क्योंकि दिल का ख्याल रखना भी है जरुरी
आपका जीवन लंबा हो ये तो भगवान के हाथ में है, लेकिन आपका जीवन स्वस्थ हो ये आपके हाथ में है। बचपन से लेकर जवानी के दिनों तक हम अपने मन का खाना पीना और जीवन शैली जीते हैं और इसका अंजाम बुढ़ापे में भुगतना पड़ता है। वैसे बहुत देर तो अभी भी नहीं हुई है। आप अगर खुद का ख्याल रखना शुरु कर देंगे तो जीवन की कितनी ही बीमारियां दूर हो जाएंगी। इसमें सबसे ज्यादा जरुरी है दिल का ख्याल रखना।
दिल आपके शरीर के अहम हिस्सों में से एक है। अगर दिल मजबूत नहीं होगा तो शरीर मजबूत नहीं होगा। दिल के कमजोर होने के कई कारण हैं। इसमें सबसे बड़ा कारण है अव्यवस्थित जीवनशैली। बेवक्त का खाना, कुछ भी खाना, खाकर सो जाना जैसी हमारी सुस्त जीवनशैली हमारे दिल को भी सुस्त बना देती है। अगर आप इस जीवनशैली में बदलाव नहीं लगाएंगे तो आपकी मुश्किल और बढ़ जाएगी। अपने जीवन में छोटे बदलाव से ही आप खुद को बीमार होने से बचा सकते हैं।
खाने-पीने का सीधा असर आपके दिल पर पड़ता है। अगर आप कैलोरी, वसा, कोलेस्ट्रोल का ध्यान रखेंगे तो दिल की बीमारियों को कम कर पाएंगे। घी-मक्खन का कम इस्तेमाल करें और अगर खा रहे हों तो उतनी ही मेहनत करने की भी जरुरत है। सुन सुन कर पक गए होंगे लेकिन पीज्जा-बर्गर और फ्राइ आपके जीभ को जितने स्वादिष्ट लगते हैं उतने ही आपके दिल के लिए खतरनाक होते हैं। अपनी दिनचर्या में बदलाव करें। कम तेल वाली चीजें खाएं और हरी सब्जियों और फलों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करे।
व्यायाम हर तरीके से आपको स्वस्थ रखने में कारगर होता है। आपको घंटो जिम में पसीना बहाने की जरुरत नहीं है। घर पर ही 15 से 30 मिनट की एक्सरसाइज आपके दिल की धड़कनों को मजबूत कर देगी। थोड़ा सा वक्त निकालकर व्यायाम करें और साथ ही ऐसी डाइट लें जो आपके शरीर को फिट रखे।
काम के लिए या फैमिली के लिए तनाव लेना कभी भी सही नही होता है। हार्ट अटैक आने का मुख्य कारण ये भी है कि लोग हद से ज्यादा तनाव में रहने लगते हैं। किसी भी समस्या के लिए अपने दिल पर इतना बोझ ना डालें की वो कमजोर पड़ जाए। ज्यादा चिंता हो तो लाइफ में ब्रेक लें। घूमने जाएं या किसी दोस्त से ही मिल ले। गाना सुन लें या अपने मन की कोई फिल्म देख ले। इतना भर करने से भी आप अपने दिल को मजबूत बना सकते हैं।
अपने वेट का खास ख्याल रखें। बढ़ा हुआ वजन ना सिर्फ आपका लुक बिगाड़ देता है बल्कि आपको दिल की कई बीमारियां दे सकता है। वजन हमेशा नियंत्रित रखने की कोशिश करें। फाइबर और रेशेदार भोजन का सेवन करें। आप खुद महसूस करेंगे कि वेट कम होने पर आप खुद को ज्यादा एक्टिव महसूस कर पा रहे हैं। साथ ही आप ज्यादा भागने दौड़ने पर आपकी सांस नहीं फूल रही। दिल का ख्याल रखना बेहद जरुरी है क्योंकि आखिर दिल हमारा ख्याल भी तो रखता है।