उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बसपा सुप्रीमो मायावती का खाली बंगला समाजवादी पार्टी छोड़ चुके शिवपाल सिंह यादव को दे दिया है। बता दें कि सरकार ने बंगला शिवपाल यादव को तब दिया है जब 2017 में सुप्रीम कोर्ट का आदेश था कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगले छोड़ने होंगे इसी से ही मायावती, अखिलेश सहित मुलायम और राजनाथ सिंह ने भी अपने बंगले खाली कर दिये थे। अब योगी सरकार ने मायावती के पुराने बंगले को शिवपाल सिंह यादव को आवंटित की है।
इसे लेकर कहा जा रहा है कि राज्य की योगी सरकार शिवपाल सिंह यादव पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान नजर आ रही है। राज्य के संपत्ति विभाग ने शिवपाल यादव को ये बंगला आबंटित किया है।
मायावती के पड़ोसी हुए शिवपाल- पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मायावती ने ये बंगला छोड़ दिया था। और इसी बंगले से सटे दूसरे बंगले में शिफ्ट हो गई हैं। इस तरह से अब मायावती और शिवपाल पड़ोसी हो गए हैं।
सियासी हलचल तेज- शिवपाल सिंह यादव को बंगला आवंटित करने के बाद कई तरह के सियासी कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन बताया जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव को ये बंगला सिर्फ एक विधायक होने की हैसियत से दिया गया है। उधर शिवपाल को बंगला आवंटित होने के बाद वो तत्काल बंगले में गए और बंगले का मुआयना किया। कयास लगाए जा रहे हैं कि बंगले में शिवपाल अपनी नई पार्टी की ऑफिस बना सकते हैं।
क्या ये बीजेपी की चाल- समाजवादी पार्टी के बागी नेता शिवपाल सिंह यादव की नई पार्टी समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा के पीछे बीजेपी का हाथ बताया जाता रहा है। इस बात को बल तब औऱ मिला जब यूपी के उपमुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता केशव प्रसाद मौर्या ने शिवपाल सिंह यादव को अपने नई पार्टी को बीजेपी में विलय करने की सलाह दी थी।
वहीं समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव भी शिवपाल को बीजेपी के हाथों की कठपुतली कह चुके हैं। ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी लोकसभा 2019 में अखिलेश के खिलाफ शिवपाल सिंह यादव को अपने खेमे से आगे बढ़ाकर उत्तर प्रदेश में जीत दर्ज करना चाहती है।