तीन साल तक नहीं चार्ज करना पड़ेगा स्मार्टफोन, पढ़ें खबर
स्मार्ट फोन आज कल के वक्त में सबसे जरुरी चीज बन चुका है। स्मार्टफोन ने लोगों का जीवन आसान बनाया है और इसलिए लोग स्मार्टफोन से एक पल की भी दूरी बर्दाश्त नहीं करते। कोई खबर पता करनी है तो टीवी खोलने की झंझट क्यों…बस एक क्लिक और सारी जानकारी आपको आपका स्मार्ट फोन दे देता है। गाना सुनना हो तो स्मार्ट फोन, वीडियो देखना हो तो स्मार्ट फोन, कैलेंडर देखना हो , किसी से बात करनी हो, अलार्म लगाना हो, किसी से वीडियो कॉल करनी हो, किसी को मेल भेजनी हो, कोई फिल्म देखनी हो, फेसबुक-इंस्टा-ट्वीटर चलाना हो तो ये सारा काम अकेले आपका स्मार्टफोन कर देता है।
बड़े तो बड़े बच्चे भी स्मार्टफोन के लती बन गए हैं। उनका तो खाना पीना भी अब स्मार्टफोन में हाथ में लेकर ही होता है। हालांकि स्मार्टफोन में कुछ कमियां भी है। अब इतना सारा काम एक साथ करने वाला आपका स्मार्टफोन बैटरी के खत्म होते ही बेजना हो जाता है। फोन की बैटरी खत्म होते ही सारी दुनिया मानों वही रुक जाती है। आज हर कोई नया फोन खरीदते समय कैमरे और मेमौरी से ज्यादा बैटरी बैकअप पर ध्यान देता है। अगर हम आपको बताएं की एक तरीके से आपकी बैटरी एक महीने नहीं बल्कि तीन साल तक चल सकती है वो भी सिर्फ एक बार चार्ज करने पर।
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिका का मानना है कि वो एक ऐसी तकनीक बना सकते हैं जिससे बैटरी की लाइफ तीन साल तक बढ़ सकती है। इतना ही नहीं उनका तो ये मानना है कि अगर ये तकनीक काम कर गई तो 300 से 400 साल तक बैटरी की लाइफ बढ़ाई जा सकती है। अगर ऐसा हो गया तो चार्जर की ही जरुरत नही पड़ेगी और एक बार चार्ज करने के बाद कई सालों की छुट्टी।
अगर वैज्ञानिक इस तकनीक को बनाने में सक्सेजफुल होते हैं तो इलेक्ट्रिक वाहनों की माइलेज भी बढ़ाई जा सकेगी। अब आप सोच रहे होंगे कि इसके लिए तो दुनिया भर के सिस्टम, बड़े सारे उलझे वायर और बहुत तरह की तकनीक लगेगी, लेकिन ऐसा नहीं है। इस तकनीक को बनाने में हमारे बाल से भी छोटे कण नैनोवायर्स का इस्तेमाल कर लिथियम आयन से बनाई जाएगी। इस तकनीक के इस्तेमाल से किसी भी बैटरी की क्षमता 10 गुना तक बढ़ जाएगी। बता दें कि वैज्ञानिकों ने दावा तो कर दिया है, लेकिन असल में उन्हें बहुत तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
असल में वैज्ञानिकों का कहना है कि चार्जिंग के समय नैनोवायर्स पर तनाव बढ़ने लग रहा है जिससे वो टूटने लग रहे हैं साथ ही इससे ब्लास्ट होने का खतरा भी बना रह रहा है। एक शोधकर्ता ने कहा है कि अगर इस पर जेल की परत चढ़ जाए तो हो सकता है कि इस समस्या से निजात मिल सके। अगर वैज्ञानिक ऐसा कुछ करने में सफल हो जाते हैं तो फिर तो फोन के प्रति लोगों की दीवानगी और बढ़ जाएगी।