जाने गोमती चक्र पूजा विधि और अंगूठी के फायदे
गोमती चक्र: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दुनिया में मौजूद हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी वस्तु का भी अपना ख़ास महत्व होता है. कोई भी वस्तु या तो अपने साथ सद परिणाम लाती है या फिर दुष परिणाम. आज हम आपको जिस वस्तु के बारे में बताने जा रहे हैं, उसे हिंदू धर्म में ख़ास अहमियत दी जाती है. दरअसल, यह वस्तु कोई और चीज़ नही बल्कि गोमती चक्र (gomati chakra) है. यह एक दुर्लभ वस्तु है जो आसानी से प्राप्त नहीं होती लेकिन यदि यह मिल जाए तो इससे व्यक्ति की किस्मत पूरी तरह से पलट जाती है. दरअसल, यह चक्र (gomti chakra) भारत की सबसे प्रसिद्ध नदी गोमती में पाया जाता है. यह नदी कृष्ण जी की द्वारका नगरी में मौजूद है. हकीक़त में यह चक्र एक प्रकार का सिप्पी या पत्थर है जो गोमती नदी में मौजूद होता है.
यह पत्थर एक ओर से पत्थर की तरह सफेद होता है जबकि दूसरी तरफ से समतल होता है. समतल पत्थर के कारण इस पर सांप की आकृति बनी होती है जिसके कारण कुछ लोग इसे नाग चक्र भी कहते हैं. वेदों और शास्त्रों में इस चक्र के ढेरों उपयोग बताये गए हैं. आज हम आपको गोमती चक्र पूजा विधि और अंगूठी के फायदे बताएंगे साथ ही आपको बताएंगे कि यह कहा मिलता है.
गोमती चक्र पूजा विधि
हिंदू धर्म में गोमती चक्र (gomati chakra) का इस्तेमाल पूजा, साधना, तांत्रिक प्रयोगों और कईं तरह के टोने टोटके में किया जाता है. कुछ लोग इसे कृष्ण जी का सुदर्शन चक्र कहते हैं. इस चक्र की पूजा आम तौर पर होली, दीपावली और दशहरा में की जाती है. इस चक्र (gomti chakra) को अभिमंत्रित करने के लिए 11 या 21 गोमती चक्रों (gomati chakra) को अपने घर में मौजूद मंदिर या पूजा स्थान पर रखें और निम्नलिखित मंत्र की 21 मालाएं जाप करें-
ओम् श्रीं नमः
इस मंत्र के जाप से आपके घर में नई खुशियाँ एवं आर्थिक सम्पन्नता आएगी. इसके लिए पूजा करके चक्र (gomti chakra) अपने धन रखने वाल स्थान पर रख दें और रोज़ाना धुप अगरबत्ती दिखाएं. ऐसा करने से आपके घर में नई खुशियों का आगमन होगा.
गोमती चक्र की अंगूठी के फायदे
इसकी बनावट को देखा जाये तो उसके ऊपर चिकने भाग पर हिन्दी के ७ का अंक बना मिलता है, वर्तमान के ज्योतिषियों के अनुसार यह अंक राहु का अंक कहा जाता है और पानी की वस्तु जिसे चन्द्रमा का रूप दिया जाता है. जिस व्यक्ति की कुंडली में राहू या चंद्र का दोष हो या किसी स्त्री का गर्भ गिर रहा हो तो उसे इस चक्र (gomti chakra) की अंगूठी धारण करने की सलाह दी जाती है. इस चक्र की अंगूठी के फायदे इतने अद्भुत हैं कि आप भी हैरत में पड़ जाएंगे.
1. यदि आपके मित्र आपके शत्रु बनते जा रहे हैं तो गोमती चक्र की अंगूठी जरुर धारण करें इससे आपके शत्रु आपके मित्र बनने लगेंगे.
2. अगर घर में अपनों के साथ रिश्ते उलझते चले जा रहे हैं और दिन भर लड़ाई झगडे का माहोल बना रहता है तो गोमती चक्र की अंगूठी आपके लिए रामबाण साबित होगी.
3. यदि आपके घर में कोई व्यक्ति लंबे समय से बीमार है और लाख इलाजो के बाद भी वह रिकवर नहीं कर पा रहा तो इस चक्र की अंगूठी धारण करने से वह जल्दी ठीक होने लग जाएगा.
4. नौकरी एवं व्यापार में लाभ कमाने के लिए गोमती चक्र की अंगूठी बेहद उपयोगी साबित होती है.
गोमती चक्र (gomati chakra) कहा मिलता है?
यह चक्र एक बेहद अनमोल पत्थर है जिसका इस्तेमाल भगवान श्री कृष्ण जी ने स्वयं हथियार के तौर पर किया था. यह चक्र गोमती नदी में पाया जाता है. हालाँकि इसकी कीमत बेहद कम है. लेकिन इसके बावजूद भी यह चक्र बहुत मुश्किलों से मिलता है. आम तौर पर यह पत्थर बड़े बड़े पुजारियों एवं पंडितों के पास मौजूद होता है. लेकिन आज कल कुछ लोग गहने बनाने के लिए भी इस पत्थर का इस्तेमाल कर रहे हैं.