क्या आपके हार्मोन्स भी हैं असंतुलित, तो जानिए इसके लक्षण, कारण और उपाय क्या है?
वर्तमान जीवन पद्धति में इंसान अपनी क्षमता के अनुसार हर काम कर सकता है। लेकिन इतने व्यस्त जीवनशैली में स्वास्थय का ख्याल रख पाना मुश्किल है। भागम भाग जिंदगी में हर कोई सिर्फ ये सोच रहा है कि कैसे सबसे आगे बढ़कर अधिक से अधिक लाभ और मुनाफा कमाया जाए। लेकिन शरीर का ध्यान कैसे रखना है इसके बारे में कोई भी नहीं सोचता है। लेकिन इन सभी कामों के लिए शरीर का स्वस्थ रहना जरूरी है। और शरीर के स्वस्थ रहने के लिए हार्मोंस का संतुलित रहना।
हार्मोंस बहुत से शारीरीक प्रक्रियाओं के लिए जरूरी है। इनके असंतुलन से बॉडी का संतुलन बिगड़ जाता है। शरीर के पूरे सिस्टम को कंट्रोल करने का काम हार्मोंस ही करते हैं। तो आइये जानते हैं हार्मोंस के कार्य और हार्मोंस असंतुलन के कारण क्या क्या हैं।
हार्मोंस के कार्य- हार्मोंस को शरीर का केमिकल मैंसेजर भी कहा जाता है। ये शरीर में विभिन्न ग्रंथियों और कोशिकाओं से निकलते हैं। ये रक्त के जरिए पूरे शरीर में पहुंचते हैं और अपना कार्य करके नष्ट हो जाते हैं। संतुलित हार्मोंस शरीर में सकारात्मक प्रभाव डालते हैं जबकि असंतुलित हार्मोंस का बुरा प्रभाव पड़ता है।
हार्मोंस असंतुलन के मुख्य लक्षण- अनियमित खान-पान, कुपोषण, समय से न खाना, तनाव लेना, व्यायाम न करना आदि इसके प्रमुख कारण हैं। आइये जानते हैं हार्मोंस असंतुलन के लक्षणों के बारे में।
- वजन बढ़ना- अगर आप अचानक अपना वजन बढ़ा हुआ पाते हैं तो ये हार्मोंस असंतुलन का लक्षण हो सकता है। अगर अचानक वजन बढ़ता है तो ये अपने जीवनशैली में सुधार लाएं, ये हार्मोंस के असंतुलन की ओर इशारा हो सकता है।
- पाचन संबंधी समस्या- अगर आपकी पाचन क्रिया ठीक नहीं है। और गैस, बदहजमी जैसी समस्या हो रही हो तो ये भी हार्मोन असंतुलन का बड़ा लक्षण है। कभी कभी ये समस्या शरीर में हार्मोन के बदलाव के कारण भी हो जाता है।
- अनिद्रा- अनिद्रा आज के समय में एक बड़ी बीमारी बनकर उभरी है। इसे अंग्रेजी में इन्शोमेनिया कहा जाता है। अनियमित जीवनशैली के कारण अनिद्रा की समस्या होती है। लेकिन कई बार अनिद्रा अनियमित हार्मोंस की वजह से भी हो सकता है। ॉ
- तनाव- हमेशा तनाव रहना, चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन जैसी समस्या भी हार्मोंस असंतुलन के लक्षण है।
- ज्यादा पसीना आना- अगर आपको अधिक पसीने की समस्या है तो ये हार्मोन असंतुलन का कारण हो सकता है।
हार्मोंंस असंतुलन के कारण-
- खान-पान की आदतें- आज कल खानपान में बहुत ही ज्यादा बदलाव आए हैं। फास्ट फूड का अधिक सेवन, और खाने में पोषक तत्वों की कमी की वजह से शरीर में हार्मोंस का संतुलन बिगड़ता है।
- गर्भावस्था- कुछ महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान भी हार्मोंस असंतुलन की समस्या होती है। इससे तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
- बीमारियों की वजह से- हार्मोन असंतुलन होने से मोटापा, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्या, दिल से जुड़े रोग आदि हो सकते हैं।
हार्मोन संतुलित रखने के उपाय-
- चाय कॉफी का सेवन कम करें।
- नियमित दही खाएं।
- संतुलित आहार लें।
- प्राणायम, व्यायाम आदि को अपने जीवन का हिस्सा बना लें।
- पर्याप्त पानी पीएं और शरीर में पानी की कमी न होने दें।