जीका वायरस, इस वायरस की वजह से जा सकती है आपकी जान, यहाँ पढ़ें इसके लक्षण और बचाव के तरीके
न्यूजट्रेंड हैल्थ डेस्क : अभी हाल के दिनों में जिका वायरस बड़ी तेजी के साथ देश में अपने पैर पसार रहा हैं, जिका वायरस के लक्षण राजस्थान के जयपुर के 29 मरीजों के पाया गया हैं। जिसकी वजह से राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने आस-पास के राज्यों में है अलर्ट की घोषणा कर दी हैं। इस मामले को लेकर पीएमओ ने भी इस वायरस के प्रसार पर स्वास्थ्य मंत्रालय से रिपोर्ट भी मांगी है। बता दें की इसके पहले जिका वायरस के लक्षण अहमदाबाद में पाया गया था, एक रिपोर्ट के मुताबिक जिका वायरस एडिज मच्छर से फैलता है और यह मच्छर अक्सर दिन के समय ही काटता है और ध्यान देने वाली बात ये है की इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पहुंचता हैं।
क्या है जीका वायरस
जीका वायरस एडिज इजप्टी मच्छर से फैलता है और यह अक्सर दिन के समय ही काटता है, इसके अलावा यह मच्छर डेंगू, चिकनगुनिया और यलो फीवर का कारण बनता है। जिका वायरस प्रेगनेंसी के समय गर्भवती महिला से उसके बच्चे में फैल जाता हैं और नवजात शिशु को नुकसान पहुंचाता हैं। जीका वायरस में कई बार लक्षण नजर नहीं आते हैं लेकिन यदि बीमारी बढ़ जाए तो न्यूरोलॉजिकल और ऑर्गन फैलियर भी हो सकते हैं, वही प्रेगनेंसी के समय नवजात में न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर और ब्रेन डैमेज होने तक का खतरा बना रहता हैं।
जीका वायरस के लक्षण
- इसके लक्षण तुरंत नजर नहीं आते हैं और इसके लक्षण सामने आने में कम से कम 3 से 14 दिन लगते हैं।
- इस वायरस के लक्षण बहुत माइल्ड नजर आते हैं।
- जिका वायरस के होने पर हल्का बुखार, स्किन पर चकत्ते, कंजेक्टिवाइटिस, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, सिर दर्द इस तरह की समस्याएँ 2 से 7 दिन तक बनी रह सकती हैं।
जीका वायरस का इलाज
- यदि एक्सपर्ट की मानें तो ऐसे लक्षण दिखने पर ब्लड, यूरिन या सीमेन टेस्ट से ही पुष्टि की जा सकती हैं।
- अभी तक इस वायरस के संक्रमण का कोई भी इलाज संभव नहीं हो पाया हैं।
- इस वायरस के इलाज के लिए बुखार और दर्द को कम करने वाली दवाई देने और इसके साथ उस मरीज के शरीर के अंदर लगातार पानी की पूर्ति की जाती हैं।
- जिका वायरस से ग्रस्त गर्भवती महिलाओं को बहुत ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है क्योंकि प्रेगनेंसी के समय बच्चा भी बड़ी आसानी से इस वायरस की चपेट में आ सकता हैं।
जीका वायरस से बचाव
- एक्सपर्ट के मुताबिक जीका वायरस का सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं और बच्चों को है क्योंकि यह वायरस बड़ी आसानी से इन्हें अपने चपेट में ले लेता हैं।
- जिका वायरस के संक्रमण से बचने के लिए हल्के रंग के कपड़े पहने और खिड़कियां और दरवाजे बंद करके रखे।
- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जीका वायरस का वाहक मच्छर पानी में ही पनपता है, इसीलिए आप अपने घर के आस-पास या घर में पानी को इकट्ठा ना होने दें और घर के आस-पास साफ-सफाई का जरूर ध्यान दे।