90 के दशक के वो शो जो दिल में बस गए
90 का दशक याद है, बचपना था और फिर धीरे धीरे वो टीनएज वाली उम्र। आज के वक्त से याद करो तो लगता है कि वो दशक ही सबसे बढ़िया था। 90 के दशक के गाने फिल्मे, त्यौहार सब कुछ बहुत ही अच्छा था। हमारे तो कार्टून, फिल्में शो, सब कुछ 90 के दशक के ही फेवरेट हैं। इस जमाने की बात ही इतनी निराली है कि इसको लेकर आज के वक्त में एक शो बनाया गया- ये उन दिनों की बात है। जमाना धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था और हम नई सदी में प्रवेश कर रहे थे। शायद ये ही वजह है कि उन दिनों के शो आज भी हमारे दिल में बसे हुए हैं। आपको ले चलते हैं यादों की उन दुनिया में एक बार और…
शाका लाका बूम बूम-
संजू की मैजिक पेसिंल याद है? वे पेंसिल जिससे कुछ भी बनाओ तो वो सचमुच में बन कर बाहर आ जाता था। उन दिनों हर बच्चे की ये ही ख्वाहिश रहती थी एक बार शाका लाका बूम बूम वाली पेंसिल मिल जाए तो मजा आ जाए। संजू और करुणा का किरदार हर किसी का फेवरेट था। साथ ही बच्चों की मस्ती करती हुई टोली भी सबको बहुत पसंद थी।
क्योंकि सास भी कभी बहु थी-
रिश्तों के भी रुप बदलते हैं….ये गाना शुरु होते ही पूरा परिवार एक साथ बैठ जाता था। तुलसी विरानी का किरदार निभाकर घर घर में फेमस हुईं स्मृति ईरानी आज भले ही टेक्सटाइल मंत्री हों। उनको देखकर आज भी 90 दशक के वो सीरियल्स याद आ जाते हैं जब पूरा परिवार एक साथ होता था।
खिचड़ी-
सबके परिवार में एक ना एक यूनीक आदमी रहता है, लेकिन पारेख परिवार में सारे नमूने थे वो भी एक से बढ़कर एक। बाबूजी, जयश्री, चक्की, हंसा, प्रफूल्ल, जैकी, हिमांशू जैसे किरदार तो हर दिल में बसे हुए हैं। इन किरदारों को इतना पसंद किया गया कि इन पर फिल्म भी बनाई गई और दर्शकों को एक बार फिर खिचड़ी परिवार का प्यार मिला।
शक्तिमान-
अगर कोई बच्चा कह दे कि उसने शक्तिमान नहीं देखा तो समझ जाइये कि वो झूठ बोल रहा है। शक्तिमान हर किसी के दिल के बहुत करीब था। खास करके बच्चों को तो शक्तिमान पर पूरा भरोसा था। बहुत से बच्चे इसके चलते हादसे के शिकार हो गए थे। उनको लगता था कि उन्हें बचाने के लिए शक्तिमान आएगा।
शरारत-
अपने समय में जादू दिखाने वाला ये सिटकॉम शो टीनएजर के बीच बहुत फेमस था। एक तो इसमें जादू और दूसरा ध्रूव और जिया की टीनएज वाला रोमांस। इसमें नानी यानी की फरीदा जलाल को बच्चों-बड़ों सभी ने पसंद किया।
सोनपरी-
देखो आई आई आई सोना सोन परी आई। हर लड़की का यो शो तो बहुत ही फेवरेट था। समें सोन परी और फ्रूटी की जुगलबंदी सभी बच्चों को बहुत अच्छी लगती थी। साथ ही आलतु की कॉमेडी भी दर्शकों के दिल में उतर गई थी।
हातिम-
उस दौर में भी शो में थ्रिल और एक्शन का खूब ध्यान रखा जाता था। हातिम के साथ होबो भी लोगों के फेवरेट थे। साथ ही जैसमिन भी। इस शो का थ्रिल बच्चों को बहुत पसंद आता था तो होबो की कॉमेडी भी दर्शकों को अच्छी लगती थी। इन शो को याद करके वो दौर याद आ जाता है जब सारा परिवार और सारे बच्चे एक साथ बैठकर इस तरह के शो का आनंद लिया करते थे।