो वहीं जौ का पानी आपके पेट में बनने वाले एसिड की मात्रा को कम कर देता है पेट को शांति मिलती है ।
12.इचीनेशिया- ये एक जड़ी बूटी है जो इस तरह के यूरिन इंफेक्शन (urine infection ) को पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारती है,ऐसे में इस जड़ी बूटी की चाय बनाकर पीने से भी आराम मिलेगा।
13.आंवला और इलायची – आंवले के चूर्ण में इलायची का पाउडर मिलाकर पानी के साथ पीने से यूरीन इंफैक्शन (urine infection ) के समय होने वाली यूरिन की जलन में आराम मिलता है।
14. गेहूं और मिसरी– गेंहू को रात में पानी में भिगो दें और सुबह गेहूं को छानकर अलग कर लें और गेहूं में मिश्री मिलाकर खाएं।
पेशाब आने पर उसे रोके नहीं
15. यूरीन इन्फेक्शन (urine infection ) के समय चाय, चॉकलेट और कॉफी को हाथ भी न लगाएं।
16. पेशाब आने पर उसे रोके नहीं ।
17.अगर आपके पार्टनर को यूरिन इन्फ़ैकशन ( urine infection ) है तो ऐसे समय पर उससे सं-भोग ना करें।
18.अपने प्राइवेट पार्टों की सफाई पर विशेष ध्यान रखें साथ ही सेक्स करने के बाद पेशाब जरूर जाएं ताकि बैक्टीरिया जमा न हो पाये।
इतना अगर आप सावधानी और घरेलू उपाय करे तो आपको कभी भी इस इन्फ़ैकशन या अन्य कोई बीमारियो का सामना नहीं करना पड़ सकता है। क्यूकी ये हमारी लाइफ के कुछ अच्छे टिप्स में से है जो हमे बीमारियो से लड़ने बहुत सहायक होते है। और इन्फ़ैकशन होने के दौरान कोई भी मैडिसिन बिना अपने डॉक्टर के सलाह की बिना ना ले।
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