
इस शख़्स ने दिलाया था अमिताभ को काम और पहचान, अंतिम समय में भी नहीं गए मिलने
इंसान चाहे कितना भी कामयाब क्यों ना हो मगर हर किसी का कोई ना कोई गॉडफादर जरूर होता है. जो उसे काम दिलवाने और सिखाने में बहुत मददगार साबित होता है लेकिन दुख तब होता है जब काम मिल जाने पर लोग बदल जाते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ बॉलीवुड के बेहतरीन अभिनेता महमूद के साथ. महमूद इंडस्ट्री के उन अभिनेताओं में से थे जिन्होने कॉमेडी करके लीड एक्टर से ज्यादा सुर्खियां बटोरीं. फिल्मों के पोस्टर पर इनकी तस्वीर देखकर ही लोग फिल्में देखने सिनेमाघर तक जाते थे और महमूद अली को लीड एक्टर से ज्यादा फीस दी जाती थी.
मगर आखिरी दिनों में उनका हाल बेहाल हो गया था और वे बोलने तक के मोहताज हो गए थे. मगर बॉलीवुड के महानायक ने उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जिसका दुख महमूद को आखिरी समय तक रहा है. काम दिलाने वाले के साथ महानायक ने किया था ऐसा सलूक, जिसे महमूद कभी भूल नहीं पाए और इसका दुख उन्हें हमेशा ही रहा.
काम दिलाने वाले के साथ महानायक ने किया था ऐसा सलूक
29 दिसंबर, 1932 को बॉम्बे प्रेजिडेंसी में जन्में महमूद एक समय में बहुत बड़े स्टार हुआ करते थे. उन्होंने अपने एक इंटरव्यू मे बताया था, ”एक आदमी के दो पिता होते हैं एक वो जो उसे जन्म देता है और दूसरा वो जो उसे करियर में सफल होने के लिए प्रेरित करता है उसके टैलेंट को समझता है. इसलिए आज मेरे बेटे (अमिताभ बच्चन) के पास फिल्मों की लाइन लगी हुई है, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उसकी मैंने बहुत ज्यादा मदद की थी. उसे काम दिलवाया यहां तक उसे अपने घर में भी रखा था. वैसे तो अमिताभ मेरी बहुत इज्जत करता है लेकिन एक ऐसी बात है जो मुझे आज भी चुभती है.
उसके पिता हरिवंशराय बच्चन जब गिर गए थे तो वो उनके साथ अस्पताल में ही रहता था लेकिन जब मेरी बाइपास सर्जरी हुी तो वो मुझे देखने नहीं आया जब मैं भी उसी अस्पताल में भर्ती था. अमिताभ ने ये साबित कर दिया कि असली पिता असली ही होता है.”
साल 2004 में महमूद के निधन पर अमिताभ बच्चन ने लिखा था कि एक एक्टर के तौर पर स्थापित होने पर महमूद जी ने उनकी हमेशा मदद की. महमूद भाई अमित के करियर के शुरुआती ग्राफ में मदद करने वालों में से थे. वो पहले प्रोड्यूसर थे जिन्होंने अमिताभ बच्चन को लीड एक्टर के तौर पर फिल्म बॉम्बे टू गोवा में काम दिया था. अमिताभ बच्चन इस बात का जिक्र हमेशा करते हैं कि वे कुछ फिल्में फ्लॉप होने के बात वापस जा रहे थे लेकिन महमूद ने उन्हें रोका और अपनी फिल्म में मौका दिया.
फिल्म बॉम्बे टू गोवा के मजेदार किस्सों की बात करते हुए एक बार अमिताभ बच्चन ने बताया था कि महमूद साहब बहुत जिद्दी थे अगर वे हीरो को कोई सीन करने को बोलते तो वो करना ही होता था. फिल्म के पॉपुलर गाने ‘देखा ना हाय रे सोचा ना हाय रे’ में महमूद को डांस करवाने की बात आई तो अमिताभ बच्चन ने डांस से मना कर दिया ये कहते हुए कि उन्हें डांस करना नहीं आता. इसपर महमूद ने कहा कि जिसे चलना आता है वो डांस भी कर लेता है.