हरी मटर के इन फायदों से होंगे अनजान, घर पर बना सकते हैं मटर की खीर
न्यूज़ट्रेन्ड हेल्थ डेस्क- सर्दियों का मौसम नजदीक है और सब्जियों में कुछ दिनों में बदलाव देखने को मिलेगा। बहुत जल्द बाजार में हरी हरी मिटर मिलने लगेगी। मटर तो लगभग सभी की फेवरेट होती है। हरी मटर का क्या नहीं बनता, सहब्जी, पूड़ी घूघरी औऱ ना जानें क्या क्या। हम मे से अधिकांश लोग सर्दियों के वक्त में मटर पर ही निर्भर रहते हैं। विश्व में हरे मटर का सबसे बड़ा उत्पादन कनाडा करता है और भारत हरे मटर का सबसे ज्यादा आयात करने वाला देश है।मटर को वैज्ञानिक दृष्टि से फल माना जाता है। आइये आपक बताते हैं मटर के फायदे और नुकसान के बारे में और साथ में दिल लजीज मटर की खीर ( matar ki kheer ) बनाने के बारे में
मटर के फायदे-
हरे मटर के ढेरों फायदें हैं। इसमें प्रोटीन, फाइबर और वीटामिन बी पा. जाता है। इसमें वीटामिन बी 6 भरपूर मात्रा में होता है। इसमें उच्च स्तर का प्रोटीन पाया जाता है। साथ ही विटामिन A, C और फौलुट भी पाएं जाते हैं।
हरी मटर में मैंगनीज, फास्फोरस, पोटेशियम, आय़रन, मैग्निशियम, कॉपर, जिंक अच्छी मात्रा में पाएं जाते हैं। शकाहारी भोजन का इस्तेमाल करने वालों को मटर से अच्छा प्रोटीन मिलता है।
हरी मटर में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो कब्ज और बवासीर जैसी परेशानियों को दूर करती है। पाचन तंत्र के लिए हरी मटर का सेवन बढ़िया हैं। फाइबर आंत में अच्छे बैक्टिरिया बढ़ाता है और खराब बैक्टिरिया को रोकता है। आंत के कैंसर से बताव के लिए भी मटर फायदेमंद है।
कई तरह के खनिज होने के कारण ये दिल के रोगों को भी दूर रखता है और बीपी भी नियंत्रित रखता है।इसमें फाइबर की भरपुर मात्रा होने के कारण ये कॉलेसट्रॉल भी कम करता है। साथ ही विटामिन होने के कारण फ्री रेडिक्लस को नुकसान से बचाता है।
मटर खाने से शुगर की मात्रा तेजी से नहीं बढ़ती
हरी मटर डॉयबटीज वालें लोगों के लिए बहुत कारगर है। इसे खाने से शुगर की मात्रा तेजी से नहीं बढ़ती। इसमें पाए जाने वाले प्रोटीन औऱ फाइबर शुगर को नियंत्रित रखते हैं।
आपको शायद यकीन ना हो, लेकिन मटर कैंसर होने की संभावना को कम करता है। इसमें विशेष प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो विषैले तत्व को नष्ट कर देते हैं।
हरी मटर में सैपोनिन पाया जाता है जो कैंसर रोधी क्षमता को कम करता है। ये कैंसर की गांठ बनने से भी रोकता है।विटामिन K की प्रचुर मात्रा होने से प्रोस्टेट कैंसर की संभावना कम होती है। ये हड्डियों को भई मजबूत रखता है।
मटर वजन कम करने में भी बहुत मदद करता है। इसमें पाया जाने वाला प्रोटी ऐसे हार्मोन पैदा करता है जो भूख कम करता है। इसके अलावा इसमें पाए जाने वाले फाइबर के कारण भी कम भूख लगती है। साथ ही ये पीरियड्स से पहले होने वाली परेशानी को भी दूर करता है।
मटर की सब्जी और पूड़ी तो आपने बहुत खाई होगी, लेकिन क्या आपने मटर की खीर खाई है। हम आपको बताते हैं कैसे बनती है हरे मटर की खीर।
कैसे बनती है हरे मटर की खीर ( Matar ki kheer )
सामग्री-
घी- आधा कप
किशमिश-15-20 दानें
हरी इलायची-बारीक कुटी हुई
पिस्ता- 8
चीनी- 1 कप
दूध-डेढ़ कप
मटर- 1 कप
मटर की खीर बनाने की विधि ( matar ki kheer banane ki vidhi )
- सबसे पहले मटर को मुलायम होने तक उबाल लें। इसके बाद उसे ठंडा करके पीसकर पेस्ट बना लें। इसके बाद एक पैन में घी गर्म करें। अब उसमें हरी मटर का पेस्ट डालकर भून लें। इसे चम्मच से लगातार हिलाते रहें और उतार कर साइड में रख लें।
- अब दूध को दूसरे बर्तन में उबाल लें और इसमें पेस्ट मिलाकर उबलने दें। 15 मिनट तक उबालने के बाद इसमें हरी इलायची पाउडर, शक्कर, पिस्ता और किशकिश मिक्स कर लें. अब आपकी खीर तैयार है।
मटर के नुकसान-
वैसे मटर खाने के नुकसान भी कम नहीं हैं। मटर में ऐसे त्तव भी होते हैं जिसकी वजह से पेट की समस्या भी हो सकती है। अगर आप बहुत ज्यादा मटर का इस्तेमाल करते हैं तो आपको पेट फूलना या गैस जैसी समस्या हो सकती है।
मटर में प्यूरिन भी पाया जाता हा जो यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ा सकता है। अधिक यूरिक एसिड गठिया और किडनी संबंधित बीमारी में नुकसान देह साबित होता है। अधिक यूरिक एसिड गठिया और किडनी संबंधी बीमारी में नुकसान पहुंचाता है।
मटर में फायटिक एसिड होता है। ये आयरन, कैल्शियम, जिंक और मैग्निशियम के अवशओषण में प्रतिरोध पादा कर सकता है। इसमें लेक्टिसन होता है जो पेट में गैस बना सकता है।
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