चुनावी माहौल में पीएम मोदी और राहुल गांधी आमने सामने है। जहां एक तरफ़ राजस्थान में पीएम मोदी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया तो वहीं दूसरी तरफ़ मध्यप्रदेश से राहुल गांधी केंद्र की मोदी पर बरसते हुए नज़र आये। राजस्थान और मध्यप्रदेश की जनता के बीच बीजेपी और कांग्रेस अपनी अपनी बात रख रही हैं। तो चलिए जानते हैं कि राजस्थान से पीएम मोदी और मध्यप्रदेश से कांग्रेस अध्यक्ष ने क्या कुछ कहा?
60 सालों के बाद विपक्ष में भी विफल हुई कांग्रेस – राजस्थान के अजमेर में जनसभा संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला। जी हां, पीएम मोदी ने कहा कि 60 सालो के बाद कांग्रेस न सिर्फ सत्ता से बेदखल हुई बल्कि विपक्ष में भी विफल हुई। गौरतलब है कि 2014 के बाद कांग्रेस के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है, जिसकी वजह से विपक्ष में भी उसकी हालत दयनीय है।
पीएम मोदी यही नहीं रुके उन्होंने कांग्रेस पर वार करते हुए आगे कहा कि कांग्रेस में सिर्फ परिवारवाद है और इसमें सिर्फ एक ही परिवार की चिंता होती है। कांग्रेस देश की पार्टी नहीं सिर्फ एक परिवार की पार्टी है। इसके अलावा पीएम मोदी ने वसुंधरा सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि हमने 13 लाख परिवार को बिजली प्रदान की। वसुंधरा की सरकार में राजस्थान में खूब विकास किया है ।
यहाँ जमीन में होता है भ्र्ष्टाचार, किसान को भुगतना पड़ता है नुकसान – कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश की एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यहां की जमीन में ही भ्र्ष्टाचार है, जिसके परिणाम किसानों को भुगतना पड़ता है। इस दौरान राहुल गांधी ने शिवराज सरकार पर भी बड़ा हमला बोला। राहुल के भाषण में आदिवासी, किसान और युवाओं के मुद्दे नज़र आये। राहुल ने कहा कि आदिवासियों को जमीन, विकास आदि सभी का पूरा अधिकार है। कांग्रेस की तारीफ करते हुए राहुल ने कहा कि हम जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसमे आपके सहयोग की ज़रूरत है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हमने किसानों के कर्जमाफी का वादा किया था, जोकि निभाया। लेकिन आज किसान पूरी तरह से दबा हुआ है। हम किसान और उद्योगपतियों को एक बराबर मानते हैं, लेकिन बीजेपी की सरकार सिर्फ उद्योगपतियों की सरकार है।
बताते चलें कि मध्यप्रदेश और राजस्थान में इन दिनों चुनाव माहौल पूरी तरह से गरम हो गया है। जहां एक तरफ कांग्रेस अपना वनवास खत्म करना चाहती है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के लिए ये दोनों राज्य जीतना नाक का सवाल। बहरहाल, कौन किस पर भारी पड़ेगा, ये तो खैर वक्त ही बताएगा।