द ग्रेट खली जीवनी और उनकी जिंदगी से जुड़े रोचक तथ्य
द ग्रेट खली जीवनी:आजकल की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर मनुष्य को यदि थोड़ा बहुत भी फ्री टाइम मिलता है तो वह टीवी देख कर अपना टाइम पास करता है. फिर वह चाहे बूढ़ा हो या जवान हर कोई टीवी देख कर मनोरंजन करता है. युवा पीढ़ी कुश्ती और रेसलिंग की बहुत दीवानी होती है. इसलिए जब भी टीवी पर WWE प्रीमियम की शुरुआत होती है तो लोग घरों में टीवी के आगे बैठ जाते हैं. आज के समय में रेसलिंग एक तरह का धंधा बन चुका है. लेकिन इसके बावजूद भी इसका क्रेज़ लड़कों में सबसे अधिक है. आज हम आपको WWE एक ऐसे रेसलर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको आज के समय में हर बच्चा बच्चा जानता है. ख़ास बात यह है कि अभी तक इस प्लेयर ने जीत के कईं खिताब अपने नाम कर लीयते हैं. यह व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि मशहूर रेसलर ‘द ग्रेट खली’ हैं. आज हम आपको द ग्रेट खली जीवनी के बारे में बताने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं कैसे खली ने ‘ग्रेटनेस’ का तमगा हासिल किया और इसकी लिए आखिर उन्हें क्या क्या कीमतें चुकानी पड़ी.
द ग्रेट खली जीवनी- जन्म और बचपन
द ग्रेट खली का जन्म 22 अगस्त सन 1972 को हिमाचल प्रदेश के सिरमोर जिले के एक छोटे से गाँव घिरईना में हुआ. उनका परिवार एक पंजाबी परिवार था. द ग्रेट खली के पिता का नाम ज्वाला राम और माता का नाम तांडी देवी था. आज जिसे हम महाबली या द ग्रेट खली के नाम से जानते हैं, हकीकत में उनका पूरा नाम दिलीप सिंह राणा है. द ग्रेट खली के कुल सात भाई और बहने थी. द ग्रेट खली के पिता खेती का काम करते थे. जिससे उनके घर का खर्चा ही चलता था और घर में गरीबी का माहौल बना रहता था. खली के सातों भाई बहन दिखने में सामान्य थे लेकिन खली का शरीर कुछ अलग ही था और वह बचपन से ही हेल्थी थे. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि एक समय में खली पंजाब पुलिस में अधिकारी के तौर पर काम करते थे लेकिन उनकी किस्मत ने कुछ ऐसी पलती मारी कि वह पूरी दुनिया के स्टार बन गए. खली का जीवन जितना ऐशो आराम भरा अब दीखता है, उसके पीछे उनका उतना ही संघर्ष भी छिपा हुआ है.
द ग्रेट खली जीवनी- पढ़ाई और संघर्ष
गरीब घर के राजपूत खानदान में जन्मे खली का बचपन कुछ ख़ास अच्छा नहीं रहा. अपने घर का खर्च चलाने के लिए खली ने काम करने का फैसला लिया. इसके लिए उन्हें सबसे पहले मजदूरी का काम दिया गया. आम तौर पर लोग उनसे भारी भरकम पत्थर उठवाया करते थे. जब खली को ज्यादा कमाने की जरूरत महसूस हुई तो उन्होंने शिमला जाना ठीक समझा और वहीँ जा कर काम करने लगे. खली के ऊंचे और विशाल कद के चलते हर कोई उन्हें देखता रह जाता था. बहुत से लोग खली के शरीर की बनावट का मजाक उड़ा दिया करते थे. खली के लंबे पैरों के कारण उनके साइज़ के जूते मिलना भी मुश्किल हो जाता था इसलिए वह अक्सर मोची से स्पेशल साइज़ केजूते बनवाया करते थे. हालांकि कभी कभी उन्हें अपने शरीर पर बहुत गुस्सा आता था लेकिन वह मजबूर थे और ख़ामोशी कसे सिवा उनके पास कोई रास्ता नही बचता था. खली ने घर चलाने के लिए कुछ समय तक वाचमैन की नौकरी भी की.
द ग्रेट खली जीवनी- WWE में कदम
जब खली शिमला में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगे. तभी खली को ड्यूटी करते समय पंजाब के एक बड़े पुलिस अफसर एसएस भुल्लर ने देखा. एसएस भुल्लर ने खली को पंजाब पुलिस में नौकरी करने का ऑफर दिया. खली उनका ऑफर सुनकर हैरत में पड़ गए और काफी विचार विमर्श के बाद उन्होंने नौकरी के लिए हामी भर दी. उन्हें अचानक से इतना बदलाव देख कर अपनी चमकती हुई किस्मत पर विश्वास नहीं हो रहा था. खली को शिमला से पंजाब लाने का सारा खर्चा एसएस भुल्लर ने उठाया और 1993 में खली पुलिस में भर्ती हो गए. पुलिस की नौकरी करते करते खली की दोस्ती अमित स्वामी नामक व्यक्ति से हुई. अमित स्वामी से दोस्ती करने के बाद खली की तो जैसे किस्मत ही बदल गई.
पंजाब में खली ने रेसलर बनने की ठानी और उसके लिए पर्याप्त ट्रेनिंग भी ली. उन दिनों अमेरिका में रेसलिंग सबसे पोपुलर माना जाता था ऐसे में कोई भी भारतीय खिलाडी उनका सामना नही कर पाता था. परंतु साल 2000 में आल प्रो रेसलिंग में उन्हें Gaint Singh के नाम से रिंग में उतारा गया. इस रिंग में खली ने अकेले ही दो पहलवानों को धुल चटा दी. उनकी लगातार जीतो को देखरे हुए साल 2006 में उन्हें वर्ल्ड रेसलिंग एनवायरमेंट(WWE) में शामिल कर दिया. तब से लेकर आज तक खली ने कभी पीछे मुद कर नहीं देखा.