गाय का दूध बढ़ाने के उपाय हैं बेशकीमती, अभी जाने
गाय का दूध बढ़ाने के उपाय: भारत देश किसानों का देश है. यहाँ लाखों किसान धूप में पसीना बहा कर हम तक अन्न पहुंचाते हैं. अधिकतर किसान गाय और भैंस पालने के शौक़ीन होते हैं. दरअसल, गाय और भैंस के दूध में कईं तरह के जरूरी पौषक तत्व और प्रोटीन पाए जाते हैं जो इंसान के शरीर को रोगनिरोधक बनाते हैं. वहीँ आज के समय में गाय और भैंस को डेरी प्रोडक्ट्स बनाने के लिए भी खरीदा जा रहा है. इनके दूध से दही, पनीर, घी आदि बनाए जाते हैं इसलिए इनकी बिक्री काफी बढती जा रही है.
आज हम आपको गाय का दूध बढाने के उपाय बता रहे हैं. लेकिन आपको बता दें कि गाय या भैंस की कीमत उनके दूध में पाई जाने वाली वसा पर निर्भर करती है. ऐसे में यदि वसा अधिक हो तो दाम चोखा और वसा कम हो तो दाम भी खोटा. ऐसे में गाय-भैंस पालन करने वाले अधिकतर लोग इनके दूध की मात्रा और वसा की मात्रा बढाने के लिए उन्हें तरह तरह की दवाइयों का सेवन करवाते हैं.
हालाँकि दवाइयों और टीकों से कुछ समय तक दुधारू पशु अधिक मात्रा में दूध देने लग जाते हैं परंतु इन दवाइयों के साइड इफेक्ट्स धीरे धीरे पशुओं में नजर आने लगते हैं और इनका असर उल्टा पड़ने लगता है. आज हम आपको इस लेख के माध्यम से हम आपको गाय का दूध बढ़ाने के उपाय बताने जा रहे हैं, जो आपके लिए रामबाण साबित होंगे.
गाय का दूध बढ़ाने के उपाय
भोजन:
हम इंसानों की तरह ही पशुओं को भी भूख लगती है. ऐसे में ठीक समय पर खाना देने से पशु हेल्थी और फिट रहते हैं. वहीँ बात गाय या भैंस की करें तो इनके लिए भी भोजन का एक निश्चित समय तय किया गया है. इस समय के बाद उन्हें खाना खिलाने से वह कमजोर पड़ सकती हैं और दूध कम देने लगती हैं.
चारा:
चारा एक किस्म का गाय एवं भैंस का भोजन है. विशेज्ञ के अनुसार हर पशु को दिन में दो वक्त चारा खिलाया जाना चाहिए. इससे वह अधिक मात्रा में दूध देते हैं.
ज्वार:
बरसीम और ज्वार दो तरह के चारे हैं जो कि पशुओं को खिलाने से पशु स्वस्तय रहते हैं और अच्छी मात्रा में दूध देते हैं. इसके इलावा आप अपनी गाय या भैंस के लिए बिनौले का इस्तेमाल जरुर करें.
पानी:
आपने वो हिंदी कहावत तो सुनी ही होगी कि ‘जल ही जीवन है’. जैसे हम इंसानों को जिंदा रहने के लिए पानी की आवश्यकता होई है, वैसे ही पशुओं को भी प्यास बुझाने के लिए पानी चाहिए होता है. अपनी गाय या भैंस को दिन में 32 लीटर पानी जरुर पिलाएं.
लहसुन:
लहसुन को आयुर्वेदिक औषधि माना जाता है. यह इंसानों की पेट की बीमारियो के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. वहीँ पशु के चारे में लहसुन की कलियाँ मिलाने से वह मीथेन गैस वातावरण में छोड़ते हैं . इससे उनके दूध देने की क्षमता भी बढ़ जाती है.
फलों का सेवन:
फलों में कईं तरह के पौषक तत्व पाए जाते हैं. अपनी गाय या भैंस को पपीते का कच्चा फल या पपीते की पत्तियां पीस कर उनमे गुड मिला कर खाएं, इससे उनके दूध देने की क्षमता में बढ़ोतरी होती है.