नवरात्रि में लौंग का उपयोग है बहुत जरूरी, मगर अब इसके फायदे भी जान लीजिए
न्यूज़ट्रेन्ड वेब डेस्क : नवरात्रि के समय में लौंग बहुत जरूरी होता है, क्योंकि देवी मां के भोग में लौंग का शामिल होना बहुत जरूरी माना गया है. बहुत से लोग सिर्फ लौंग खाकर भी पूरे-पूरे दिन माता के नाम का व्रत रख लेते हैं. ये बहुत खास होता है और इसका महत्व माता के सच्चे भक्त ही समझते हैं. लौंग एक बहुत ही लोकप्रिय मसाला भी है जो सब्जी, चाय या फिर किसी अऩ्य व्यंजन में मिला दो तो उसका स्वाद बढ़ जाता है. सब्जी में डाले जाने वाले मसालों में अगर गरम मसाले में लौंग नहीं मिली हो तो वो मसाला पूरा नहीं होता.
इसके अलावा भी कई बीमारियों से लौंग व्यक्ति को बचाता है. बहुत से लोग तो लौंग का इस्तेमाल माउथ फ्रेश करने के लिए भी करते हैं और ये बहुत जरूरी भी होता है. खाना खाने के बाद लौंग का इस्तेमाल अच्छा माना जाता है. मगर बहुत कम लोग ही होते हैं जो लौंग के सही फायदे ठीक से जानते होंगें. नवरात्रि में लौंग का उपयोग है बहुत जरूरी, मगर आप इसके फायदे भी जान लीजिए.
लौंग खाने के कुछ ख़ास फायदे
आमतौर पर लौंग का इस्तेमाल लोग सब्जी में डालने के लिए करते हैं लेकिन यहां हम आपको लौंग के कुछ और फायदे भी बताएंगे जो आपको जरूर जानने चाहिए. अच्छी सेहत के लिए आपको लौंग का सेवन जरूर करना चाहिए.
1. उम्र ज्यादा हो जाने पर अगर चक्कर आने लगे तो आधे गिलास पानी में सिर्फ 2 लौंग डाल दें. इसके बाद उसे उबालकर एक गिलास पानी कुछ दिनों तक पिएं लाभ मिलता है.
2. अगर आपको किसी भी तरह का सिर दर्द हो रहा हो या फिर बहुत समय होता आया हो तो आपको उस समय 3 से 4 लौंग को पानी में उबालकर पी लेना चाहिए, इससे सिर दर्द दूर हो जाएगा.
3. जब कोई घाट नासूर बन जाता है तो उस पर हल्दी का लेप लगाया जाता है क्योंकि ये एंटिसेप्टिक होता है लेकिन अगर उस हल्दी में लौंग भी पीसकर डाल दें तो इलाज और भी अच्छे से हो सकेगा.
4. कई बार आंखों के सफेद हिस्सों में नेत्ररोग होने लगता है. ऐसे में तांबे के बरतन में लौंग पीसकर और उसमें थोड़ा शहद मिलाकर खाने से आपको लाभ मिल सकेगा.
5. आंखों की पुतलियों पर छोटी-छोटी बारिक फंसियां होने पर अगर लौंग पीसकर लगाना सही रहता है. तो वे बैठ जाती हैं और सूजन भी कम हो जाती है.
6. अगर आपके शरीर के अंगों में होने वाले पेन से छुटकारा पाना चाहते हैं तो लौंग की चाय पीना अच्छा होता है. इसके अलावा अगर लौंग से दर्द वाले स्थान की सिकाई कर सकते हैं तो और अच्छा है.