राफेल डील पर केंद्र को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगने के बाद अब कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल डील को लेकर केंद्र सरकार पर पूरी तरह से हमलावर हैं। राहुल गांधी अकेले सामने आकर इस मुद्दे पर लागातार सरकार पर हमला बोल रहे हैं। अब उन्होंने इस मुद्दे को एचएएल के बेरोजगारों के साथ जोड़ दिया है।
13 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में केंद्र सरकार के खिलाफ कैंडल मार्च निकालेंगे और केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलेंगे। ये मार्च 13 अक्टूबर को कर्नाटक कांग्रेस के दफ्तर से लेकर एचएएल के ऑफिस तक होगी। कांग्रेस ने कहा है कि इस राफेल डील का सबसे ज्यादा बुरा असर एचएएल पर हुआ है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड इस डील के रद्द होने से सबसे ज्यादा प्रभावित है। कांग्रेस ने कहा कि डील के रद्द होने से करीब 10 हजार लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है।
राहुल गांधी इन्हीं 10 हजार बेरोजगार कर्मचारियों से मुलाकात करेंगे। बता दें कि राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर ये आरोप लगा रहे हैं कि पीएम मोदी ने एचएएल से कॉन्ट्रैक्ट छीनकर अपने दोस्त अंबानी को ये कॉन्ट्रैक्ट दे दिया।
राहुल गांधी का आरोप है कि केंद्र की मोदी सरकार ने फ्रांस के साथ जो 36 राफेल विमानों का सौदा किया है उसके मूल्य काफी अधिक हैं। उनका कहना है कि जो मूल्य पहले की यूपीए सरकार ने तय किए थे उससे अब के मूल्य कहीं ज्यादा हैं। इसके अलावा कांग्रेस का सबसे बड़ा आरोप है कि केंद्र की मोदी सरकार ने इस विमान सौदे में फ्रांस की दसॉ एविएशन के साथ पार्टनर के रूप में एचएएल को हटाकर रिलायंस डिफेंस को ये सौदा दे दिया है। इससे अनिल अंबानी की कंपनी को फायदा पहुँचाने की बात की जा रही है। कांग्रेस का कहना है कि ये देश के लोगों के साथ धोखा है।
सुप्रीम कोर्ट ने मांगी राफेल डील की जानकारी- राफेल मामले में केंद्र को एक दिन में दो झटके लगे हैं। इधर सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र को नोटिस जारी कर इस डील की जानकारी मांगी है और कहा है कि “केंद्र बताए कि ये डील कैसे हुई”।