वो कलाकार जो बेहद कम उम्र में ही कह गए दुनिया को अलविदा….
बाबू मोशाय, हम तो रंगमंच की कठपुतलियां हैं जिसकी डोर ऊपरवाले के हाथ में है…कब कौन कहां उठेगा ये कोई नहीं जानता….आनंद फिल्म का राजेश खन्ना का ये डॉयलाग जीवन की सच्चाई को बखूबी बयान करता है। किसी की कितनी उम्र लिखी है और कोई कितना जीने वाला है ये बात तो किसी को नहीं पता। बॉलीवुड में कई ऐसे कलाकार दुनिया छोड़ कर चले गए जिनकी उम्र बेहद कम थी। आपको बताते हैं ऐसा ही कुछ कलाकारों के बारे में।
मधुबाला-
हुस्न के जलवे तो दुनियावालों ने बहुत देखे होंगे, लेकिन ना वो हुस्न देखा होगा ना वो मुस्कान जो किसी को भी मदहोश कर दें। जबरदस्त खूबसुरती की मल्लिका मधुबाला जैसा ना कोई बॉलीवुड को मिला और शायद ही ना कभी मिलेगा। अनारकली का जीवन पर्दे पर जीकर उन्होंने उस किरदार को अमर कर दिया। ऐसा लगा कि अनारकली अगर रही होगी तो इतनी ही खूबसूरत रही होगी। दिलीप कुमार से प्यार तो किया,लेकिन उस प्यार को अंजाम नहीं मिला। दिल के रोग के कारण महज 36 साल की उम्र में मधुबाला ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया
सिल्क स्मिता-
सिल्क की तो दुनिया दीवानी थी। सिल्क का असली नाम विजयलक्ष्मी वदलपति था। दक्षिण भारत में सिल्क एक नाम नहीं बल्कि एक पहचान थीं। उनके करियर की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन पैसों की तंगी और निजी संबंधों में दरार आ जाने के कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली। उनकी उम्र महज 36 साल थी।
स्मिता पाटिल-
स्मिता ने अपने करियर में लीक से हटकर फिल्में की। उन्होंने दो दशक तक अपने दमदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीता। राज बब्बर से शादी के बाद बच्चे को जन्म देते वक्त उनका निधन हो गया। उनकी उम्र सिर्फ 31 साल की थी।उन्होंने भूमिका, मिर्च मसाला, अर्थ, मंडी नमक हलाल और शक्ति जैसी बेजोड़ फिल्में की थीं।
मीना कुमारी-
अयादत होती जाती है इबादत होती जाती है, मेरे मरने की देखो सबको आदत होती जाती है…..दर्द से भरी ये गजल खुद मीना कुमारी ने लिखी है। बॉलीवुड मे उन्हें ट्रेजडी क्वीन का नाम से जाना गया। उनकी असल जिंदगी में भी दर्द ही दर्द था। ये बात उनकी लिखी शायरी और गजलों से भी समझ आ जाता है। खुद को दर्द से उबारने के लिए वो दिन रात शराब का सहारा लिया करती थीं और इसी लत के कारण उनकी मौत हो गई। उनकी उम्र39 साल थी।
संजीव कुमार-
कुमार के बोलने का अंदाज और दमदार एक्टिंग लोगों को बहुत प्रभावित करती थी। वैसे तो उन्होंने पर्दे पर बहुत किरदार निभाए, लेकिन सबसे ज्यादा मशहूर उनका ठाकुर का रोल हुआ। शोले में ठाकुर का किरदार निभाकर संजीव कुमार अमर हो गए। उन्होंने कई बेहतरीन फिल्में की जिसमें कई कॉमेडी फिल्में भी शामिल थीं। दिल का दौरा पड़ने से महज 47 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई।
जिया खान-
दर्द का कोई वक्त नहीं होता इसलिए पुराने लोगों के अलावा नए जमाने में भी लोग इस दर्द को बर्दाश्त नहीं कर पाए। निशब्द फिल्म से बॉलीवुड मे एंट्री करने वाली जिया खान ने महज 25 साल की उम्र में आत्महत्या कर ली। उनके इस कदम की पीछे की वजह बताई जाती है डिप्रेशन और प्यार में मिली असफलता।
. ये कलाकार आज भले ही हमारे बीच ना हो, लेकिन जब तक ये जीवित रहे अपनी अदायगी और अपने जलवों से दर्शकों का दिल जीता। और फिर कहा गया है कि – जिंदगी बड़ी होनी चाहिए लंबी नहीं…..ये कलाकार कुछ ऐसे ही निकले जिनकी जिंदगी लंबी तो नहीं हुई, लेकिन बड़ी जरुर हुई।