गर्भाशय कैंसर की बीमारी तेजी से फैल रही है महिलाओं में, जरूर जानिए इसके लक्षण
जिन स्त्रियों की उम्र 50 साल से अधिक होती है उनको गर्भाशय कैंसर होने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है स्त्रियों में अन्य कैंसरो की तुलना में गर्भाशय कैंसर से मृत्यु की संभावना ज्यादा होती है गर्भाशय कैंसर होने का वैसे कोई विशेष कारण नहीं है प्रारंभिक अवस्था में इसके किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं नजर आते हैं गर्भाशय कैंसर के लक्षण काफी देर से नजर आते हैं इन्हीं वजहों से गर्भाशय कैंसर को साइलेंट किलर भी कहा जाता है जब गर्भाशय की आंतरिक परत की कोशिकाएं आवश्यकता से अधिक बढ़ जाती है तो उस स्थिति में गर्भाशय कैंसर होता है इसे बच्चेदानी का कैंसर भी कहा जाता है यह कोशिकाएं वृद्धि करके शरीर के अन्य भागों में भी कैंसर फैला सकती है यह आकार और संरचना में नाशपाती जैसा होता है जन्म लेने वाले पहले बच्चे महिलाओं के गर्भ के इसी भाग में रहते हैं।
गर्भाशय के कैंसर का सबसे आम लक्षण योनि से असामान्य रक्त स्राव है हालांकि यह आवश्यक नहीं है कि यह लक्षण प्रदर्शित होने पर आप कैंसर से ही पीड़ित हो, इनके कई और कारण भी हो सकते हैं इसलिए आप इसके लिए डॉक्टर से सलाह अवश्य लीजिए आज हम आपको इस लेख के माध्यम से गर्भाशय कैंसर के ऐसे कुछ लक्षणों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिन लक्षणों को पहचान कर आपको सावधान हो जाना चाहिए और तुरंत इसकी जांच करवानी चाहिए।
आइए जानते हैं गर्भाशय कैंसर के लक्षणों के बारे में
सांस लेने में दिक्कत होना
गर्भाशय कैंसर की वजह से पेट में तरल पदार्थ बन जाता है जो पेट की लाइनिंग को परेशान करता है इसकी वजह से इस क्षेत्र में दबाव बढ़ने लगता है जिसके कारण आपको सांस लेने में तकलीफ होती है यदि आपको इस तरह का कोई लक्षण दिखता है तो यह गर्भाशय कैंसर का संकेत है।
संभोग करने में कष्ट होना
यदि आपको संभोग करने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत होती है तो इस लक्षण को डायसपरयुनिया कहा जाता है ओवरी में ट्यूमर होने की वजह से संभोग करते समय काफी तेज दर्द का सामना करना पड़ता है।
पेशाब संबंधित आदतों में बदलाव
अगर आपको पेशाब संबंधित किसी भी आदत में अचानक से किसी प्रकार का कोई परिवर्तन दिखता है तो यह गर्भाशय कैंसर का लक्षण हो सकता है इसके अतिरिक्त भी आप अन्य परिवर्तन देख सकती हैं जैसे कि लगातार पेशाब आना, पेशाब में खून आना या मूत्राशय पर कंट्रोल ना रहना।
पीठ के पिछले हिस्से में दर्द होना
जब महिलाएं गर्भाशय कैंसर से पीड़ित होती है तो उनकी पीठ में पीछे की तरफ नीचे की ओर दर्द रहता है यह दर्द समय के साथ साथ बढ़ता रहता है जिससे आपको काफी दिक्कत होती है।
पेट में सूजन या पेट फूलना
जिन महिलाओं की आयु 50 वर्ष या उससे अधिक होती है उन महिलाओं में पेट के निचले भाग में पेट फूलना, गैस बनना, मितली, हार्टबर्न और अपच जैसे लक्षण नजर आते हैं।
हमेशा थकान महसूस होना
गर्भाशय कैंसर का प्रारंभिक लक्षण शरीर में हमेशा थकान रहना है यदि आपको अपने शरीर में बिना किसी काम के थकान या सामान्य से अधिक नींद आती है तो यह गर्भाशय कैंसर की ओर संकेत करता है।